मई के अंत में शुक्र और बृहस्पति का दुर्लभ संयोगचमकेगी 5 राशियों की किस्मत

ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक 31 मई की रात्रि को बुध वृषभ राशि में प्रवेश करेंगे जहां वृषभ राशि में पहले से दैत्य गुरु शुक्र और देवताओं के गुरु बृहस्पति विराजमान है ऐसी स्थिति में गजलक्ष्मी राजयोग सहित बुधादित्य और मालव्य राजयोग का भी निर्माण होगा .

मई के अंत में शुक्र और बृहस्पति का दुर्लभ संयोगचमकेगी 5 राशियों की किस्मत
अयोध्या: वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार ग्रह-नक्षत्रों का राशि परिवर्तन बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है. एक निश्चित अवधि पूरा करने के बाद सभी ग्रह एक राशि से निकलकर दूसरी राशि में प्रवेश करते हैं. ग्रहों की इस घटना को गोचर कहा जाता है. गोचर का सीधा संबंध सभी 9 ग्रहों और 12 राशियों पर पड़ता है. सूर्य से केतु तक सभी ग्रहों के राशि परिवर्तन की अवधि अलग-अलग होती है. जिसका प्रभाव सभी राशियों पर सकारात्मक व नकारात्मक रूप से पड़ता है. इसके साथ ही जब ग्रह एक राशि से निकलकर दूसरी राशि में प्रवेश करते हैं तो वह कई शुभ राजयोग का निर्माण भी करते हैं. ज्योतिष गणना के अनुसार 19 मई को दैत्य गुरु शुक्र ग्रह मेष राशि से निकलकर वृषभ राशि में प्रवेश करेंगे. देवताओं के गुरु बृहस्पति 1 मई को वृषभ राशि में प्रवेश चुके हैं . लगभग 12 साल बाद वृषभ राशि में जिससे गजलक्ष्मी राजयोग का निर्माण होगा. गौरतलब है कि गुरु और शुक्र जब एक दूसरे से केंद्र भाव में, आमने सामने या पहले, चौथे और सातवें भाव में होते हैं, तब गजलक्ष्मी राजयोग का निर्माण होता है. 31 मई को अद्भुत संयोग ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक 31 मई की रात्रि को बुध वृषभ राशि में प्रवेश करेंगे जहां वृषभ राशि में पहले से दैत्य गुरु शुक्र और देवताओं के गुरु बृहस्पति विराजमान है ऐसी स्थिति में गजलक्ष्मी राजयोग सहित बुधादित्य और मालव्य राजयोग का भी निर्माण होगा . जिसका प्रभाव सभी 12 राशियों के जातकों पर पड़ेगा लेकिन 5 राशि के लोग ऐसे हैं जिनके लिए यह अद्भुत संयोग बेहद शुभ और लाभकारी रहेगा. कैसे होता है गजलक्ष्मी राजयोग का निर्माण? दरअसल अयोध्या के ज्योतिष पंडित कल्कि राम बताते हैं कि ज्योतिष शास्त्र के अनुआर लगभग 12 साल बाद वृषभ राशि में दैत्य गुरु शुक्र और देवताओं के गुरु बृहस्पति विराजमान है. इसके अलावा इस महीने बुध भी इसी राशि में प्रवेश करेंगे. गुरु और शुक्र जब एक दूसरे से केंद्र भाव में, आमने सामने या पहले, चौथे और सातवें भाव में होते हैं, तब गजलक्ष्मी राजयोग का निर्माण होता है. मेष राशि : मेष राशि के जातकों की आर्थिक स्थिति मजबूत होगी. घर में शुभ अथवा मांगलिक कार्य हो सकते हैं. जातकों को करियर में शानदार सफलता मिलेगी. कारोबार में वृद्धि की प्रबल संभावना है. कर्क राशि : कर्क राशि के जातकों का रुका हुआ धन वापस मिलेगा. व्यापार में वृद्धि होगी. दांपत्य जीवन में मधुरता आएगी. पढ़ाई कर रहे छात्रों को सफलता मिलेगी. नौकरी कर रहे लोगों को सीनियर का साथ मिलेगा. कन्या राशि : कन्या राशि के जातकों के लिए यह समय अच्छा रहेगा. परिवार में खुशहाली रहेगी. जातकों की धार्मिक कार्य में रुचि बढ़ेगी. विदेश यात्रा का योग बन सकता है. जीवन में खुशियां आएंगी. समाज में मान-सम्मान की वृद्धि होगी. वृश्चिक राशि : वृश्चिक राशि के जातकों के लिए यह गोचर बहुत अच्छा रहने वाला है. इसके साथ ही इस दुर्लभ संयोग की वजह से कारोबार में निरंतर वृद्धि होगी. इस दौरान जातकों का आत्मविश्वास बढ़ेगा. परिवार के लोगों का हर मामले में सहयोग मिलेगा. साथ ही करियर और कारोबार में कई शानदार अवसर प्राप्त होंगे. Tags: Astrology, Ayodhya News, Local18, Uttar Pradesh News HindiFIRST PUBLISHED : May 17, 2024, 12:36 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ेंDisclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी, राशि-धर्म और शास्त्रों के आधार पर ज्योतिषाचार्य और आचार्यों से बात करके लिखी गई है. किसी भी घटना-दुर्घटना या लाभ-हानि महज संयोग है. ज्योतिषाचार्यों की जानकारी सर्वहित में है. बताई गई किसी भी बात का Local-18 व्यक्तिगत समर्थन नहीं करता है.
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