सिंघाड़े की खेती ने बदली फर्रुखाबाद के अनिल की किस्मत लागत से कई गुना कमाई

Singhada ki Kheti: फर्रुखाबाद जिले के कमालगंज ब्लॉक में इस बार सबसे ज्यादा सिंघाड़े की खेती हो रही है. पहले केवल गिने-चुने किसान ही इस फसल की खेती करते थे, लेकिन अब स्थिति बदल चुकी है. इस समय कमालगंज क्षेत्र में दो दर्जन से अधिक किसान तालाबों में सिंघाड़े की खेती करके अच्छी खासी कमाई कर रहे हैं.

सिंघाड़े की खेती ने बदली फर्रुखाबाद के अनिल की किस्मत लागत से कई गुना कमाई
सत्यम कटियार/फर्रुखाबाद: अगर आप भी सिंघाड़े की खेती करने का विचार कर रहे हैं, तो आपको सावधानी बरतने की आवश्यकता है. इन दिनों सिंघाड़े की फसल तैयार करने के लिए तालाब की अच्छे से सफाई की जाती है. तालाब के हर हिस्से में काई खत्म करने के लिए छिड़काव किया जाता है, जिससे तालाब साफ रहता है और सिंघाड़े का उत्पादन बढ़ जाता है. फर्रुखाबाद जिले के कमालगंज ब्लॉक में इस बार सबसे ज्यादा सिंघाड़े की खेती हो रही है. पहले केवल गिने-चुने किसान ही इस फसल की खेती करते थे, लेकिन अब स्थिति बदल चुकी है. इस समय कमालगंज क्षेत्र में दो दर्जन से अधिक किसान तालाबों में सिंघाड़े की खेती करके अच्छी खासी कमाई कर रहे हैं. समय के साथ बदलता गया खेती करने का तरीका समय के साथ खेती के तरीकों में भी बदलाव आया है. पहले के समय में किसान पारंपरिक फसलों पर निर्भर रहते थे. लेकिन अब उनके खेती के तरीके और कार्यक्षेत्र में विस्तार हुआ है. कमालगंज ब्लॉक के महमदपुर अमलैया गांव के किसान अनिल कुमार ने सिंघाड़े की खेती से आर्थिक स्थिति को मजबूत किया है. उनके साथ-साथ महरूपुर और खेरे के अन्य किसान भी बड़े पैमाने पर सिंघाड़े की खेती कर रहे हैं, जिससे उन्हें अच्छी आय हो रही है. सिंघाड़े की खेती के फायदे कमालगंज नवीन मंडी और जिले के थोक बाजार में सिंघाड़ा 20 से 30 रुपये प्रति किलो के हिसाब से बिक रहा है. जबकि फुटकर में बेचने पर इसकी कीमत 40 से 50 रुपये प्रति किलो तक मिल जाती है. सिंघाड़े की रोपाई आमतौर पर मार्च-अप्रैल में की जाती है, जिससे सितंबर-नवंबर तक फसल तैयार हो जाती है. ठंड की इस फसल की बाजार में अच्छी कीमत मिलती है. सिंघाड़े की खेती में लागत और कमाई सिंघाड़े की एक बीघा फसल तैयार करने में लगभग 3 से 5 हजार रुपये की लागत आती है, जिसमें उर्वरक भी शामिल हैं. एक एकड़ की फसल से लगभग 75 कुंतल से अधिक उत्पादन होता है, जिससे किसानों को 50 हजार से 70 हजार रुपये तक की कमाई हो जाती है. सिंघाड़े की खेती सही ढंग से की जाए, तो यह न केवल लाभदायक हो सकती है बल्कि किसानों की आर्थिक स्थिति को भी बेहतर कर सकती है. Tags: Agriculture, Farrukhabad news, Kisan, Local18FIRST PUBLISHED : September 1, 2024, 12:07 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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