परिवार की आस और अपने सपने को पूरा करने बिहार से चला गया 1500 किमी दूर पर

Manipur Militants Attack: मणिपुर में बिहार के प्रवासी श्रमिकों पर हमला किया गया. हमले के दौरान गोपालगंज के रहलेवाले दो श्रमिकों की गोली मारकर हत्या कर दी गयी. ये दोनों काम करके अपने किराये के मकान पर साइकिल से शनिवार की शाम लौट रहे थे. हत्या के बाद मणिपुर में काम करनेवाले गोपालगंज के श्रमिक दहशत में हैं, वहीं मृतकों के परिवार में चीख-पुकार मची हुई है.

परिवार की आस और अपने सपने को पूरा करने बिहार से चला गया 1500 किमी दूर पर
हाइलाइट्स राजवाही गांव के बिन टोली के दशरथ सहनी और संतोष सहनी कमाने के लिए दोनों भाई गए थे मणिपुर. होली में दोनों भाई आने वाले थे घर, दोनों भाइयों की शादी की चल रही थी बात, परिजनों में मचा कोहराम. गोपालगंज. बेटे की गोली मारकर हत्या की खबर से आहत पिता मोहन सहनी बिन टोली में घर के बाहर बेसुध पड़े हैं… आंगन में दशरथ की मां राधिका देवी बेटे की तस्वीर लेकर रो रही थीं और गांव की महिलाएं ढांढस बंधाते हुए सांत्वना दे रहीं… छह भाइयों में दशरथ तीसरे नंबर पर था, उसके दो बड़े भाइयों के शादी हो चुकी है. दशरथ और संतोष की शादी होनी थी, लेकिन घर नहीं था. मकान बनाने के लिए पैसे की जरूरत थी और यहां काम नहीं मिल रहा था. घर पर काम नहीं मिलने से दोनों भाइयों ने गांव के अन्य लोगों के साथ मणिपुर जाने का फैसला किया, जहां दशरथ सहनी की गोली मारकर हत्या कर दी गयी. बता दें कि मणिपुर में उपद्रवियों के शिकार हुए गोपालगंज के राजवाही बिन टोली के दशरथ सहनी अपने बड़े भाई संतोष सहनी के साथ गये थे. एक नवंबर को दोनों भाई गांव के 10-12 लोगों के साथ मणिपुर के काकचिंग जिले में मजदूरी करने गये, जहां 500 रुपये प्रतिदिन की दर से दिहाड़ी मिलती थी. ओवर टाइम करने पर दो-दो सौ रुपये दोनों भाइयों को मिल जाता था. होली में दोनों भाइयों को घर आने का प्लान था, क्योंकि शादी के लिए दोनों भाइयों की बात चल रही थी. मगर होनी को कुछ और ही मंजूर था. दशरथ के पिता मोहन सहनी ने कहा, बेटे का सपना था कि घर बनने के बाद धूमधाम से शादी करूंगा, लेकिन यह सपना अधूरा रह गया. अपने घर पर काम नहीं मिल रहा था, इसलिए दोनों मेहनत मजदूरी कर कमाने के लिए मणिपुर गये थे, जहां उप्रदवियों ने गोली मारकर मेरे बेटे की हत्या कर दी गयी़ वह किसी का क्या बिगाड़ा था. मणिपुर से संतोष ने बताई आपबीती मणिपुर में भाई की हत्या से दहशत में आये संतोष कुमार ने फोन पर बताया कि वहां बीच सड़क पर गोली मारकर घटना को अंजाम दिया गया है. दशरथ और सोनेलाल साइकिल से अपने किराये के मकान पर जा रहे थे, उसके पीछे 500 मीटर की दूरी पर बाकी सभी लोग पैदल मकान पर जा रहे थे, इसलिए उन सभी लोगों की जान बच गयी, नहीं तो इनलोगों के साथ भी अनहोनी हो सकती थी. घटना की आपबीती फोन पर सुनाते हुए संतोष फफक कर रो पड़ रहे थे. पार्थिव शरीर लाने की चल रही तैयारी मणिपुर से दोनों मजदूरों के शवों को लाने के लिए प्रशासनिक स्तर पर कार्रवाई चल रही है. बताया जा रहा है कि रविवार को दोनों शवों का इंफाल के सरकारी अस्पताल में पोस्टमार्टम कराया गया है और पैतृक गांव के लिए लाने की तैयारी की गयी है. वहीं, दशरथ के पिता मोहन सहनी ने बताया कि ठेकेदार ने दोनों के शवों को मणिपुर में ही दाह-संस्कार कर दिये जाने का दबाव बनाया, लेकिन परिवार ने शवों को मंगाने के लिए प्रशासन व सरकार से गुहार लगायी है. जनप्रतिनिधियों ने मदद का भरोसा दिया राजवाही बिन टोली के दो मजदूरों की मणिपुर में गोली मारकर हत्या किये जाने की खबर पर सांसद प्रतिनिधि सह जेडीयू नेता धर्मराज प्रसाद सिंह, स्थानीय पंचायत के मुखिया अजीत राय और अन्य जनप्रतिनिधियों ने परिजनों से मुलाकात की. वहीं, मुखिया ने बताया कि सांसद डॉ आलोक कुमार सुमन से इस मामले में बात की गयी और दोनों मजदूरों के पार्थिव शरीर को मंगाने के लिए पहल करने की अपील की गयी है. Tags: Bihar crime news, Gopalganj news, Gopalganj PoliceFIRST PUBLISHED : December 16, 2024, 08:31 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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