इस जमाने में ऑनलाइन धोखाधड़ी और क्राइम से हर किसी को बचने की जरूरत है. पैसों की ऑनलाइन धोखाधड़ी तो आम बात है लेकिन कई बात निर्दोष लड़के-लड़कियां परेशानी में घिर जाते हैं. एक ऐसी ही घटना सामने हैं. इसमें एक लड़की अपने एक ऑनलाइन फ्रेंड पर भरोसा कर उससे मिलने भागे-भागे होटल आ पहुंची. फिर वहां उसके साथ जो हुआ उस रूह कंपाने वाली थी. फिर लड़की किसी तरह अपने माता-पिता को अपना लोकेशन भेजने में सफल हुई. फिर करीब 20 दिनों बाद पुलिस वहां पहुंची और लड़की को बचाने में कामयाब हुई.
दरअसल, यह घटना है हैदराबाद की. यहां की पुलिस की एक शाखा ‘शी टीम्स’ ने 18 वर्षीय लड़की को मुक्त करवाया. इस लड़की को एक इंजीनियरिंग छात्र ने 20 दिनों से यहां एक होटल के कमरे में बंद करके रखा. इंजीनियरिंग के एक छात्र ने छात्रा से कथित तौर पर सोशल मीडिया के जरिये दोस्ती की थी.
सूत्रों ने बताया कि लड़की को शनिवार को छुड़ाया गया और 19 वर्षीय आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया. सूत्रों के अनुसार, उसके खिलाफ नारायणगुडा पुलिस थाने में भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की प्रांसगिक धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है.
पुलिस उपायुक्त (साइबर अपराध और महिला सुरक्षा-हैदराबाद) डी. कविता ने बताया कि भैंसा कस्बे की निवासी छात्रा के माता-पिता ने “शी टीम्स” हैदराबाद में शिकायत दर्ज कराई कि उनकी बेटी ने उन्हें फोन करके बताया कि उसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के जरिये एक ऑनलाइन दोस्त ने फंसाया है.
पुलिस के अनुसार, पीड़िता ने बताया कि आरोपी ने उसे हैदराबाद आने के लिए धमकाया और मजबूर किया तथा उसे 20 दिनों तक होटल के कमरे में बंद रखा. उसने एक इंस्टेंट मैसेजिंग ऐप के जरिये अपने माता-पिता को अपनी वर्तमान लोकेशन बताई.
पुलिस ने बताया कि ‘शी टीम्स’ ने नारायणगुडा में एक बंद होटल के कमरे में लड़की को ट्रैक किया और उसे बचाया तथा उसके माता-पिता को सौंप दिया. इसके बाद आरोपी को भी गिरफ्तार कर लिया गया. ‘शी टीम’ तेलंगाना पुलिस की एक शाखा है, जिसका काम छेड़छाड़ करने वालों और पीछा करने वालों पर नकेल कसना तथा महिलाओं और लड़कियों को सुरक्षा प्रदान करना है.
Tags: Hyderabad policeFIRST PUBLISHED : September 9, 2024, 24:00 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed