पुलिस ने मूसेवाला की हत्या को बताया गैंगवार का नतीजा चार्जशीट में हथियार और पैसा बने पहेली

द ट्रिब्यून की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि 1,850-पृष्ठ की चार्जशीट के सैंतीस पृष्ठों में उन व्यक्तियों की सूची है, जिन्होंने निशानेबाजों के लिए हथियारों की व्यवस्था की थी, लेकिन हथियारों का प्राथमिक स्रोत या उन्हें आपूर्ति करने वाले मुख्य व्यक्ति अभी भी अज्ञात हैं. चालान में पुलिस ने कहा कि अपराध में शामिल विभिन्न व्यक्तियों को पैसे का भुगतान किया गया था, लेकिन सही राशि का पता नहीं था.

पुलिस ने मूसेवाला की हत्या को बताया गैंगवार का नतीजा चार्जशीट में हथियार और पैसा बने पहेली
हाइलाइट्सबिश्नोई-भगवानपुरिया समूहों और बंबीहा समूह के बीच गैंगवार का नतीजा है सिद्धू मूसेवाला की हत्या पुलिस के मुताबिक हथियार कहां से आये यह केवल सचिन थापन, अनमोल बिश्नोई और बराड़ ही जानते हैंचार्जशीट में विभिन्न राज्यों की जेलों से भाग रहे गैंगस्टरों के नेटवर्क का हुआ पर्दाफाश चंडीगढ़. पंजाब पुलिस की चार्जशीट में सिद्धू मूसेवाला की हत्या का कारण लॉरेंस बिश्नोई और दविंदर बंबीहा समूहों के बीच चल रहे गैंगवार को बताया गया है. चार्जशीट में कहा गया है कि मूसेवाला की हत्या बिश्नोई-भगवानपुरिया समूहों और बंबीहा समूह के बीच सीधी प्रतिद्वंद्विता का नतीजा है. हथियारों के स्रोत पर, बिश्नोई ने पुलिस को बताया कि केवल सचिन थापन, अनमोल बिश्नोई और बराड़ ही जानते हैं कि प्रियव्रत फौजी और अन्य ने कहां से हथियार, गोला-बारूद और हथगोले का इंतजाम किया था. पुलिस के अनुसार, बंबीहा समूह ने गैंगवार के तहत 11 अक्टूबर, 2020 को चंडीगढ़ में गुरलाल बरार को मार डाला था, बाद में, बिश्नोई ने नवंबर 2020 में फरीदकोट के तलवंडी रोड पर बंबीहा समूह के सदस्य रजत कुमार उर्फ सफी पर गोली चलाई, इस मामले में मनप्रीत सिंह भाऊ और अन्य को गिरफ्तार किया गया था. गुरलाल बराड़ की हत्या का बदला लेने के लिए बिश्नोई गुट ने फरवरी 2021 में फरीदकोट में यूथ कांग्रेस नेता गुरलाल पहलवान की हत्या कर दी थी. इसके अलावा, भगवानपुरिया की सहायता से, बिश्नोई के निशानेबाजों ने 4 अगस्त, 2021 को अमृतसर-मजीठा मार्ग पर राणा कंडोवालिया को मार डाला था.इन हत्याओं का बदला लेने के लिए बंबीहा समूह ने 7 अगस्त, 2021 को मोहाली में विक्की मिड्‌डूखेड़ा और 14 मार्च, 2022 को जालंधर में कबड्डी खिलाड़ी संदीप नंगल अंबिया को मार डाला. बदला लेने के लिए बिश्नोई गिरोह ने मूसेवाला को मार डाला, चार्जशीट में कहा गया है. द ट्रिब्यून की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि 1,850-पृष्ठ की चार्जशीट के सैंतीस पृष्ठों में उन व्यक्तियों की सूची है, जिन्होंने निशानेबाजों के लिए हथियारों की व्यवस्था की थी, लेकिन हथियारों का प्राथमिक स्रोत या उन्हें आपूर्ति करने वाले मुख्य व्यक्ति अभी भी अज्ञात हैं. चालान में पुलिस ने कहा कि अपराध में शामिल विभिन्न व्यक्तियों को पैसे का भुगतान किया गया था, लेकिन सही राशि का पता नहीं था. पुलिस जांच के अनुसार कनाडा में बंद गैंगस्टर गोल्डी बराड़ और जेल में बंद जग्गू भगवानपुरिया ने विभिन्न जेलों में बंद अन्य गैंगस्टरों के साथ मिलकर शूटरों को भारी धन और हथियार देकर साजिश रची. जांच में बराड़ और भगवानपुरिया के निर्देश पर इस अपराध में किराए के शूटरों को हथियार सप्लाई करने के आरोप में रणजीत सिंह, मनदीप सिंह, मनप्रीत सिंह मणि, सतवीर सिंह, संदीप कहलों और बलदेव राज चौधरी का नाम सामने आया है. चार्जशीट में विभिन्न राज्यों की जेलों से भाग रहे गैंगस्टरों के नेटवर्क का पर्दाफाश हुआ है. लॉरेंस बिश्नोई, जग्गू भगवानपुरिया और दीपक टीनू तिहाड़ जेल, सराज मिंटू बठिंडा जेल, मोनू डागर फरीदकोट जेल, मनप्रीत मन्ना फिरोजपुर जेल, अरशद खान चूरू जेल और मनमोहन मोहना मानसा जेल में बंद हैं. ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें up24x7news.com हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट up24x7news.com हिंदी | Tags: Lawrence Bishnoi, PunjabFIRST PUBLISHED : August 31, 2022, 09:17 IST