गर्मियों में अमृत समान है यह लस्सी शरीर के रोम रोम में भर देती है ऊर्जा

फर्रुखाबाद में अमन मिष्ठान भंडार में कमाल की लस्सी मिलती है. समय बदला साल बदला लेकिन नहीं बदला तो बस इनकी दुकान की लस्सी का स्वाद.

गर्मियों में अमृत समान है यह लस्सी शरीर के रोम रोम में भर देती है ऊर्जा
सत्यम कटियार/फर्रुखाबाद: गर्मी के मौसम में लोग लस्सी पीना पसंद करते हैं. क्योंकि इससे शरीर को ऊर्जा मिलती है. फर्रुखाबाद की एक दुकान में गजब की लस्सी मिलती है. जिसके स्वाद के लोग दीवाने हैं. यहां पर लस्सी को लोग पीते कम खाते अधिक है. वह इसलिए क्योंकि लस्सी शुद्ध दूध से तैयार की जाती है. जिस कारण लोगों को इसका स्वाद काफी पसंद आता है. फर्रुखाबाद में अमन मिष्ठान भंडार में कमाल की लस्सी मिलती है. समय बदला साल बदला लेकिन नहीं बदला तो बस इनकी दुकान की लस्सी का स्वाद. जी हां लस्सी पीने का मन हो रहा है, तो इस जगह पर आपको एक से बढ़कर एक लस्सी का स्वाद मिल जाएंगे. यहां की लस्सी की खासियत यह होती है वह ताजा दही से तैयार होती है. हर ग्राहक की चिंता रहती है कि लस्सी की गुणवत्ता कैसी होगी जिसके लिए ग्राहक भरोसेमंद दुकान से ही लस्सी पीना पसंद करता हैं. अगर आपके मन में है यह सवाल तो आप यहां पर आकर बेझिझक लस्सी का आनंद लें सकते हैं. दुकानदार बताते हैं कि यहां पर लस्सी हर समय शुद्ध दूध और चीनी से तैयार की जाती है. वहीं जब इस लस्सी को मिट्टी के पात्र कुल्हड़ में रखकर ग्राहक को दिया जाता है, तो एक अलग ही स्वाद इस लस्सी में आता है. जिसके कारण ग्राहक भी इसे काफी पसंद करते हैं. यही वजह है कि यहां पर लगातार भीड़ लगी रहती है. इस लस्सी को ताजा दही से तैयार किया जाता है वहीं इसमें रबड़ी के मेवा का भी प्रयोग किया जाता है. फिर मिट्टी के पात्र में दी जाती है. फर्रुखाबाद के इटावा बरेली हाइवे मुख्य मार्ग बघार पर स्थित राजपूत मिष्ठान भंडार के संचालक पंकज राजपूत ने बताया कि उनकी इस दुकान की शुरूआत उन्होंने ही की है. वह एक लस्सी 30 रुपए में ही बिक्री करते हैं. क्योंकि वह कभी भी क्वालिटी से समझौता नहीं करते हैं. यहां पर यह दुकान क्षेत्र भर में अपने नाम और स्वाद के लिए ही जानी जाती है. दुकानदार बताते हैं कि मौसम में गर्माहट आते ही इस समय लस्सी की बिक्री बढ़ गई है. रोजाना 400 से लेकर 600 कुल्हड़ तक प्रतिदिन बिक्री हो जाती है. यह है लस्सी बनाने की रेसिपी दुकानदार बताते हैं कि अच्छी लस्सी बनाने के लिए शुद्ध दूध को वह खुद ही जमाते हैं. जब दही तैयार हो जाता है, तो इसे निकाल करके इसमें चीनी मिलाते हैं. इसके बाद मिट्टी के कुल्हड़ में इसे भरने के बाद ठंडा होने के लिए रख देते हैं. जब यह मिट्टी के पात्र में जम जाती है. तो इस लस्सी को ग्राहक पीते नहीं बल्कि चम्मच से खाते हैं. क्योंकि इसमें प्रयोग किया जाने वाला दही अच्छी क्वालिटी का होता है. जिसके कारण अलग ही स्वाद आता है. वहीं इस लस्सी में ऊपर से मेवा का भी प्रयोग किया जाता है. Tags: Food, Food 18, Hindi news, Local18FIRST PUBLISHED : June 26, 2024, 16:23 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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