Opinion: कैसे महिलाओं के लिए वरदान साबित हो रही मोदी सरकार की यह योजना
Opinion: कैसे महिलाओं के लिए वरदान साबित हो रही मोदी सरकार की यह योजना
मोदी सरकार में महिलाओं के उत्थान की दिशा में खूब काम हो रहा है. मोदी सरकार ने महिलाओं को सशक्त करने के लिए कई योजनाएं चलाई हैं. इन्हीं में से एक है महिला सम्मान सेविंग सर्टिफिकेट’ योजना. इस योजना की शुरुआत साल 2023 में की गई थी.
नई दिल्ली: मोदी सरकार में महिलाओं के उत्थान की दिशा में खूब काम हो रहा है. मोदी सरकार ने महिलाओं को सशक्त करने के लिए कई योजनाएं चलाई हैं. इन्हीं में से एक है महिला सम्मान सेविंग सर्टिफिकेट’ योजना. इस योजना की शुरुआत साल 2023 में की गई थी. इस योजना का मुख्य उद्देश्य महिलाओं को बचत के लिए प्रेरित करना है. इस स्कीम में कोई भी महिला निवेश कर सकती है. इस योजना के लॉन्च होने के केवल दो महीने के अंतराल में ही पांच लाख अकाउंट खुले थे.
इस योजना में कोई अभिभावक या महिला स्वयं या किसी नाबालिक लड़की के लिए निवेश की शुरुआत कर सकती है. यह योजना महिलाओं में खूब लोकप्रिय है. यह एक ऐसी योजना है जिसमें महिलाएं कम समय में अधिक बचत कर सकती हैं और उसपर पैसा भी कमा सकती है. इसमें कम से कम एक हजार रुपये और अधिकतम 2,00,000 रुपये का इन्वेस्ट किया जा सकता है. इस योजना के अंतर्गत एक महिला कितने भी अकाउंट खोल सकती हैं. लेकिन सभी खाते में जमा कुल राशि दो लाख रुपये से ज्यादा नहीं होनी चाहिए.
कोई भी महिला ‘महिला सम्मान सेविंग सर्टिफिकेट’ स्कीम के अंतर्गत अकाउंट ओपन करवा सकती है. यदि लड़की की उम्र 18 साल से कम है तो वह अपने माता-पिता या अभिभावक की देख रेख में अकाउंट ओपन करवा सकती है. महिलाओं को उनके निवेश पर 7.50 प्रतिशत का कंपाउंडिंग इंटरेस्ट मिलता है. कोई महिला अधिकृत बैंक या पोस्ट ऑफिस में जाकर केवल एक फॉर्म भरकर ये खाता खोल सकती है.
इसके लिए केवाईसी की प्रक्रिया पूरी करनी जरूरी है. इसके लिए निम्न दस्तावेज की जरूरत है. आपके पास होने चाहिए ये दस्तावेज- आधार कार्ड, पैन कार्ड, और पासपोर्ट साइज फोटो आदि. एक साल की अवधि के बाद खाता धारक अपने अकाउंट से कुल जमा का 40 प्रतिशत पैसा निकाल सकता है.
Tags: Modi Govt, PM ModiFIRST PUBLISHED : May 30, 2024, 12:41 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed