किस सीट को छोड़ेंगे राहुल गांधी रायबरेली या वायनाड पसोपेश में कांग्रेस

Rahul Gandhi News: राहुल गांधी 17वीं लोकसभा के भंग होने के बाद भी वर्तमान अध्यक्ष ओम बिरला को अपना इस्तीफा भेज सकते हैं क्योंकि 18वीं लोकसभा के लिए अस्थायी अध्यक्ष नियुक्त होने तक वह पद पर बने रहेंगे. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा नई लोकसभा के गठन के लिए सदन को भंग करने की केंद्रीय मंत्रिमंडल की अनुशंसा पर मुहर लगाए जाने के बाद गत 5 जून को 17वीं लोकसभा भंग हो गई.

किस सीट को छोड़ेंगे राहुल गांधी रायबरेली या वायनाड पसोपेश में कांग्रेस
नई दिल्ली. कांग्रेस ने शनिवार को कहा कि हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव में वायनाड और रायबरेली दोनों सीटें जीतने वाले राहुल गांधी ‘तीन से चार दिनों’ में यह फैसला करेंगे कि वह आगामी 18वीं लोकसभा में दोनों सीटों में से किस सीट का प्रतिनिधित्व करेंगे. पार्टी के वरिष्ठ नेता केसी वेणुगोपाल ने कहा कि किसी भी स्थिति में फैसला 17 जून से पहले लेना होगा क्योंकि 18वीं लोकसभा का पहला सत्र 15 जून के आसपास शुरू होने की संभावना है. वेणुगोपाल ने संवाददाताओं से कहा, ”बेशक, यह फैसला 17 तारीख से पहले लेना होगा…यह तीन से चार दिनों के भीतर आ जाएगा.” कांग्रेस महासचिव कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक के बाद एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे. #WATCH | After the party’s CWC meeting, Congress leader KC Venugopal said, “Rahul Gandhi told the CWC that he will take a decision very soon (on becoming the leader of the opposition in the Lok Sabha). On being asked which seat (Rae Bareli or Wayanad) will Rahul Gandhi keep, he… https://t.co/TmSxGgd5Tc pic.twitter.com/CJ7B0mgJST — ANI (@ANI) June 8, 2024

सबसे पुरानी पार्टी के पूर्व प्रमुख राहुल गांधी ने लोकसभा चुनाव में केरल की वायनाड सीट बरकरार रखी, जिसने उन्हें संसद सदस्य (सांसद) के रूप में चुना है. अगर वे यह सीट बरकरार रखते हैं तो यह उनका लगातार दूसरा कार्यकाल होगा. भारत के चुनाव आयोग (ईसीआई) के अनुसार, उन्हें 647,445 वोट या कुल मतदान का 60% वोट मिले, जबकि उनकी उपविजेता, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआई) की एनी राजा को 283,023 (26% वोट) मिले.

दूसरी ओर, ईसीआई डाटा के मुताबिक उत्तर प्रदेश के रायबरेली क्षेत्र में, राहुल गांधी को 687,649 (66%) वोट मिले, जबकि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के दिनेश प्रताप सिंह 297,619 (29%) वोटों के साथ दूसरे स्थान पर रहे. राहुल गांधी ने अपनी मां और पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष, 5 बार की रायबरेली सांसद सोनिया गांधी के स्वास्थ्य कारणों से फरवरी में सीट खाली करने और राज्यसभा में चले जाने के बाद यहां से चुनाव लड़ा था.

भारत में लोकसभा या विधानसभा (राज्य) का चुनाव लड़ने वाला व्यक्ति अधिकतम दो सीटों से खड़ा हो सकता है. यदि वे दोनों जीतते हैं, तो उन्हें एक को छोड़ना होगा. इसके बाद वहां पर फिर से उपचुनाव कराए जाते हैं. 2019 के आम चुनावों में, राहुल गांधी उत्तर प्रदेश के अमेठी से खड़े हुए थे, साथ ही वायनाड से भी. वह अमेठी में भाजपा की स्मृति ईरानी से हार गए, लेकिन वायनाड में विजयी रहे थे. हालांकि, राहुल गांधी ने 2004, 2009 और 2014 में अमेठी लोकसभा सीट से जीत हासिल की थी.

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