सिर्फ 5 मिनट में बन जाती है सूत फैनी सावन के भारी डिमांड

सावन में सूतफैनी की भी बात ही निराली है जब यह तैयार की जाती है. तो इसमें विभिन्न प्रकार की मेवा के साथ ही दूध में डालकर इसे तैयार किया जाता है. जिसके कारण एक अलग ही इसमें स्वाद आता है और खाते ही शरीर में ऊर्जा का भी एहसास होता है.

सिर्फ 5 मिनट में बन जाती है सूत फैनी सावन के भारी डिमांड
फर्रुखाबाद: सावन के माह में हर घर में अलग-अलग तरह के पकवान बनाए जाते हैं, और इन लजीज व्यंजनों की लिस्ट में “सूतफैनी” की अपनी अलग ही जगह है. जब यह पकवान तैयार होता है, तो इसमें विभिन्न प्रकार की मेवा और दूध मिलाकर इसका स्वाद और भी लाजवाब बना दिया जाता है. सूतफैनी खाते ही शरीर में ऊर्जा का एहसास होता है, और इसका स्वाद अनोखा होता है. आइए जानें, कैसे तैयार होती है सूतफैनी और किन चीजों का उपयोग करके आप इसे अपने घर पर भी बना सकते हैं. फर्रुखाबाद के घूमना चौराहे पर पप्पू की दुकान पिछले 50 वर्षों से सूतफैनी का स्वाद लोगों तक पहुंचा रही है. यह दुकान बुजुर्गों के समय से चली आ रही है, और यहां की सूतफैनी बनाने की विधि में कोई बदलाव नहीं आया है. यही कारण है कि आसपास के जिलों से लोग यहां की शुद्ध सूतफैनी का ऑर्डर देते हैं. दुकानदार राहुल बताते हैं कि वे कई प्रकार की सूतफैनी तैयार करते हैं, जिनमें जवारा, रोस्टेड, सुखी दूध से तैयार, और देसी घी से बनी सूतफैनी सबसे ज्यादा बिकती है. इसका भाव 50 से 70 रुपए प्रति किलो तक होता है. सूतफैनी बनाने की रेसिपी सूतफैनी तैयार करने के लिए फर्रुखाबाद के पप्पू की दुकान पर कारीगर सावन के माह में कानपुर के घाटमपुर क्षेत्र से आते हैं. ये कारीगर हर प्रकार की सूतफैनी को बेहद शुद्धता के साथ तैयार करते हैं. सूतफैनी बनाने का काम सुबह से लेकर देर रात तक चलता है, और इसे तैयार करने में 5 से 7 घंटे का समय लगता है. सूतफैनी बनाने की शुरुआत मैदा और घी को मिलाने से होती है. जब सूतफैनी की कई परतें बन जाती हैं, तो इन्हें कढ़ाई में डालकर गर्म तेल में तल लिया जाता है. जब यह पककर तैयार हो जाती है, तो इसे अच्छे से एक कागज के बॉक्स में रखकर बिक्री के लिए तैयार किया जाता है. सूतफैनी को कैसे खाएं? सूतफैनी को घर पर लाने के बाद इसे तेल में हल्का गर्म करके दूध में डाला जाता है. इसके बाद इसमें स्वाद के अनुसार चीनी, इलायची और ऊपर से मेवा मिलाकर पकाया जाता है. जब सूतफैनी पूरी तरह से बन जाती है, तो इसकी खुशबू से ही मुंह में पानी आ जाता है. इसे गर्मागर्म परोसकर खाया जाता है. Tags: Food 18, Local18FIRST PUBLISHED : August 14, 2024, 11:51 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed