CBI के सामने आएगा 9 अगस्त का पूरा सच ये 4 लोगों ने खोल देंगे सारे राज
CBI के सामने आएगा 9 अगस्त का पूरा सच ये 4 लोगों ने खोल देंगे सारे राज
Kolkata Case Latest Update: कोलकाता रेप और मर्डर केस में वारदात वाले दिन पीड़िता के साथ डिनर के वक्त मौजूद चार लोगों में से एक हाउस स्टाफ था और बाकी तीन डॉक्टर थे. कलकत्ता पुलिस ने उन्हें पहले लालबाजार बुलाया. पुलिस ने उन्हें पूछताछ के लिए बुलाया और यह जानने चाहा कि उस रात पीड़िता के साथ वास्तव में क्या हुआ था, क्या उन्होंने उस रात कोई असामान्यता देखी थी. अब सीबीआई उन चारों लोगों का गोपनीय बयान लेना चाहती है.
कोलकाता. कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में ट्रेनी डॉक्टर से बलात्कार और हत्या के मामले में सीबीआई ने गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट में रिपोर्ट सौंप दी है. वहीं केन्द्रीय जांच एजेंसी अब इस मामले में पीड़िता डॉक्टर के चार साथियों को गोपनीय बयान लेने वाली है. इसका मतलब यह है कि पीड़िता के साथ डिनर करने वाले डॉक्टर का बयान तो लिया जाएगा ताकि केस को सुलझाया जा सके पर उस बयान को सार्वजनिक नहीं किया जाएगा.
बताया जा रहा है कि सीबीआई ने चार जूनियर डॉक्टरों का गोपनीय बयान दर्ज करवाने के लिए कोर्ट में याचिका लगाई, जिसको कोर्ट ने स्वीकार कर लिया है. सीबीआई सियालदह कोर्ट में अर्जी दी जिसके बाद जल्द ही चारों के बयान दर्ज हो सकते हैं. सीबीआई उन चारों स्टूडेंट डॉक्टरों के बयान लेना चाहती है और पता लगाना चाहती है कि 8 अगस्त की रात पीड़ित डॉक्टर के साथ क्या-क्या हुआ था जब वह खाना खाने गए थे.
मालूम हो कि उस रात वहां मौजूद चार लोगों में से एक हाउस स्टाफ था और बाकी तीन डॉक्टर थे. कलकत्ता पुलिस ने उन्हें पहले लालबाजार बुलाया. पुलिस ने उन्हें पूछताछ के लिए बुलाया और यह जानने चाहा कि उस रात पीड़िता के साथ वास्तव में क्या हुआ था, क्या उन्होंने उस रात कोई असामान्यता देखी थी. अब सीबीआई उन चारों लोगों का गोपनीय बयान लेना चाहती है. जांच एजेंसी ने आरोपी सिविक वॉलेंटियर को पहले ही गिरफ्तार कर लिया है. गिरफ्तार संजय रॉय से पूछताछ के बाद पुलिस के हाथ कुछ सनसनीखेज जानकारी लगी है लेकिन दावे सामने आने लगे हैं कि आरजी कर अस्पताल में पीड़िताओं के साथ बलात्कार और हत्या में एक नहीं, बल्कि कई लोग शामिल हैं.
सुप्रीम कोर्ट में सौंपी स्टेटस रिपोर्ट
सूत्रों ने कहा कि सीबीआई की स्टेटस रिपोर्ट में कई ऐसी कड़ी हैं, जिसके खुलने से केस आईने की तरह साफ हो जाएगा. पहली कड़ी यह है कि 9 अगस्त की सुबह अस्पताल भवन के सेमिनार हॉल में शव मिलने के बाद स्थानीय पुलिस स्टेशन को इसकी सूचना देने के बीच इतना अंतराल क्यों है? सूत्रों ने कहा कि जांच कर रहे सीबीआई के अधिकारी यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि अस्पताल के अधिकारियों, खासकर पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष ने शव मिलने के बाद पुलिस को सूचित करने में इतना समय क्यों लगाया.
सीबीआई पिछले शुक्रवार से ही मामले की तह तक जाने के लिए डॉ. घोष से पूछताछ कर रही है. लगभग हर दिन 12 से 14 घंटे तक पूछताछ हो रही है. गुरुवार को भी डॉ. घोष कोलकाता के उत्तरी बाहरी इलाके में सीबीआई के साल्ट लेक कार्यालय में पूछताछ के लिए उपस्थित हुए. यह लगातार सातवां दिन था जब वह पेश हुए। सीबीआई ने गुरुवार को घोष के ड्राइवर को भी पूछताछ के लिए बुलाया है. दूसरा लिंक वह व्यक्ति है जिसने सबसे पहले 9 अगस्त की सुबह सेमिनार हॉल में पीड़िता का शव देखा था.
सूत्रों ने बताया कि आरजी कर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल के कई मेडिकल और नॉन-मेडिकल स्टाफ से पूछताछ के बाद भी जांच अधिकारी अभी तक उस व्यक्ति की पहचान नहीं कर पाए हैं जिसने सबसे पहले शव को देखा था. जिन लोगों से पूछताछ की जा रही है, उन्होंने विरोधाभासी बयान दिए हैं. सूत्रों ने बताया कि जांच अधिकारी का मानना है कि शव को सबसे पहले देखने वाले व्यक्ति का पता लग जाने के बाद कई सवालों के जवाब मिल जाएंगे. 9 अगस्त को अस्पताल परिसर में रहस्यमय परिस्थितियों में एक महिला डॉक्टर का शव मिला था। अब तक एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है। इस मामले को लेकर कोलकाता व देश भर में विरोध प्रदर्शन हुए.
Tags: CBI investigation, Kolkata News, West bengalFIRST PUBLISHED : August 22, 2024, 20:05 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed