लोकसभा चुनाव 2024 परिणाम से पहले समझिये झारखंड की सभी 14 सीटों का हाल
लोकसभा चुनाव 2024 परिणाम से पहले समझिये झारखंड की सभी 14 सीटों का हाल
Jharkhand Chunav Result : देश में हुए आम चुनाव के बाद अब लोकसभा चुनाव परिणामों का इंतजार है. झारखंड की 14 लोकसभा सीटों-लोहरदगा, खूंटी, पलामू, सिंहभूम, रांची, गिरिडीह, धनबाद, दुमका, गोड्डा, जमशेदपुर, राजमहल, हजारीबाग और कोडरमा के आने वाले रिजल्ट पर भी लोगों की निगाहें टिकी हुई हैं. ऐसे में आइये चुनाव नतीजों से पहले जानिये कि जमीनी हकीकत क्या है.
रांची. लोकसभा में संख्या के लिहाज से भले ही झारखंड की भागीदारी 14 सांसद की हो, पर इन 14 लोकसभा सीट पर किसकी होगी जीत और किसकी होगी हार. इसका आंकलन कर पाना बेहद ही मुश्किल है. हर सीट पर अगर और मगर वाला हिसाब किताब देखने को मिल रहा है. झारखंड में NDA और INDIA गठबंधन के बीच रोचक मुकाबले को PM नरेंद्र मोदी और राहुल गांधी की सभा से सोचा और समझा जा सकता है. झारखंड में 14 सीट के लिए चार चरण में मतदान संपन्न हुए.
पहले चरण की 4 सीटों पर रोचक लड़ाई – झारखंड में पहले चरण की 4 सीट पर मतदान हुए. खूंटी, लोहरदगा, सिंहभूम और पलामू सीट पर NDA और INDIA गठबंधन के बीच सीधा मुकाबला देखने को मिला. खूंटी में केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा की परेशानी कांग्रेस के कालीचरण मुंडा ने बढ़ा दी है. सुदूर और पत्थल गड़ी आंदोलन वाले क्षेत्र में आदिवासी समाज ने जमकर वोटिंग की है.
लोहरदगा सीट पर बीजेपी ने अपने वर्तमान सांसद का टिकट काट कर समीर उरांव को मैदान में उतारा था. बीजेपी के समीर उरांव और कांग्रेस के सुखदेव भगत के बीच दिचलचस्प मुकाबला है. लेकिन, जेएमएम के बागी चमरा लिंडा के चुनावी मैदान में उतरने से मुकाबला त्रिकोणीय हो गया है. हालांकि, चमरा लिंडा कितना वोट लाते हैं इसी पर बीजेपी की जीत और हार टिकी है.
सिंहभूम सीट पर मुख्य मुकाबला दो महिला उम्मीदवार के बीच है. कांग्रेस छोड़ बीजेपी की टिकट पर गीता कोड़ा भाग्य आजमा रही है. वहीं, जेएमएम ने जोबा मांझी को मैदान में उतारा है. यहां खुद का वोट बचाने और दूसरे के वोट बैंक में सेंधमारी करने वाले उम्मीदवार की जीत होगी. पलामू में बीजेपी के बीडी राम और राजद की ममता भुईया के बीच है. इस सीट पर मतदान के दिन तक एक उम्मीदवार के पक्ष में मतदाताओं की गोलबंदी देखने को मिली है. लेकिन, ये गोलबंदी जीत दर्ज करा पाती है या नहीं ये कहना मुश्किल है.
दूसरे चरण में तीन सीट पर कांटे का मुकाबला
झारखंड में दूसरे चरण में NDA और INDIA गठबंधन के बीच कांटे का मुकाबला दिख रहा है. चतरा, कोडरमा और हजारीबाग सीट पर इस बार चुनावी लड़ाई 2019 से अलग है. चतरा सीट पर बीजेपी ने सांसद सुनील सिंह को बेटिकट कर कालीचरण सिंह पर दांव अजमाया है. वहीं. कांग्रेस के एन त्रिपाठी उन्हें कड़ा मुकाबला देने में कामयाब साबित हुए हैं. बीजेपी और कांग्रेस के विधायकों ने अपने अपने क्षेत्र में ताकत दिखाई है जिस पर जीत हार आकलन किया जा रहा है.
कोडरमा में केंद्रीय राज्य मंत्री अन्नपूर्णा देवी के सामने माले के विधायक विनोद सिंह हैं. कोडरमा में दोनों ही गठबंधन की तरफ से जीत का दावा किया जा रहा है. दरअसल, इसके पीछे की वजह ये है कि 6 विधानसभा क्षेत्र वाले इस लोकसभा में दोनों गठबंधन का अपना मजबूत जनाधार है. यहां कौन अपने क्षेत्र में अधिक बढ़त और दूसरे के क्षेत्र में ज्यादा सेंधमारी करने में सफल होता है, इसी पर जीत- हार टिकी है.
हजारीबाग में बीजेपी के सांसद जयंत सिन्हा का टिकट काट कर विधायक मनीष जायसवाल चुनावी मैदान में हैं. उनके सामने बीजेपी के सचेतक रहे जय प्रकाश भाई पटेल कांग्रेस की टिकट पर ताल ठोक रहे हैं. दोनों उम्मीदवार एक दूसरे की मजबूती और कमजोरी से भली भांति वाकिफ हैं. इसलिए चुनावी अखाड़े में लड़ाई भी उतनी ही रोचक बन गई है.
तीसरे चरण की 4 सीट पर झारखंड की खतियानि पार्टी का असर
झारखंड में तीसरे चरण की 4 सीट रांची, जमशेदपुर, धनबाद और गिरिडीह में मतदान हुए. रांची लोकसभा सीट पर बीजेपी के संजय सेठ का मुकाबला कांग्रेस की यशस्विनी सहाय के बीच है. मतदान से पहले तक रांची सीट पर बीजेपी की जीत को लेकर हर कोई आश्वस्त था, लेकिन मतदान के बाद JBKSS की भूमिका पर सबकी निगाहें टिक गई हैं. महतो समाज के बीच खतियानी पार्टी को मिलने वाले वोट को लेकर कई तरह के दावे किए जा रहे हैं. कांग्रेस की आस भी खतियानी पार्टी को मिलने वाली वोट पर टिकी है.
जमशेदपुर में बीजेपी के विधुत वरन महतो और जेएमएम के समीर मोहंती के बीच है. यहां शहरी वोटर में बीजेपी का दबदबा और ग्रामीण इलाकों में जेएमएम की धमक दिखती है. जेएमएम के लिए ये सीट जीत पाना इतना आसान नहीं, पर वो पूरी ताकत के साथ चुनाव लड़ती हुई नजर आईं. अगर जेएमएम के विधायकों ने अपने विधानसभा में समीर मोहंती को बढ़त दिलाई, तो मुकाबला दिलचस्प हो सकता है.
धनबाद सीट पर बीजेपी के ढुल्लू महतो और कांग्रेस अनुपमा सिंह के बीच कड़ा मुकाबला तय है. ढुल्लू महतो के खिलाफ नाराजगी और विरोध के बावजूद बीजेपी को उसके आधार वाले इलाके में जम कर वोट पड़े हैं. वहीं, कांग्रेस उम्मीदवार अनुपमा सिंह को भी सोच से विपरीत शहरी इलाकों में खूब वोट मिले हैं, ऐसा राजनीतिक दल के नेता ही दावा कर रहे हैं. ऐसे में कुछ भी कह पाना जल्दबाजी होगी.
अब बात गिरिडीह सीट की कर लेते हैं. गिरिडीह में आजसू के सी पी चौधरी और जेएमएम के मथुरा महतो के बीच JBKSS के जयराम महतो ने कांटा फंसा दिया है. पूरे चुनाव के दौरान जयराम महतो सबकी जुबां पर रहे है. आजसू और जेएमएम उम्मीदवार से ज्यादा जयराम महतो को कितना मिलेगा वोट इसकी चर्चा सबसे ज्यादा हो रही है. JBKSS ने ग्रामीण इलाकों में खास कर महतो वोट बैंक में क्लीन स्वीप करने का दावा पेश कर सबकी धड़कनें बढ़ा दी हैं.
चौथे चरण की तीन सीट पर आमने- सामने की लड़ाई
झारखंड में चौथे और देश के अंतिम चरण में NDA और INDIA के बीच प्रतिष्ठा की लड़ाई दिख रही है. राजमहल, दुमका और गोड्डा सीट पर दोनों गठबंधन के बड़े नेताओं ने खूब पसीना बहाया है. राजमहल सीट पर जे एम एम के विजय हांसदा और बीजेपी के ताला मरांडी के बीच मुकाबला है. वहीं जेएमएम के बागी विधायक लॉबिन हेंब्रम भी मजबूती से मैदान में नजर आए. लोबिन हेंब्रम जेएमएम उम्मीदवार का कितना वोट काट पाएंगे, इस पर बीजेपी का भविष्य निर्भर करता है. हालांकि, मतदान के दिन लोबिन हेंब्रम सीमित विधानसभा क्षेत्र तक ही अपना प्रभाव छोड़ते दिखे.
दुमका सीट पर मुकाबला रोचक है. यहां मुकाबला बीजेपी की सीता सोरेन और जेएमएम के नलिन सोरेन के बीच है. सोरेन परिवार के बागी बहू को ग्रामीण इलाकों में कितना साथ मिला इस पर सब कुछ टीका है. जेएमएम ने भी बागी बहू के खिलाफ जबरदस्त तरीके से घेराबंदी की है. यहां दोनों ही गठबंधन जीत का दावा कर रहे हैं. सीता सोरेन के लिए बीजेपी के स्थानीय नेताओं ने कितनी ईमानदारी से काम किया है, इस पर भी बहुत कुछ निर्भर करेगा.
गोड्डा सीट पर बीजेपी के निशिकांत दुबे को फिर एक बार कांग्रेस के प्रदीप यादव चुनौती दे रहे हैं. प्रदीप यादव के लिए ये पहला मौका नहीं है पर इस बार वो कितना सफल होंगे ये कहना फिर एक बार मुश्किल है. कुछ इलाकों में बीजेपी ने कांग्रेस के घर में सेंधमारी की है तो कहीं प्रदीप यादव भी आशा से विपरीत ज्यादा वोट बटोरते दिख रहे हैं. यहां मुकाबला बेहद ही करीबी बताया जाता है.
FIRST PUBLISHED : June 3, 2024, 19:37 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed