देश में मंकीपॉक्स का दूसरा केस केरल का युवक संक्रमित हाल में विदेश से लौटा

एमपॉक्स संक्रमण आम तौर पर केवल पीड़ित तक सीमित रहता है. यह दो से चार सप्ताह तक रहता है और इसके रोगी आमतौर पर स्वस्थ हो जाता है. यह संक्रमित रोगी के साथ लंबे समय तक और निकट संपर्क में रहने से फैलता है.

देश में मंकीपॉक्स का दूसरा केस केरल का युवक संक्रमित हाल में विदेश से लौटा
मालप्पुरम: केरल के मलप्पुरम जिले में एमपॉक्स यानी मंकीपॉक्स संक्रमण का एक मामला सामने आया है. यहां हाल ही में विदेश से लौटे एक 38 वर्षीय व्यक्ति में इस बीमारी के लक्षण पाए गए थे. जांच में इस व्यक्ति में एमपॉक्स संक्रमण की पुष्टि हुई. जिला स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि मरीज कुछ दिन पहले केरल पहुंचा था और बीमार पड़ने पर उसे पहले एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था. अधिकारी के मुताबिक वहां से उसे मंजेरी मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया. यह संदेह होने पर कि यह एमपॉक्स का मामला हो सकता है, हमने जांच के लिए उसके नमूने कोझिकोड मेडिकल कॉलेज भेजे गए थे. रिपोर्ट में उक्त व्यक्ति के एमपॉक्स से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है. पिछले सप्ताह राष्ट्रीय राजधानी में एमपॉक्स का एक नया मामला सामने आया था जहां हरियाणा के हिसार निवासी 26 वर्षीय व्यक्ति में वायरस की पुष्टि हुई और उसे दिल्ली के एलएनजेपी अस्पताल में भर्ती कराया गया. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने इसे एक अकेला मामला बताया था, जो जुलाई 2022 से भारत में पहले दर्ज किए गए 30 मामलों की तरह था और कहा कि यह विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) द्वारा रिपोर्ट की गई वर्तमान सार्वजनिक स्वास्थ्य आपात स्थिति का हिस्सा नहीं था, जो एमपॉक्स के क्लेड 1 के बारे में है. इसमें कहा गया था कि हिसार निवासी 26 वर्षीय व्यक्ति पश्चिमी अफ्रीकी क्लेड-2 के एमपॉक्स वायरस के लिए पॉजिटिव पाया गया. डब्ल्यूएचओ आपातकाल घोषित किया डब्ल्यूएचओ ने पिछले महीने अफ्रीका के कई हिस्सों में इसकी व्यापकता और प्रसार को देखते हुए दूसरी बार एमपॉक्स को अंतरराष्ट्रीय चिंता का सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल (पीएचईआईसी) घोषित किया था. केरल में एमपॉक्स का यह मामला हाल ही में निपाह संक्रमण के कारण 24 वर्षीय एक युवक की मौत के बाद मलप्पुरम जिले में नियंत्रण क्षेत्र स्थापित किए जाने के मद्देनजर सामने आया है. सरकार ने रविवार को पुष्टि की थी कि नौ सितंबर को मरने वाला व्यक्ति निपाह वायरस से संक्रमित था. निपाह संक्रमण के इलाज के दौरान मलप्पुरम के एक लड़के की 21 जुलाई को मृत्यु हो गई. यह इस वर्ष राज्य में निपाह संक्रमण का पहला पुष्ट मामला था. कोझीकोड जिले में 2018, 2021 और 2023 में तथा एर्नाकुलम जिले में 2019 में निपाह का प्रकोप सामने आया था. कोझिकोड, वायनाड, इडुक्की, मलप्पुरम और एर्नाकुलम जिलों के चमगादड़ों में निपाह वायरस ‘एंटीबॉडी’ की उपस्थिति पाई गई है. Tags: KeralaFIRST PUBLISHED : September 18, 2024, 20:05 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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