वैसे तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सभी नेताओं से आत्मीय सम्बन्ध हैं लेकिन चुनाव प्रचार से लेकर के शपथ ग्रहण तक तीन ऐसे नेता हैं जिनके साथ उनकी केमिस्ट्री जबरदस्त दिखाई देती है. ये तीनों देश के अलग-अलग कोनों से आते हैं. तीनों का सामाजिक और शैक्षणिक बैकग्राउंड अलग है और तीनों का राजनीतिक सफर भी भिन्न है. लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ उनकी जुगलबंदी जबरदस्त है. इनमें से एक बिहार से हैं तो दूसरे आंध्र प्रदेश से और ये दोनों बीजेपी में नहीं हैं. जबकि तीसरे तमिलनाडु से आते हैं और बीजेपी के सदस्य हैं.
सबसे पहले बात प्रधानमंत्री मोदी के हनुमान ‘चिराग पासवान’ की. 13 मई को हाजीपुर की रैली में पीएम मोदी ने सबके सामने चिराग पासवान की तारीफ में जो कहा, संभवतः चिराग को भी उसकी उम्मीद नहीं होगी. मोदी ने कहा कि वो “माफ कीजिएगा मैं चिराग को लेकर तू-तुम करके बात कर लेता हूं क्योंकि उसे मैं बेटे जैसा ही देखता हूं.” भाव बिभोर हो गए चिराग ने तुरंत उठ कर मोदी को झुक कर प्रणाम किया. मोदी यहीं नहीं रुके, आगे उन्होंने कहा- “मैं पब्लिकली ऐसी बातें नहीं बोलता हूं, लेकिन यहां कह देता हूं कि चिराग के प्रति मेरा प्यार इसलिए है कि चिराग जब पहली बार पार्लियामेंट में आए तो मैं तो इतना ही जानता था कि ये रामविलास जी के बेटे हैं. मैंने देखा था कि उनके व्यवहार में रामविलास जी के बेटे होने का कोई गुरूर नहीं था और यह बहुत बड़ी बात है. मैं इसके लिए उनकी माताजी को सारा क्रेडिट देता हूं.”
पीएम मोदी ने चिराग पासवान की माताजी की ओर देखते हुए कहा कि “आपने इसमें ऐसा संस्कार दिया कि गुरूर का नामोनिशान नहीं है.”
इसी तरह पुराने संसद भवन के सेंट्रल हॉल में नरेंद्र मोदी को एनडीए संसदीय दल का नेता चुने जाने के राजनाथ सिंह के प्रस्ताव का अनुमोदन करते हुए चिराग पासवान ने कहा, “हम लोग क्षेत्र में जब जाते थे आपके नाम पर जिस तरह का उत्साह दिखता था वह हम लोगों के लिए गर्व की बात होती थी. हम कह सकते हैं कि हमारे पास ऐसा नेतृत्वकर्ता है जिसको लेकर जनता में विश्वास है.”
भाषण के बाद जब चिराग पासवान प्रधानमंत्री मोदी के पास पहुंचे तो बकौल चिराग, प्रधानमंत्री ने कहा “बहुत बढ़िया बोले बेटा”. चिराग का अब तक का राजनीतिक सफर बहुत उतार-चढ़ाव वाला रहा. फिर चाहें वो 2020 में बिहार विधानसभा चुनाव में निराशा हो या फिर चाचा के साथ विवाद के बाद पार्टी में दो फाड़ होना. एनडीए के साथ कैसे भी चिराग के सम्बन्ध हों लेकिन प्रधानमंत्री मोदी के प्रति चिराग पासवान का सम्मान और श्रद्धा हमेशा बनी रही. मोदी ने भी चिराग को हर जरूरी मौके पर संरक्षण दिया और इसी कारण उम्र में बहुत बड़ा फासला होने के बावजूद दोनों की जुगलबंदी ज़बरदस्त दिखती है
दूसरा नेता जिनके साथ प्रधानमंत्री की केमिस्ट्री “पॉवर”फुल दिखती है, वो हैं पॉवर स्टार पवन कल्याण. इसका सबसे शानदार उदहारण आपको तब मिलता है जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद भवन के अंदर एनडीए मीटिंग में पवन कल्याण का परिचय कराया. नरेंद्र मोदी ने भाषण देते हुए पवन की ओर इशारा करते हुए कहा कि “ये पवन नहीं है, आंधी है.” तेलुगु सिनेमा में सबसे अधिक बिकने वाले स्टार्स में से एक सुपरस्टार पवन कल्याण जनसेना पार्टी के अध्यक्ष हैं. 2024 के चुनावों में पवन कल्याण का स्ट्राइक रेट 100 प्रतिशत है. पार्टी ने 21 विधानसभा और दो लोकसभा सीटों पर उम्मीदवार खड़े किये और सभी पर चुनाव जीता. दिल्ली में एनडीए के घटक दलों की बैठक में पवन कल्याण ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ करते हुए जो कहा, वो सोशल मीडिया पर ज़बरदस्त वायरल है. पवन कल्याण ने कहा “मोदीजी आपने वास्तव में देश को प्रेरित किया है. मोदी जी, जब तक आप इस देश के प्रधानमंत्री हैं, हमारा देश कभी किसी के सामने नहीं झुकेगा.”
