शरद पवार को PM मोदी का खुला ऑफर आप हमारे साथ आ जाइए फिर
शरद पवार को PM मोदी का खुला ऑफर आप हमारे साथ आ जाइए फिर
नंदुरबार की सभा में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस मौजूद थे. इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सीधे तौर पर एनसीपी नेता शरद चंद्र पवार की आलोचना की.
महाराष्ट्र में चौथे चरण की वोटिंग से पहले वहां की सियासत के केंद्र में दिग्गज नेता शरद पवार आ गए हैं. इसे शरद पवार का प्रभाव कहें या फिर कुछ और… पीएम नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को खुले मंच से उन्हें अपने साथ आने का ऑफर दे डाला. पीएम ने शुक्रवार को नंदुरबार में एनडीए उम्मीदवार हिना गावित के लिए चुनावी सभा की. इस बैठक में उन्होंने शरद पवार को एनडीए में शामिल होने का खुला ऑफर दिया. प्रधानमंत्री मोदी ने क्षेत्रीय दलों के कांग्रेस में विलय संबंधी शरद पवार के बयान का भी जिक्र किया. अब प्रधानमंत्री मोदी के ऑफर पर शरद पवार ने प्रतिक्रिया दी है.
नंदुरबार की सभा में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस मौजूद थे. इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सीधे तौर पर एनसीपी नेता शरद चंद्र पवार की आलोचना की. उन्होंने उद्धव ठाकरे को भी एनडीए में शामिल होने का खुला ऑफर भी दिया.
प्रधानमंत्री मोदी ने विपक्ष की आलोचना करते हुए कहा कि मेरा अपमान करते हुए उनका लक्ष्य ध्रुवीकरण करना है. वे वोट बैंक पसंद की तरह बात करते हैं. उन्होंने शरद पवार पर निशाना साधते हुए कहा कि बारामती चुनाव के बाद वरिष्ठ नेता चिंतित हैं.
बारामती के चुनाव के बाद चिंतित
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि बारामती चुनाव के बाद वह चिंतित हैं. उन्होंने कई लोगों से बात की होगी कि उन्होंने बयान दे दिया. शरद पवार ने एक इंटरव्यू में कहा था कि अगर क्षेत्रीय पार्टियों को चार जून के बाद राजनीति में बने रहना है तो उन्हें कांग्रेस में विलय कर लेना चाहिए. पीएम मोदी ने कहा कि पवार साहब ने जिस अर्थ में यह बयान दिया है उसका मतलब यह है कि नकली शिवसेना, नकली एनसीपी ने कांग्रेस में शामिल होने का फैसला किया है.
इसके साथ ही उन्होंने शरद पवार को ऑफर दे डाला. उन्होंने कहा कि आप क्षेत्रीय पार्टियों का कांग्रेस में विलय करेंगे. कांग्रेस में जाकर चार दिन बाद मरने की बजाय, आइए और गर्व के साथ हमारे साथ जुड़िए. अजितदादा और शिंदे के साथ आओ. आपके सभी सपने सच होंगे.
शरद पवार ने किया खारिज
प्रधानमंत्री की पेशकश के बारे में पूछे जाने पर शरद पवार ने कहा कि ऐसा नहीं हो सकता. उन्होंने कहा कि वह कभी भी ऐसे व्यक्ति के साथ राजनीतिक तौर पर नहीं जाएंगे जिसकी पार्टी संसदीय लोकतंत्र में विश्वास नहीं करती. जब मैंने पार्टी का कांग्रेस में विलय करने का बयान दिया तो मैंने यह भी कहा था कि गांधी-नेहरू की विचारधारा हमारी है. अब प्रधानमंत्री मोदी एक ऑफर की तरह बयान दे रहे हैं जो उनकी बेचैनी है.
शरद पवार ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के साथ मेरे व्यक्तिगत और राजनीतिक संबंध अलग हैं. हमारे यहां लोकतांत्रिक व्यवस्था है और मोदी के कारण यह संकट में है, जो देशहित में नहीं है और न तो मैं और न ही मेरे साथी वहां रहेंगे. चुनाव के चरणों से जो तस्वीर दिख रही है, उससे मोदी के विचारों के खिलाफ जनमत बन चुका है और इससे मोदी में बेचैनी पैदा हो गई है. शरद पवार ने कहा कि इसीलिए प्रधानमंत्री मोदी ऐसे बयान दे रहे हैं.
Tags: Loksabha Election 2024, Loksabha ElectionsFIRST PUBLISHED : May 10, 2024, 15:42 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed