मेरे हसबैंड ने चिंगारी देख इशारा किया बार डांसर तुरंत रुक गई चश्मदीद ने बताया गोवा हादसे का सच
मेरे हसबैंड ने चिंगारी देख इशारा किया बार डांसर तुरंत रुक गई चश्मदीद ने बताया गोवा हादसे का सच
गोवा नाइट क्लब में लगी भीषण आग का सच सामने आ गया है. आगजनि की शुरुआत फायर गन फायर शॉट से हुई थी. क्लब में मौजूद भावना जोशी ने न्यूज18 इंडिया से बातचीत के दौरान यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि वह अपने परिवार के साथ वहाँ आनंद ले रही थीं. डांस और म्यूजिक चल रहा था, तभी किसी ने फायर शॉट किए. जोशी ने बताया, "मुझे लगा कि छोटी सी चिंगारी उसी से लगी है." यह चिंगारी बहुत छोटी थी, लेकिन यह तेजी से पानी की तरह फैल गई. लोगों को संभलने का मौका भी नहीं मिला.भावना जोशी के हसबैंड ने सबसे पहले स्पार्किंग होते हुए देखा. उन्होंने तुरंत इशारे से क्लब स्टाफ को बताया कि ऊपर आग लगी है, इसे ठीक कीजिए. उनके इशारे पर डांसर और म्यूजिशियन सब रुक गए. जोशी ने बताया कि डीजे के पास खड़े कुछ लोगों ने गिलास या बोतल से पानी फेंका. लेकिन तब तक आग काफी फैल चुकी थी. उन्होंने कहा कि अगर उसी समय आग बुझाने का इंतजाम होता, तो यह इतनी बढ़ती नहीं. हादसे के समय क्लब में लगभग 250 लोग मौजूद थे. पैर रखने की भी जगह नहीं थी. क्लब में एंट्री रात करीब 11:15 बजे हुई थी, और हादसा 11:45 बजे के आसपास हुआ. इस अग्निकांड में दिल्ली के एक परिवार ने अपने चार सदस्य खो दिए हैं. पीड़ित परिवार ने गुस्सा जाहिर करते हुए कहा कि उन्हें न्याय चाहिए. उन्होंने क्लब मालिकों और प्रशासनिक तंत्र की लापरवाही पर सवाल उठाया है.गोवा नाइट क्लब में लगी भीषण आग का सच सामने आ गया है. आगजनि की शुरुआत फायर गन फायर शॉट से हुई थी. क्लब में मौजूद भावना जोशी ने न्यूज18 इंडिया से बातचीत के दौरान यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि वह अपने परिवार के साथ वहाँ आनंद ले रही थीं. डांस और म्यूजिक चल रहा था, तभी किसी ने फायर शॉट किए. जोशी ने बताया, "मुझे लगा कि छोटी सी चिंगारी उसी से लगी है." यह चिंगारी बहुत छोटी थी, लेकिन यह तेजी से पानी की तरह फैल गई. लोगों को संभलने का मौका भी नहीं मिला.भावना जोशी के हसबैंड ने सबसे पहले स्पार्किंग होते हुए देखा. उन्होंने तुरंत इशारे से क्लब स्टाफ को बताया कि ऊपर आग लगी है, इसे ठीक कीजिए. उनके इशारे पर डांसर और म्यूजिशियन सब रुक गए. जोशी ने बताया कि डीजे के पास खड़े कुछ लोगों ने गिलास या बोतल से पानी फेंका. लेकिन तब तक आग काफी फैल चुकी थी. उन्होंने कहा कि अगर उसी समय आग बुझाने का इंतजाम होता, तो यह इतनी बढ़ती नहीं. हादसे के समय क्लब में लगभग 250 लोग मौजूद थे. पैर रखने की भी जगह नहीं थी. क्लब में एंट्री रात करीब 11:15 बजे हुई थी, और हादसा 11:45 बजे के आसपास हुआ. इस अग्निकांड में दिल्ली के एक परिवार ने अपने चार सदस्य खो दिए हैं. पीड़ित परिवार ने गुस्सा जाहिर करते हुए कहा कि उन्हें न्याय चाहिए. उन्होंने क्लब मालिकों और प्रशासनिक तंत्र की लापरवाही पर सवाल उठाया है.