एक खतरनाक मक्खीजिसके काटने से बीमार हो जाते हैं जानवर दूध भी देते हैं कम

Trypanosoma In Animals: जानवरों अगर बीमार हो जाए तो बहुत दिक्कतें झेलनी पड़ती है. खासतौर पर एक मक्खी इतनी खतरनाक है कि इसके काटते ही जानवर कमजोर पड़ जाते हैं.

एक खतरनाक मक्खीजिसके काटने से बीमार हो जाते हैं जानवर दूध भी देते हैं कम
फिरोजाबाद/धीर राजपूत: बरसात में पशुओं में भी तरह-तरह की बीमारियां देखने को मिलती हैं. इसके पीछे बड़ी मक्खी भी हो सकती है.  दरअसल, इस मौसम में एक मक्खी के काटने से पशु गंभीर रूप से बीमार हो सकते हैं. उनकी जान भी जा सकती है.इसके लिए लोगों को पशुओं का बचाव करते रहना चाहिए, जिससे उन्हें मक्खी द्वारा होने वाली ट्रिपैनोसोमा (Trypanosoma) नाम की खतरनाक बीमारी से बचाया जा सके. इसी बारे में पशु चिकित्सक ने लोकल18 को विस्तार से बताया. बड़ी मक्खी के काटने से होती है ट्रिपैनोसोमा बीमारी फिरोजाबाद के पशु चिकित्साधिकारी डॉ प्रमोद कुमार कटियार ने लोकल 18 से बातचीत करते हुए बताया कि बरसात का मौसम शुरु हो चुका है. इस मौसम में आम लोगों से लेकर पशुओं में भी तरह-तरह की बीमारी हो रही हैं. बरसात के कारण कई तरह के कीट-पतंगे,मच्छर और मक्खियां हो जाती हैं, जिससे बीमारियां फैलती हैं. पशुओं में भी इस मौसम में ट्रिपैनोसोमा नाम की एक बीमारी देखने को मिलती है, जो बहुत ही खतरनाक होती है. यह बीमारी पशुओं के पास पाई जाने वाली बड़ी मक्खी से होती है. क्यों अचानक कम दूध देते हैं जानवर? मक्खी के काटने के बाद खून के जरिए ट्रिपैनोसोमा बीमारी धीरे-धीरे पशुओं को पकड़ती है. इस वजह से पशु धीरे-धीरे खाना कम कर देते हैं. दुधारू पशुओं में इस बीमारी के कारण दूध की कमी भी हो जाती है. दिखाई देने लगते हैं ये लक्षण मुख्य पशु चिकित्सक ने बताया कि ट्रिपैनोसोमा बीमारी पशुओं के लिए एक जानलेवा बीमारी भी हो सकती है. ग्रामीण इलाकों में लोगों को इस बीमारी के बारे में कम पता रहता है, जिससे वह सही समय पर पशुओं का इलाज नहीं करा पाते हैं. लेकिन मक्खी के काटने से यह बीमारी फैलती है और इसके लक्षण भी दिखाई देने लगते हैं. पशुओं में हल्का बुखार,भूख न लगना,कमजोर होना जैसे लक्षण दिखाई देते हैं. नीम के पत्तों का धुआं कर पशुओं को ऐसी बीमारियों से बचाया जा सकता है. Tags: Agriculture, Local18, UP newsFIRST PUBLISHED : July 17, 2024, 10:44 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed