बैलगाड़ी चलाकर सुर्खियों में आईं इस IAS अधिकारी ने महिला अस्पताल में मारा छापा

सेल्वा कुमारी जे. 2006 बैच की यूपी कैडर की आईएएस अधिकारी हैं. सेल्वा कुमारी जे मूल रूप से तमिलनाडु की चेन्नई की रहने वाली हैं. सेल्वा कुमारी जे की पति भी आईएएस अधिकारी हैं. शुरुआत में उन्हें हिंदी नहीं आती थी, मगर उन्होंने बाद में हिंदी सीख लिया. कुछ साल पहले मुजफ्फरनगर में डीएम रहने के दौरान वह छुट्टी के दिन बैलगाड़ी चलाकर चर्चा में आई थीं.

बैलगाड़ी चलाकर सुर्खियों में आईं इस IAS अधिकारी ने महिला अस्पताल में मारा छापा
मुजफ्फरनगर में कुछ साल पहले बैलगाड़ी चलाकर सुर्खियों में आईं यूपी कैडर की 2006 बैच की आईएएस अधिकारी सेल्वा कुमारी जे. एक बार फिर से सुर्खियों में हैं. वर्तमान में मेरठ रेंज की कमिश्नर सेल्वा कुमारी गुरुवार को गाजियाबाद के जिला महिला अस्पताल में अचानक ही पहुंच गईं. सेल्वा कुमारी जे. द्वारा औचक निरीक्षण करने पर अस्पताल में अफरा-तफरी मच गई. कमिश्नर सेल्वा कुमारी जे ने एनआरसी यानी न्यूट्रिशन रिहैबिलिटेशन सेंटर का भी निरीक्षण किया. इस दौरान मण्डालायुक्त ने मरीजों से पूछताछ और लाभार्थियों को दिए जाने वाले सभी लाभों के बारे में जानकारी ली. सेल्वा कुमारी जे ने जब सरकार की ​विभिन्न योजनाओं के तहत बच्चों को अस्पताल द्वारा दिए जाने वाले लाभों की जानकारी मांगी तो हैरान करने वाला मामला सामने आया. महिला अस्पताल ने समय से पात्र लाभार्थियों का भुगतान नहीं किया है. इस पर मण्डलायुक्त ने नाराजगी व्य​क्त करते हुए सीएमएस को आदेश दिया कि सरकारी योजनाओं के तहत पात्र लाभा​र्थियों का भुगतान समय पर कर उसकी रिर्पोट भेंजे. मण्डलायुक्त ने जिला महिला अस्पताल का किया औचक निरीक्षण इसके बाद मण्डालायुक्त ने वार्ड में साफ-सफाई, सैम बच्चों को दिए जाने वाले बिस्तर-चादर सहित अन्य की शुद्धता, खान-पान सहित साफ व शुद्ध वातावरण की जांच की. हालांकि, अस्पताल की साफ सफाई से मण्डलायुक्त सन्तुष्ट दिखाई दीं. मण्डालायुक्त ने कमरों में साफ-सफाई व शुद्ध वातावरण का विशेष ध्यान रखने को अस्पताल को कहा. बच्चों को समयानुसार पौष्टिक आहार भी देने के कहा. दूध एक बार उबाल करके कितने दिन तक पी सकते हैं, क्या बार-बार गर्म करने से होता है नुकसान? साइंस की नजर से जान लीजिए मण्डलायुक्त ने अस्पताल प्रशासन को सैम-मैम बच्चों के खान-पान, मनोरंजन सहित अन्य चीजों का विशेष ध्यान रखने को कहा. साथ ही कहा कि अस्पताल को अभिभावकों को भी बच्चों के खान-पान के बारे में जानकारी देनी चाहिए, जिससे वे यह जानकारी अपने आस-पड़ोस में रहने वालों के साथ साझा कर सकें. उनहोंने कहा कि अगर अभिभावकों को ही जानकारी नहीं मिलेगी तो तब कोई कैसे इलाज कराने आएगा. सेल्वा कुमारी जे. तेजतर्रार आईएएस रही हैं सेल्वा कुमारी जे ने सीएमओ डॉ अखिलेश मोहन को कहा कि स्वास्थ्य विभाग के किसी भी अधिकारी, चिकित्सक, कर्मचारी के द्वारा किसी भी कार्य में लापरवाही या असंवेदनशीलता बरती जाती है तो उसके खिलाफ तुरंत कार्रवाई करें. बता दें कि सेल्वा कुमारी जे. 2006 बैच की आईएएस अधिकारी हैं. सेल्वा कुमारी जे मूल रूप से तमिलनाडु की चेन्नई की रहने वाली हैं. सेल्वा कुमारी जे की पति भी आईएएस अधिकारी हैं. शुरुआत में उन्हें हिंदी नहीं आथ थी, मगर उन्होंने बाद में हिंदी सीख लिया. अब वह अच्छी हिंदी भी बोल लेती हैं. सेल्वा कुमारी की छवि एक कुशल और सख्त प्रशासक की रही है. हालांकि, मुजफ्फरनगर में डीएम रहने के दौरान वह छुट्टी के दिन बैलगाड़ी चलाकर चर्चा में आई थीं. Tags: District Hospital, Ghaziabad News, IAS OfficerFIRST PUBLISHED : August 22, 2024, 20:39 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed