कौन हैं मंडल मुर्मू जिनके BJP में आने को JMM की सियासत में सेंध माना जा रहा
कौन हैं मंडल मुर्मू जिनके BJP में आने को JMM की सियासत में सेंध माना जा रहा
Jharkhand Chunav 2024: झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 में जीत सुनिश्चित करने के लिए बीजेपी और जेएमएम ने एक दूसरे के खिलाफ पूरा जोर लगा दिया है. हाल में ही लुईस मरांडी समेत कई बीजेपी नेताओं ने जेएमएम जॉइन की है. इस बार बारी बीजेपी की थी और उसने झारखंड मुक्ति मोर्चा को बड़ा झटका दिया है. बरहेट विधानसभा सीट में जेएमएम प्रत्याशी और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के प्रस्तावक रहे मंडल मुर्मू रविवार देर शाम बीजेपी में शामिल हो गए.
हाइलाइट्स चुनाव के पहले भाजपा ने झामुमो को दिया बहुत बड़ा झटका. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के प्रस्तावक मंडल मुर्मू भाजपा में शामिल.
रांची. झारखंड की राजनीति में इन दिनों दल बदल का जोर है. सभी पार्टियां अपने-अपने कुनबे को मजबूत करने में जुटी हैं. इस बीच रविवार देर रात भाजपा ने झारखंड मुक्ति मोर्चा को एक बड़ा झटका दिया है. सिद्धू कान्हू के वंशज और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के प्रस्तावक मंडल मुर्मू को भाजपा ने अपने पार्टी में शामिल कराया है. मंडल मुर्मू सिद्धू-कान्हू, फूलो-झानो और चांद-भैरव के वंशज हैं. बता दें कि सिद्धू कान्हू संथाल हूल के विद्रोह के लिए जाने जाते हैं। 1857 की क्रांति से पहले भी जिसने देश आजादी के लिए अपना बलिदान दिया उनमें से सिद्धू कान्हू का नाम भी आता है. बता दें कि सिद्धू-कान्हू साहिबगंज के बरहेट विधानसभा के भोगनाडी के रहने वाले थे. जब भी झारखंड की राजनीति में कुछ बड़ा होना होता है तो उसकी शुरुआत अक्सर भोगनाडिह से ही की जाती है. झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भी अपने बड़े कार्यो को भोगनाडीह के ही सरजमी से सिद्धू कान्हू को पुष्पांजलि अर्पित कर शुरू करते हैं.
अब सिद्धू कान्हू के छठे पीढ़ी के वंशज भाजपा में शामिल हो गए हैं. बरहेट क्षेत्र के राजनीतिक विशेषज्ञ कुणाल गुप्ता कहते है कि मंडल मुर्मू को भाजपा में शामिल होने के बाद भाजपा एक संदेश देने का प्रयास भी जरूर करेगी कि देश का क्रांतिकारी समाज और जिस परिवार को पूरा राज्य और देश जानता है, वह भाजपा के साथ है. हालांकि, मंडल मुर्मू सक्रिय रूप से राजनीति में बहुत ज्यादा एक्टिव नहीं थे तो वोट बैंक पर बहुत ज्यादा असर नहीं पड़ेगा, पर मंडल मुर्मू को भाजपा में शामिल कराकर बीजेपी झारखंड मुक्ति मोर्चा को मानसिक दबाव में जरूर धकेलेगी.
जानकार बताते हैं कि मंडल मुर्मू को भोगनाडीह और आसपास के इलाके में क्रांतिकारी परिवार के रूप में जाने जाने की वजह से संथाल परगना की राजनीति में भाजपा कुछ हद तक मजबूत भी होगी. इधर मंडल मुर्मू को भाजपा में शामिल होने के बाद प्रदेश की राजनीति में बयान बाजी भी तेज हो गई है. भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने कहा कि मंडल मुर्मू कोई साधारण व्यक्ति नहीं हैं. मंडल मुर्मू सिद्ध-कान्हू चांद-भैरव और फूलों-झानो के छठे पीढ़ी के वंशज हैं. देश के लिए सर्वोच्च बलिदान देने वाले के वंशज आज भाजपा के साथ है. उन्होंने कहा कि जब प्रस्तावक ही मुख्यमंत्री को छोड़कर भाग रहे हैं तो आगे क्या होगा समझ सकते हैं.
वहीं, मंडल मुर्मू को भाजपा में शामिल होने पर झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय प्रवक्ता मनोज पांडे ने कहा कि इलेक्टोरल बांड के घोटाले का पैसा इसी जोड़ तोड़ में भाजपा खर्च कर रही है. इसी पैसे के माध्यम से लोगों को पाला बदलने और नाम वापस लेने के लिए मोटी रकम दे रही हैं. अफसोस है कि मंडल मुर्मू भी उसका शिकार हो गया है. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक पूर्व में भाजपा मंडल मुर्मू को बरहेट से उम्मीदवार भी बनाना चाहते थे और यही वजह रही थी कि भाजपा को बरहेट की सीट से उम्मीदवार की घोषणा में देरी हुई थी. हालांकि, अंत में बरहेट से भाजपा ने गमालियांन हेंब्रम को उम्मीदवार बनाया है.
Tags: CM Hemant Soren, Jharkhand BJP, Jharkhand mukti morcha, Jharkhand PoliticsFIRST PUBLISHED : November 4, 2024, 11:28 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed