NDA के रहे कैडेट 5000 घंटे से अधिक फ्लाइंग करने का अनुभव मिली ये जिम्मेदारी

Indian Air Force Story: एनडीए से पढ़ाई करने वाले अधिकांश लोग तीनों सेनाओं के प्रमुख के पद तक पहुंचे की कोशिश में रहते हैं. लेकिन इनमें से कुछ ही लोग इन तीनों सेनाओं के प्रमुख के पद पर नियुक्त हो पाते हैं. इन्हीं में से एक हैं भारतीय वायुसेना के ऑफिसर अमर प्रीत सिंह, जिन्हें वायुसेना की कमान सौंपी गई है.

NDA के रहे कैडेट 5000 घंटे से अधिक फ्लाइंग करने का अनुभव मिली ये जिम्मेदारी
Indian Air Force Story: भारतीय वायुसेना में ऑफिसर की नौकरी (Sarkari Naukri) NDA CDS, और AFCAT के जरिए मिलती है. इसके लिए लोग जी तोड़ मेहनत करते हैं. 12वीं के बाद जो भी NDA के जरिए वायुसेना में भर्ती होते हैं, वे प्रमोशन पाकर वायुसेना प्रमुख के पद तक पहुंचने की कोशिश करते हैं. लेकिन इनमें से कुछ ही लोग एयर मार्शल बनते हैं. इन्हीं में से एक अमर प्रीत सिंह (Amar Preet Singh) हैं, जिन्हें एयर चीफ मार्शल बनाया गया है. वह एयर चीफ मार्शल विवेक राम चौधरी की जगह लेंगे. रक्षा मंत्रालय ने कहा कि वर्तमान में वाइस चीफ ऑफ एयर स्टाफ के पद पर कार्यरत अमर प्रीत सिंह (Amar Preet Singh) पीवीएसएम, एवीएसएम 30 सितंबर की दोपहर को वायुसेना का कार्यभार संभालेंगे. उनके पास 5,000 घंटे से अधिक उड़ान का अनुभव है. एयर चीफ मार्शल चौधरी 30 सितंबर को सेवानिवृत्त होंगे. 27 अक्टूबर, 1964 को जन्मे एयर मार्शल सिंह को दिसंबर 1984 में भारतीय वायुसेना के लड़ाकू पायलट स्ट्रीम में शामिल किया गया था. लगभग 40 वर्षों की अपनी लंबी और प्रतिष्ठित सेवा के दौरान, उन्होंने विभिन्न कमांड, स्टाफ, निर्देशात्मक और विदेशी नियुक्तियों में काम किया है. नेशनल डिफेंस एकेडमी से की पढ़ाई भारतीय वायुसेना का प्रमुख बनाए गए अमर प्रीत सिंह (Amar Preet Singh) नेशनल डिफेंस एकेडमी (NDA), डिफेंस सर्विस स्टाफ कॉलेज और नेशनल डिफेंस कॉलेज के पूर्व छात्र हैं. एयर ऑफिसर अमर प्रीत सिंह एक योग्य फ्लाइंग इंस्ट्रक्टर और एक एक्सपेरिमेंटल टेस्ट पायलट हैं, जिनके पास विभिन्न प्रकार के फिक्स्ड और रोटरी-विंग विमानों पर 5,000 घंटे से अधिक उड़ान का अनुभव है. अधिकारी ने एक ऑपरेशनल फाइटर स्क्वाड्रन और एक फ्रंटलाइन एयर बेस की कमान संभाली है. कई अहम पद पर रहे कार्यरत एक टेस्ट पायलट के रूप में उन्होंने मॉस्को में मिग-29 अपग्रेड प्रोजेक्ट मैनेजमेंट टीम का नेतृत्व किया है. वह नेशनल फ्लाइट टेस्ट सेंटर में प्रोजेक्ट डायरेक्टर (फ्लाइट टेस्ट) भी थे और उन्हें हल्के लड़ाकू विमान, तेजस की उड़ान परीक्षण का काम सौंपा गया था. एयर मार्शल सिंह ने दक्षिण पश्चिमी वायु कमान में वायु रक्षा कमांडर और पूर्वी वायु कमान में सीनियर वायु स्टाफ अधिकारी के महत्वपूर्ण स्टाफ पदों पर कार्य किया है. वायु सेना के उप प्रमुख का पदभार संभालने से पहले वह मध्य वायु कमान के एयर ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ थे. ये भी पढ़ें… Indian Coast Guard में नौकरी पाने का बढ़िया मौका, बस चाहिए होगी ये योग्यता, 200000 मिलेगी सैलरी Google में करता था काम, अब कनाडा में सर्च रहा है नौकरी, इंडियन एक्सपीरियंस को किया कम, जानें क्या है वजह Tags: Indian air force, Indian Air Force officerFIRST PUBLISHED : September 21, 2024, 15:23 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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