नोएडा में फंस गई 12 हजार फ्लैट की रजिस्ट्री 29 बिल्डरों पर 6902 करोड़ बकाया

NOIDA Authority: दिल्ली से सटे नोएडा में 12000 फ्लैट्स बायर्स की रजिस्ट्री पर ग्रहण लगता दिख रहा है. अमिताभ कांत समिति की सिफारिश के तहत कुल बकाए का 25 प्रतिशत जमा न करने वाले बीदरों पर प्राधिकरण ने शिकंजा कसा है.

नोएडा में फंस गई 12 हजार फ्लैट की रजिस्ट्री 29 बिल्डरों पर 6902 करोड़ बकाया
हाइलाइट्स नोएडा के 29 बिल्डरों के खिलाफ ईओडब्लू जांच की सिफारिश अमिताभ कांत समिति की सिफारिश पर अमल न करने पर लिया गया फैसला नोएडा. अमिताभ कांत समिति की सिफारिश के बाद कुल बकाये का 25 प्रतिशत जमा नहीं करने वाले बिल्डरों के खिलाफ अब आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) जांच करेगी. इसके लिए नोएडा प्राधिकरण ने ईओडब्लयू से संपर्क किया है. प्रत्येक बिल्डर की जानकारी, उनकी देयता, आवंटन पत्र और इफेक्टड बायर्स के बारे में पूरी जानकारी ईओडब्ल्यू को दी जाएगी. उनसे गाइडेंस लिया जाएगा. इसमें नोएडा क्षेत्र के 29 बिल्डर हैं, जिन पर करीब 6902 करोड़ रुपए बकाया है. अगर बिल्डर्स  पैसा जमा कर दें तो 12616 फ्लैट बायर्स की रजिस्ट्री हो सकती है. नोएडा अथॉरिटी के सीईओ से मिली जानकारी के मुताबिक इन बिल्डरों के खिलाफ एक्शन लिया जाएगा. इसमें नौ बिल्डर ऐसे हैं, जिनको कई बार नोटिस जारी कर बैठक में बुलाया गया, लेकिन अब तक न तो इन लोगों ने सहमति दी है और न ही ये बैठक में उपस्थित हुए. हाल ही में लखनऊ में हुई बैठक के बाद ये निर्णय लिया गया है कि ऐसे सभी बिल्डरों का भूखंड निरस्त किया जाए. साथ ही अनसोल्ड इन्वेंट्री को सील किया जाए. अनसोल्ड इन्वेंट्री को बेचकर बकाया वसूल किया जाए. साथ ही आर्थिक अपराध शाखा को जांच के लिए भेजा जाए. तीन पाइंट में समझे किन बिल्डरों की होगी जांच ऐसे बिल्डर जिन्होंने अमिताभ कांत की सिफारिश के तहत सहमति दी, लेकिन पैसा जमा नहीं किया. इनकी संख्या 7 है. जिन पर 1575.48 करोड बकाया है. ये पैसा जमा कर दें तो 2853 रजिस्ट्री हो सकेंगी. ऐसे बिल्डर जिन्होंने सिफारिश के तहत सहमति दी और आंशिक पैसा जमा किया. इनकी संख्या 13 है. इन पर 4147.54 करोड़ का बकाया है. पैसा जमा करने पर 5263 बायर्स की रजिस्ट्री हो सकेगी. ऐसे बिल्डर जिन्होंने न तो सहमति दी और न बैठक में आए. इनकी संख्या 9 है. इन पर 1180 करोड़ का बकाया है. पैसा जमा करने पर 4500 बायर्स की रजिस्ट्री हो सकेगी. 12616 बायर्स की फंसी रजिस्ट्री इन बिल्डरों पर 6902 करोड़ के आसपास बकाया है. अमिताभ कांत की सिफारिश के तहत इन बिल्डरों को दो साल कोविड का लाभ देते हुए जीरो पीरियड दिया गया. इसके बाद इनको कुल बकाया का महज 25 प्रतिशत पैसा जमा करना था. बाकी रकम किस्तों में देनी थी. बिल्डरों ने न तो पैसा जमा किया और न ही सहमति दी. ऐसे में प्राधिकरण अब एक्शन लेने जा रहा है. अब तक 1298 बायर्स की हो चुकी रजिस्ट्री प्राधिकरण ने 56 बिल्डर परियोजनाओं में से 22 बिल्डरों को अमिताभ कांत की सिफारिश के तहत छूट दी. इन बिल्डरों ने अब तक 25 प्रतिशत धनराशि रुपए 275.72 करोड़ जमा कराई. 6 बिल्डर्स का बकाया शून्य हो  गया है. इन 28 बिल्डर परियोजनाओं में कुल 2558 फ्लैट बायर्स के पक्ष में रजिस्ट्री की अनुमति दी गई. जिसके सापेक्ष 3 सितंबर 2024 तक 1298 फ्लैट बायर्स के पक्ष में रजिस्ट्रियों की गई. 1260 रजिस्ट्रियों शेष हैं. जब तक 22 बिल्डर ये अपना 25 प्रतिशत पैसा पूरा जमा नहीं करते इनको एनजीटी के जीरो पीरियड का लाभ नहीं दिया जाएगा. Tags: Noida Authority, UP latest newsFIRST PUBLISHED : September 5, 2024, 10:52 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed