मरीज के साथ गंदा खेल कर गए साइबर क्रिमिनल AIIMS के नाम पर बना लिया शिकार!

Gopalganj News: साइबर अपराधियों की शातिर नजर हमारे मोबाइल फोन पर अधिक रहती है. आप अपने मोबाइल से कोई भी काम करना चाहते हैं तो साइबर क्रिमिनल्स इसे ताड़ लेते हैं और फर्जीवाड़ा कर जाते हैं. ऐसा ही मामला गोपालगंज से सामने आया है जहां साइबर अपराधियों ने अब गोरखपुर एम्स में नंबर लगाने की कोशिश कर रहे मरीज के साथ एक लाख रुपये की ठगी कर ली.

मरीज के साथ गंदा खेल कर गए साइबर क्रिमिनल AIIMS के नाम पर बना लिया शिकार!
हाइलाइट्स साइबर अपराधियों ने गोपालगंज के एक मरीज के साथ की धोखाधड़ी. गोरखपुर एम्स में नंबर लगाने के नाम पर मरीज से एक लाख की ठगी. गोपालगंज. साइबर अपराधियों ने अब मरीजों और उनके परिजनों को भी अपना निशाना बनाना शुरू कर दिया है. गोपालगंज में एक मरीज से एम्स में नंबर ऑनलाइन लगाने के नाम पर एक लाख रुपये की ठगी की गयी है. इस मामले में साइबर थाने में प्राथमिकी दर्ज की गयी है, जिसमें पीड़ित ने गोरखपुर एम्स में नंबर लगाने के नाम पर ठगी का आरोप लगाया है. साइबर थाने की पुलिस मामले की जांच कर रही है, लेकिन यह पूरा वाकया कैसे हुआ इसको जानना सभी के लिए जरूरी है. बताया जा रहा है कि सिधवलिया थाना क्षेत्र के लोहिजरा गांव के रहने वाले अशोक राय ने बताया कि उनकी भाभी की तबीयत खराब थी और वे एम्स गोरखपुर में इलाज के लिए ऑनलाइन नंबर लगाना चाहते थे. गूगल पर सर्च करते समय उन्हें साइबर अपराधियों का नंबर मिला. झांसे में आकर उन्होंने पांच से सात अलग-अलग नंबरों पर बात की. जैसे ही अशोक ने नंबर लगाने की प्रक्रिया शुरू की, साइबर अपराधियों ने उनसे ओटीपी मांगा. इसके बाद, उनके बैंक खाते से 99,885 रुपये की राशि धोखाधड़ी से निकाल ली गयी. अशोक ने इस मामले में साइबर थाने में प्राथमिकी दर्ज कराते हुए कार्रवाई की गुहार लगायी है. आधार सेंटर खोलने के नाम पर 40 हजार की ठगी साइबर ठगी की एक और घटना में, गोपालगंज के फुलवरिया थाना क्षेत्र में आधार कार्ड सेंटर खोलने के नाम पर 40,000 रुपये की ठगी की गयी है. फुलवरिया श्रीपुर निवासी संजय कुमार ने साइबर थाने में शिकायत दर्ज करायी है. संजय का आरोप है कि उन्हें आधार कार्ड सेंटर खोलने के लिए एक कॉल आई थी, जिसमें पश्चिम बंगाल के मुख्तार महतो ने मुजफ्फरपुर के एक व्यक्ति का नाम लिया. संजय को बताया गया कि आधार सेंटर खोलने के लिए उन्हें 40,000 रुपये की राशि जमा करनी होगी. उन्होंने विश्वास करके अपनी रकम भेज दी, लेकिन बाद में उन्हें पता चला कि उनके साथ ठगी की गयी है. न तो उन्हें आधार कार्ड सेंटर का आइडी मिला और न ही रकम वापस की गई. ठगी के बढ़ते मामले गोपालगंज में साइबर अपराधियों की बढ़ती सक्रियता चिंता का विषय बनती जा रही है. स्वास्थ्य सेवाओं से संबंधित ठगी के मामलों ने न केवल मरीजों के लिए परेशानी खड़ी की है, बल्कि उनके परिजनों को भी आर्थिक नुकसान पहुंचाया है. इस प्रकार की ठगी से बचने के लिए लोगों को जागरूक रहना जरूरी है. पुलिस अधिकारियों ने जनता से अपील की है कि वे ऑनलाइन लेन-देन करते समय सतर्क रहें और किसी भी प्रकार की व्यक्तिगत जानकारी साझा करने से पहले अच्छी तरह से जांच कर लें. इसके साथ ही, अगर कोई संदिग्ध कॉल आए, तो तुरंत पुलिस को सूचित करें. साइबर अपराध के इस बढ़ते खतरे को रोकने के लिए जन जागरूकता बेहद आवश्यक है. FIRST PUBLISHED : September 18, 2024, 20:09 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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