तीसरे नेता दक्षिण में तमिलनाडु भाजपा अध्यक्ष के. अन्नामलाई हैं. तमिलनाडु में भाजपा एक भी सीट जीतने में कामयाब नहीं हो पायी लेकिन NDA संसदीय दल की बैठक में तमिल भाजपा की पीठ थपथपाते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि “मैं तमिलनाडु की टीम को बधाई देना चाहता हूं. कइयों को लगा था कि वहां से जीत नहीं पाएंगे लेकिन झंडे को ऊंचा रखने के लिए वे जी-जान से लगे रहे. भले ही तमिलनाडु में सीट नहीं जीत पाए लेकिन जिस तरीके से वोट शेयर बढ़ा है वो साफ-साफ संदेश दे रहा है कि कल में क्या लिखा हुआ है.”
तमिलनाडु भाजपा अध्यक्ष कुप्पुसामी अन्नामलाई का जबरदस्त बैकग्राउंड है. अन्नामलाई ने कोयंबटूर से इंजीनियरिंग की पढ़ाई की और इसके बाद एमबीए करने भारतीय प्रबंध संस्थान लखनऊ गए. उन्होंने सिविल सेवा की परीक्षा दी और भारतीय पुलिस सेवा में उनका चयन हो गया. मात्र 36 वर्ष की आयु में बीजेपी ने 2021 में अन्नामलाई को पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष बनाकर सभी को हैरान कर दिया था. अन्नामलाई के आक्रामक प्रचार और भाजपा का जनाधार बढ़ाने के लिए रणनीति ने पार्टी का वोट प्रतिशत को काफी बढाया, खासकर युवाओं में अन्नामलाई का जबरदस्त क्रेज़ देखने को मिला. तथ्य भी यही कह रहे हैं क्योंकि तमिलनाडु में भाजपा का वोट शेयर 11.24% तक पहुंच गया है, जो पिछले लोकसभा चुनाव में मात्र 3.6% था. वैसे भी अन्नामलाई के साथ प्रधानमंत्री मोदी ने जितनी भी रैलियां की हैं, उसमें दोनों की बॉडी लैंग्वेज से आप आसानी से अंदाजा लगा लेंगे कि मोदी को अन्नामलाई किस कदर प्रिय हैं. एक इंटरव्यू में अन्नामलाई की तारीफ करते हुए मोदी ने कहा कि “वह आईपीएस की नौकरी छोड़कर राजनीति में आए हैं. अगर अन्नामलाई को कुछ पाना चाहते तो वह डीएमके और एआईडीएमके में चले जाते मगर वह देश के कल्याण के लिए बीजेपी से जुड़े.”
ये तीन नेता ऐसे हैं जिनके साथ पूरे लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री मोदी की जबरदस्त केमिस्ट्री देखने को मिली जो सरकार गठन के बाद भी जारी दिख रही है. तीनों युवा हैं, लोकप्रिय हैं और असीम सम्भावना और ऊर्जा से भरे नेता हैं.
Tags: Chirag Paswan, K. Annamalai, Narendra modi, Pawan KalyanFIRST PUBLISHED : June 11, 2024, 13:31 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed