कभी सुनी है पेड़-पौधों की एंबुलेंस डॉक्‍टर से लेकर खाद-दवाएं सब मौजूद

आगरा में पेड़ पौधों के लिए एंबुलेंस चलाई गई है. यह न केवल बीमार पेड़ पौधों की देखभाल करती है बल्कि इनका पूरा इलाज भी करती है. बोलेरो गाड़ी पर बनी यह एंबुलेंस चलते फिरते अस्‍पताल की तरह शहर में घूमती है.

कभी सुनी है पेड़-पौधों की एंबुलेंस डॉक्‍टर से लेकर खाद-दवाएं सब मौजूद
हाइलाइट्स बीमार पेड़ पौधों के लिए चलता फिरता अस्‍पताल है यह एंबुलेंस. ट्री एंबुलेंस में वे सभी चीजें हैं जो एक पेड़ के इलाज के लिए जरूरी होती हैं. Tree Ambulance: आपने मरीजों के लिए एंबुलेंस सेवा के अलावा जानवरों के लिए एंबुलेंस के बारे में भी सुना होगा, लेकिन कभी आपने पेड़-पौधों की एंबुलेंस के बारे में सुना है? नहीं न? आज हम आपको एक ऐसी एंबुलेंस के बारे में बताने जा रहे हैं जो सिर्फ बीमार और मरणासन्‍न पेड़ पौधों लिए काम करती है और उन्‍हें मेडिकल ट्रीटमेंट देकर जिंदा भी कर देती है. लोगों की एंबुलेंस भले ही मरीजों को घर से उठाकर अस्‍पताल में छोड़ आती तो लेकिन पेड़ों के लिए चल रही यह एंबुलेंस मौके पर मरीज पौधे के पास पहुंचती है और ऑन द स्‍पॉट पहुंचती है इलाज भी कर देती है. यह एंबुलेंस उत्‍तर प्रदेश के आगरा में पहली बार चलाई गई है. यह एंबुलेंस पेड़-पौधों के लिए चलता-फिरता हॉस्‍पीटल है. पूरी तरह फ्री सेवा देने वाली इस एंबुलेंस के नंबर पर कोई भी व्‍यक्ति फोन कर बीमार या किसी भी परेशानी से जूझ रहे पेड़-पौधों की जानकारी दे सकता है और बस कुछ ही मिनटों में यह एंबुलेंस वहां पहुंचकर पौधों की सेवा में जुट जाती है. ये भी पढ़ें  चाय पीने वालों के लिए एक अच्‍छी, एक बुरी खबर.. शौकीन जरूर पढ़ लें, फिर ICMR की सलाह पर खुद करें फैसला ऐसी है ये एंबुलेंस सत्‍यमेव जयते पेड़ पौधों के लिए यह एंबुलेंस चलाता है. इस एंबुलेंस का नाम ट्री एंबुलेंस है. इसे आगरा के ही एक सामाजिक संगठन सत्‍यमेव जयते ने बनाया है. इस संगठन के ट्रस्‍टी रवि बंसल ने बताया कि यह एंबुलेंस बोलेरो गाड़ी के ऊपर बनाई गई है. ऊपर से इसकी छत खुली हुई है. जिसमें एक जनरेटर के अलावा करीब 30 से ज्‍यादा पेड़-पौधों के लिए इस्‍तेमाल होने वाले औजार, खाद, दवाएं और 1000 लीटर की एक टंकी रखी होती है. पेड़-पौधों के लिए क्‍या करती है काम? रवि बंसल कहते हैं कि यह एंबुलेंस बीमार या मरणासन्‍न स्थिति में पहुंच चुके पेड़-पौधों को बचाने का काम करती है. इसके अलावा यह पौधों की कटिंग करती है और उनकी खूबसूरती को भी बढ़ाने का काम करती है. ट्री गार्ड में बड़े होने के चलते कसमसाते पौधों को उनसे मुक्‍त कराती है, ताकि पेड़ बिना बाधा के आराम से बढ़ सकें. पेड़ों में दीमक या कोई बीमारी लगने पर उनमें दवा डालती है. जहां खाद की जरूरत होती है वहां खाद लगाती है. इसके अलावा करीब 3 से 4000 लीटर पानी रोजाना पौधों में देती है. इसके अलावा यह एंबुलेंस पूरे शहर में नए पेड़ पौधे भी लगाने का काम करती है. अगर कोई व्‍यक्ति सार्वजनिक जगह पर पौधा लगाता है लेकिन देखभाल नहीं कर पाता है तो यह एंबुलेंस उसकी देखभाल भी करती है. एंबुलेंस में होता है कितना स्‍टाफ इस एंबुलेंस में पेड़-पौधों का डॉक्‍टर यानि माली, ड्राइवर और जनरेटर व पानी की सिंचाई आदि कि लिए स्‍टाफ और रहता है. ताकि पानी की टंकी को बार बार रीफिल किया जा सके. यह एंबुलेंस सुबह 8 बजे से शाम के 4 बजे तक चलती है. क्‍या घरों के पौधों के लिए भी है ये एंबुलेंस रवि बंसल कहते हैं कि यह एंबुलेंस सार्वजनिक स्‍थानों के पौधों के लिए शुरू की गई है. फिर चाहे वे किसी सरकारी विभाग ने लगाए हों या किसी व्‍यक्ति ने. अगर कोई व्‍यक्ति पेड़-पौधे इसलिए देना चाहता है कि वह उनकी देखभाल नहीं कर सकता तो यह एंबुलेंस ऐसे पौधों को भी लेती है और देखभाल करती है. कभी फंसता है मामला तो.. रवि बंसल और इसी संगठन से जुड़े मुकेश जैन बताते हैं कि कभी अगर किसी पेड़ को लेकर मामला फंसता है या कोई परेशानी आती है तो वन विभाग वालों से संपर्क रहता है और समय-समय पर उनकी राय ली जाती है. इस नंबर पर कर सकते हैं फोन यह एंबुलेंस करीब 11 महीने से चल रही है. सत्‍यमेव जयते का ऑफिस संजय प्‍लेस में है. अगर कोई व्‍यक्ति किसी पेड़-पौधे के बारे में जानकारी देना चाहता है तो वह ऑफिस के इस 0562-4308769 नंबर पर जानकारी दे सकते हैं. ये भी पढ़ें  आंखों की दुश्‍मन हैं ये 3 आई ड्रॉप्‍स, छीन सकती हैं रोशनी! मेडिकल स्‍टोर वाले बिना प्रिस्क्रिप्‍शन भी दे देते हैं ये दवाएं: डॉ. कीर्ति Tags: Agra news, Agra news today, Ambulance, TreeFIRST PUBLISHED : May 18, 2024, 18:21 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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