कौन होता है पुलिस विभाग का सबसे बड़ा अधिकारी कितनी मिलती है सैलेरी
कौन होता है पुलिस विभाग का सबसे बड़ा अधिकारी कितनी मिलती है सैलेरी
DGP Salary: किसी भी राज्य में पुलिस का मुखिया यानि डीजीपी ही सबसे बड़ा अधिकारी होता है. डीजीपी कहीं अचानक से नियुक्त नहीं होता, बल्कि आईपीएस कैडर में सबसे सीनियर बैच के आईपीएस अफसर को यह पद दिया जाता है. आइए जानते हैं कि डीजीपी को कितनी सैलेरी और क्या-क्या सुविधाएं मिलती हैं?
DGP Salary, IPS Prashant Kumar: इनदिनों उत्तर प्रदेश के डीजीपी प्रशांत कुमार काफी चर्चा में हैं. दरअसल, इस बार चर्चा उनकी सैलेरी को लेकर है. असल में योगी आदित्यनाथ की सरकार ने उत्तर प्रदेश के डीजीपी प्रशांत कुमार को उच्चतम वेतनमान दिया है, जिसके बाद कहा जा रहा है कि अब उनकी सैलेरी लाखों में होगी हालांकि यह मामला नया नहीं है. इससे पहले यूपी के ही कार्यवाहक डीजीपी डीएस चौहान को उनकी रिटायरमेंट के ठीक एक दिन पहले योगी सरकार ने उन्हें डीजीपी का वेतनमान देने का आदेश जारी किया था. ऐसे में आइए समझते हैं कि आखिर कोई भी आईपीएस अपनी नौकरी के कितने सालों बाद इस पोजिशन तक पहुंच सकता है और किसी आईपीएस को डीजीपी बनने पर कितनी सैलेरी मिलती है? क्या क्या सुविधाएं मिलती हैं
सबसे पहले बात यूपी के डीजीपी प्रशांत कुमार की. इसी साल जनवरी में यूपी के डीजीपी बनने वाले आईपीएस प्रशांत कुमार को राज्य सरकार ने उच्चतम वेतनमान वेतनमान देने का निर्णय लिया है. उनको कार्यवाहक डीजीपी बनने की तिथि से इसका लाभ मिलेगा. बता दें कि प्रशांत कुमार वर्ष 1990 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं. जब उन्होंने यूपीएससी परीक्षा पास कर आईपीएस की ट्रेनिंग पूरी की, तो उन्हें तमिलनाडु कैडर का आईपीएस बनाया गया. लेकिन व्यक्तिगत कारणों से उन्होंने वर्ष 1994 में अपना तबादला यूपी कैडर में करा लिया. तब से अभी तक वह यहीं सेवाएं दे रहे हैं.
How to Become DGP: कौन बन सकता है डीजीपी
डीजीपी का फुल फॉर्म होता है- डायरेक्टर जनरल ऑफ पुलिस (Director General Of Police).जिसे हिन्दी में पुलिस महानिदेशक कहते हैं. यह भारतीय पुलिस सेवा यानि इंडियन पुलिस सर्विसेज (Indian police services) मतलब पुलिस विभाग का सबसे ऊंचा पद होता है. डीजीपी जैसे महत्वपूर्ण पद पर पहुंचने के लिए सबसे पहले आईपीएस बनना जरूरी है. इसके लिए आपको संघ लोक सेवा आयोग (UPSC)की परीक्षा पास करना जरूरी है. इस परीक्षा के जरिये ही कोई भी उम्मीदवार आईपीएस बनता है. ग्रेजुएशन के बाद यूपीएससी की परीक्षा दी जा सकती है. बशर्ते कि आपकी उम्र 21 से 32 वर्ष के बीच हो. आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थियों को उम्र सीमा में छूट मिलती है. आईपीएस बनने के 25 साल के कार्यअनुभव और प्रमोशन के आधार पर कोई भी आईपीएस अधिकारी डीजीपी के पद तक पहुंच सकता है.
DGP Salary: कितनी मिलती है सैलेरी?
पुलिस महानिदेशक (DGP) यानि पुलिस आयुक्त को किसी भी दूसरे पुलिस अधिकारी की तुलना में सबसे अधिक वेतन मिलता है. डीजीपी को सातवें वेतन आयोग के अनुसार सैलेरी मिलती है. इसके तहत पुलिस महानिदेशक के समकक्ष रैंक के अधिकारियों का वेतन 2,05,000/- रुपये होती है, लेकिन डीजीपी का वेतनमान पदोन्नति के बाद बढ़कर 2,25,000 रुपए हो जाता है. यूपी के डीजीपी प्रशांत कुमार को भी यही उच्चतम वेतनमान मिलेगा.
DGP Facilities: इसके अलावा क्या क्या सुविधाएं
किसी भी राज्य के डीजीपी को वेतन के अलावा कई तरह की सुविधाएं भी मिलती है. इसके तहत उन्हें महंगाई भत्ता (DA),यात्रा भत्ता (TA), हाउस रेंट अलाउंस (HRA),ड्राइवर, चपरासी, घरेलू नौकर, निजी सहायक, सरकारी वाहन सुविधा, आवासीय क्वार्टर (टाइप IV से टाइप VIII) या एचआरए, सीजीएचएस चिकित्सा सुविधा, अवकाश भत्ता/ यात्रा भत्ता आदि की सुविधाएं मिलती हैं.
Tags: DGP Office, DGP UP, IPS Officer, IPS officers, UP DGP, UPSC, Upsc exam, UPSC Exams, Upsc topperFIRST PUBLISHED : September 14, 2024, 10:48 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed