पुनासी जलाशय योजना: देवघर की बदलेगी किस्मत सिचाईं-पीने के पानी की दिक्कत होगी दूर तो
पुनासी जलाशय योजना: देवघर की बदलेगी किस्मत सिचाईं-पीने के पानी की दिक्कत होगी दूर तो
Punasi Reservoir Scheme: देवघर के जसीडीह में पुनासी जलाशय योजना का काम चल रहा है. 300 करोड़ की लागत वाली इस परियोजना को 2024 के मध्य तक पूरा करने का लक्ष्य है. इससे देवघर और आसपास के इलाकों की सिचाईं के साथ पीने के पानी की समस्या दूर होगी, तो पुनासी जलाशय पर्यटकों को भी खासा आकर्षित करेगा.
रिपोर्ट- परमजीत कुमार
देवघर. देवघर के जसीडीह में स्थित पुनासी जलाशय योजना एक बहुउद्देशीय योजना है. इसके शुरू होने से देवघर और आसपास के इलाकों की सिचाईं और पीने के पानी की समस्या का बहुत हद तक समाधान हो जाएगा. जलाशय के रूप में जिले को एक नया पर्यटन केंद्र भी मिलेगा. इस योजना पर तेजी से काम चल रहा है. परियोजना की लागत 300 करोड़ रुपये से भी अधिक है. 2024 के मध्य तक इसे पूरा करने का लक्ष्य है. देवघर वासियों को भी इसके शुरू होने का बेसब्री से इंतजार है.
पुनासी जलाशय योजना की कुल लंबाई 3133.60 मीटर और ऊंचाई 21.34 मीटर है. 77.94 किमी लंबा मुख्य कैनाल बनकर तैयार है. इससे दूरदराज के इलाकों में सिंचाई के लिए पानी पहुंचाने में मदद मिलेगी. पुनासी जलाशय योजना की मदद से 38 हजार एकड़ खरीफ और 22 हजार एकड़ रबी फसल की खेती तक पानी पहुंचाने का लक्ष्य है. इससे देवघर जिला के देवघर, मोहनपुर व सारवां और दुमका जिला के सरैयाहाट प्रखंड सहित कई इलाके के किसान लाभान्वित होंगे.
पेय जल की समस्या होगी दूर
पुनासी डैम के चालू होने से देवघर के शहरी क्षेत्र में व्याप्त पानी की समस्या भी खत्म हो जाएगी. 287 करोड़ की लागत से डैम से निगम क्षेत्र में जलापूर्ति की योजना है. इसके तहत 7 एमसीए पानी की आपूर्ति का लक्ष्य रखा गया है. शहरी क्षेत्र के बाहर भी लोगों को पानी मुहैया कराई जाएगी. इसके लिए बड़ी तादाद में पाइप बिछाने का काम काफी जोर-शोर से चल रहा है. इसके अलावा योजना से क्षेत्र के उद्योगों को भी पानी दिया जा सकेगा. इस जलाशय में 18 से 20 मीटर तक पानी स्टैंड बाय में रहेगा. नगर विकास विभाग ने डब्ल्यूटीपी और जीएसएलआर को जलापूर्ति योजना की जिम्मेदारी है.
बता दें कि देवघर में पानी की किल्लत एक बड़ी समस्या है. देवघर में प्रत्येक साल एक करोड़ से भी ज्यादा भक्त आते हैं. जिले में शहरी क्षेत्र की आबादी 3.30 लाख से अधिक है. ऐसे में पानी की खपत काफी ज्यादा है. खासकर गर्मी के दिनों में लोगों को टैंकर के भरोसे ही रहना पड़ता था. देवघर का 70 फीसदी क्षेत्र ड्राई जोन में तब्दील हो चुका है. लिहाजा पुनासी जलाशय योजना देवघर वासियों के लिए वरदान साबित हो सकता है.
पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा
जिला प्रशासन पुनासी जलाशय को पर्यटन स्थल के तौर पर विकासित करने की दिशा में काम कर रहा है. जिला उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री ने न्यूज़ 18 लोकल को बताया कि पुनासी जलाशय पर पर्यटन की काफी संभावना है. कई लोग एडवेंचर स्पोर्ट्स का सुझाव दे रहे हैं. इसे पहले एक्सपेरिमेंट के तौर पर चालू किया जाएगा. रिस्पांस बढ़िया रहा तो परमानेंट के लिए सरकार को प्रस्ताव भेजा जाएगा.
ज्ञात हो कि देवघर एक प्रसिद्ध तीर्थ स्थल है. पवित्र द्वादश ज्योतिर्लिंग होने के कारण यहां सालों भर तीर्थ यात्रियों का आना-जाना लगा रहता है. इनमें से अधिकांश बाबा मंदिर में पूजा अर्चना के बाद यहां के पर्यटन स्थलों का भी लुत्फ उठाते हैं. जिले के पर्यटन स्थलों में त्रिकुट पर्वत, तपोवन, नौलखा मंदिर, नंदन पहाड़ और दिघरिया बायो डाइवर्सिटी पार्क शामिल है. इस सूची में जल्द ही पुनासी जलाशय योजना भी जुड़ेगी. डैम पर एडवेंचर स्पोर्ट्स का प्रयोग सफल रहा तो यह संताल परगना के पर्यटन उद्योग में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा.
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Tags: Deoghar news, Jharkhand newsFIRST PUBLISHED : November 03, 2022, 14:29 IST