PM मोदी की वो सीख जो अमित शाह की जिंदगी का हिस्सा बन गई
PM मोदी की वो सीख जो अमित शाह की जिंदगी का हिस्सा बन गई
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने राजकोट की यात्रा के प्रसंग का जिक्र किया जब पीएम मोदी उन्हें यह संवेदनशील सीख दी कि संगठन में स्वयं से पहले कार्यकर्ताओं का ध्यान रखना चाहिए. उनकी वह सीख अब अमित शाह के जीवन का अभिन्न हिस्सा बन गई है. अमित शाह ने कहा, "विश्वास, अपनापन और समर्पण, यही संगठन की आत्मा है और यही मोदी जी की सबसे बड़ी शिक्षा है." राजकोट की यात्रा का जिक्र करते हुए अमित शाह ने कहा, "एक बार मैं पीएम मोदी के साथ साथ अहमदाबाद से राजकोट जाता था तो 8.5 घंटे हो गए. मोदी जी आमतौर पर कार्यकर्ता के घर पर उस वक्त भोजन करते थे, मगर अचानक ही एक हमारे कार्यकर्ता का ढाबा है. सूर्यनगर में वहाँ पर गाड़ी रोका. और जाकर खाने बैठे मैं मनमोहन बोला चलो भाई अच्छा हो गया, इनको भूख भी लगी तो हमें भी आज खाना मिल जाएगा. मैंने देखा उन्होंने कुछ फल और भी फल जैसा कुछ खाया थोड़ा और मैंने पेट भर कर खा लिया."उन्होंने आगे कहा, "फिर रात को मैंने सोचा कि इन्होंने तो खाया ही नहीं तो गाड़ी किसके लिए खड़ा रहा? गाड़ी साथी कार्यकर्ता के लिए खड़ा रहा. इस प्रकार से कई सारे कार्यकर्ताओं के जीवन में बोले बगैर ढेर सारी चीजों को उन्होंने सिखाया है कई सारी चीजों को. जो कार्यकर्ता का फिर काम करने का स्वभाव बन जाता है. ये घटना जब मुझे याद आती है तो मेरे साथ प्रबंधन की चिंता मैं भी करता हूँ की भाई इसे खाया नहीं खाया. मैं किसी के घर खाना खा रहा था, वो बाहर खड़ा था. ये चिंता ऑटोमैटिकली काम का हिस्सा बन जाती है."