सोशल मीडिया पर चुनावी सीजन में एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें केरल में इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग की एक रैली में लोगों को हिंदू विरोधी नारे लगाते हुए दिखाया गया है. इस मुद्दे पर सोशल मीडिया पर लोग कांग्रेस को घेर रहे हैं क्योंकि मुस्लिम लीग कांग्रेस की अगुवाई वाले इंडिया गठबंधन का हिस्सा है. सोशल मीडिया यूजर्स इसे लोकसभा चुनाव 2024 से जोड़ते हुए शेयर कर रहे हैं. यह वीडियो न्यूज18 का है.
वायरल वीडियो को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक पर एक यूजर ने शेयर करते हुए लिखा,’ये है केरल की एक मुस्लिम रैली. इसे मुस्लिम लीग ने निकाला था. ये वही मुस्लिम लीग है, जो कांग्रेस के गठबंधन में शामिल है और वायनाड से, राहुल गांधी को समर्थन दे रही है. ध्यान से सुनो हिन्दुओं, नारे भी सुनो और इस रैली को समर्थन देने वाली, कांग्रेस को भी समझो. अभी भी वक्त है हिन्दुओं.’
फैक्ट चैक में खुली पोल
बूम (hindi.boomlive.in) ने विभिन्न स्तरों पर इस वीडियो क्लिक की पड़ताल करते हुए फैक्ट चैक में पाया कि इन वीडियो को लेकर जो भ्रामक बाते फैलाई जा रही हैं वे एकदम निराधार हैं. फैक्ट चैक में पाया कि न्यूज चैनल का यह वीडियो पिछले जुलाई 2023 का है. उस दौरान मणिपुर हिंसा के विरोध में मुस्लिम लीग ने केरल के कासरगोड में एक रैली निकाली थी. वीडियो क्लिप में बताया गया कि इस रैली में कुछ लोगों ने भड़काऊ और आपत्तिजनक नारेबाजी की थी.
ट्विटर यानी एक्स पर एक यूजर ने इस वीडियो को शेयर करते हुए लिखा है, ‘हिंदुओं को जिंदा जला देंगे, उनको मंदिरों में लटका देंगे, वो रामायण नहीं पढ़ पाएंगे.’ इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग की केरल में रैली. ये वही पार्टी है जिसे राहुल गांधी विदेश में बैठ कर सेक्युलर बता रहे थे, जिसके समर्थन से वो वायनाड में चुनाव लड़ रहे हैं और और जो विपक्षी गठबंधन “इंडिया” का हिस्सा है.
बूम ने जांच पड़ताल में पाया कि वायरल वीडियो साल 2023 का है. और जब इसे गूगल पर सर्च किया गया तो पाया कि बीते साल 26 जुलाई को डेकन हेराल्ड न्यूज वेबसाइट में प्रकाशित एक रिपोर्ट में इस खबर को न्यूज एजेंसी पीटीआई के हवाले से शेयर किया गया था. न्यूज में बताया गया कि मुस्लिम यूथ लीग की रैली में भड़काऊ भाषण लगाने पर तीन सौ से अधिक के खिलाफ पुलिस में मामला दर्ज हुआ था. डेकन हेराल्ड ने अपनी न्यूज में लिखा है कि हिंदू विरोधी नारेबाजी करने पर यूथ लीग के नेता अब्दुल सलाम को पार्टी से निष्कासित कर दिया गया. खबर में भारतीय जनता पार्टी आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय का ट्वीट भी था, जिसे 26 जुलाई 2023 को शेयर किया गया था. बीजेपी ने आलोचना करते हुए कांग्रेस और कम्युनिस्ट पार्टी पर निशाना साधा था. केरल
हिंदुओं को ज़िंदा जलाएँगे (IUML नारेबाज़ी)
बिहार
प्रदर्शनकारियों पर फ़ायरिंग
बंगाल
चुनावों में 42 मौत
राजस्थान
महिला सुरक्षा की बात पर मंत्री बर्खास्त
छत्तीसगढ़
कोंडागांव में निर्वस्त्र परेड
कर्नाटक
उडुपी कॉलेज वीडियो मामला
Idea Of I.ND.I.A ?
pic.twitter.com/FQCEobxYRU
— Aman Chopra (@AmanChopra_) July 27, 2023
कुल मिलाकर विभिन्न स्तरों के फैक्ट चैक में पाया कि यह वीडियो इन चुनावों का नहीं बल्कि जुलाई, 2023 का है. इस तरह सोशल मीडिया पर इन दिनों तमाम ऐसी पुरानी तस्वीरें और वीडियो वायरल हो रहे हैं जिन्हें इन चुनावों का बताया जा रहा है. ऐसे वीडियो या तस्वीरों से लोगों को सतर्क रहना चाहिए.
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Tags: Fake news, Loksabha Elections, Viral PhotoFIRST PUBLISHED : April 26, 2024, 18:06 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed