गजब! घूस की पहली किस्त 20 लाख दूसरी किस्त 60 लाख और तीसरी किस्त डेढ़ करोड़

Jharkhand Land Scam: कांके में जमीन के खेल में करोड़ों रुपए अंचलाधिकारियों को मिले हैं. ये पैसे जमीन माफिया कमलेश ने जमीन के कब्जे को लेकर कांके के अंचलाधिकारी को दिए थे. ईडी की चार्जशीट में ये खुलासा हुआ है.

गजब! घूस की पहली किस्त 20 लाख दूसरी किस्त 60 लाख और तीसरी किस्त डेढ़ करोड़
हाइलाइट्स कांके में जमीन कब्जा मामले में ईडी की चार्जशीट में बड़े खुलासे. जमीन माफियाओं के बाद अब अंचलाधिकारियों की मुश्किलें बढ़ेंगी. जमीन कब्जा दिलाने को लेकर किस्तों में ली गई थी घूस की रकम. रांची. कांके अंचल के तत्कालीन सीओ रहे दिवाकर द्विवेदी ने जमीन माफिया कमलेश से साढ़े 3 करोड़ लिए थे. इसका खुलासा ईडी ने किया है. ईडी ने इसके साक्ष्य भी ईडी ने पीएमएलए कोर्ट को दिये हैं. पैसे के लेन देन में कांके के सीओ रहे दिवाकर प्रसाद सी द्विवेदी, जयकुमार राम, जमीन कारोबारी अरविंद साहू, रेखा देवी समेत अन्य उसकी सहायक भूमिका में रहे हैं. वहीं, पैसे रिसीव करने का काम कांके अंचल के कंप्यूटर ऑपरेटर ने किया है. भू माफिया कारोबारी कमलेश कुमार के खिलाफ दर्ज मनी लाउंड्रिंग केस में ईडी ने बड़ा खुलासा किया है. ईडी के अनुसार, फर्जी नीलामी पत्रों के जरिए माफिया कमलेश ने करोड़ों की मनी लाउंड्रिंग की है. कमलेश ने 85 करोड़ की जमीन की हेराफेरी वर्ष 2020 से वर्ष 2024 तक में की थी. इस जमीन के खेल में कांके के सीओ रहे दिवाकर प्रसाद दिवाकर द्विवेदी, जयकुमार राम, जमीन कारोबारी अरविंद साहू, रेखा देवी समेत अन्य उसकी सहायक भूमिका में रहे थे. ईडी ने कोर्ट में दायर चार्जशीट में बताया है कि कांके के पूर्व सीओ दिवाकर प्रसाद द्विवेदी ने 43 एकड़ जमीन पर कब्जे के बदले साढ़े 3 करोड़ रुपए भू माफिया कमलेश कुमार से लिए थे. किस्तों में ली गई घूस की रकम ईडी की चार्जशीट के अनुसार, दिवाकर ने डील की पहली किश्त 20 लाख और दूसरी किश्त 60 लाख पूर्व डिप्ट्रिक्ट सब रजिस्ट्रार राहुल चौबे के हरिहर सिंह स्थित फ्लैट में ली थी. राहुल चौबे और कमलेश ने इस बात को ईडी के समक्ष स्वीकार भी किया है. वहीं, तीसरी किश्त के 1.50 करोड़ रांची रिंगरोड में दिया गया था, जबकि अंतिम किश्त दिवाकर के डाटा इंट्री ऑपरेटर प्रवीण कुमार जायसवाल ने लिया था. मोबाइल चैट ने खोल दिया काला चिट्ठा कमलेश के मोबाइल से ईडी को एक तस्वीर भी मिली है, जिसमें कमलेश और डाटा इंट्री ऑपरेटर एक साथ बैठे हैं, जबकि अंतिम किश्त के 1.50 करोड़ रुपये सामने रखे गए हैं. सभी संदिग्धों ने कबूल किया है कि अंतिम पेमेंट के पहले यह तस्वीर दिवाकर द्विवेदी को भेजी गई थी. कमलेश कुमार के बारे में ईडी को पहला सुराग जमीन घोटाले में गिरफ्तार अभियुक्त शेखर कुशवाहा के मोबाइल में मिले चैट से हुआ था, जिसमें फर्जी निलामी पत्र से जुड़े दस्तावेज मोबाइल चैट में मिले थे. रिवर व्यू के नाम पर भी ली गई रकम बता दें कि रांची में बीएयू की 20 एकड़ जमीन समेत कांके अंचल के सैकड़ों एकड़ जमीन से करोड़ों की मनी लाउंड्रिंग के मामले में ईडी ने कमलेश कुमार के खिलाफ 21 जून को छापेमारी की थी. इस छापेमारी में ईडी को 1करोड़ 2 लाख नकदी, कारतूस समेत कई दस्तावेज व डिजिटल डिवाइस मिले थे. कमलेश और उसके सहयोगी अरविंद कुमार दुबे ने कई लोगों से बीएयू की प्रोजेक्ट रिवर व्यू की जमीन के नाम पर पैसे भी लिए. कांके में चामा, बुकरू, नगड़ी में हथियार व दबंगई से जमीन कब्जाने का खुलासा ईडी ने किया है. FIRST PUBLISHED : November 16, 2024, 12:15 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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