दिख रहा था मौत का मंजर बड़ी मुश्किल से जान बचाकर बांग्लादेश से भागी

सना ने बताया कि उनके हॉस्टल से कुछ ही कदम की दूरी पर आरक्षण को लेकर प्रदर्शन हो रहे थे. ऐसी स्थिति में वह कई दिन तक हॉस्टल के रूम में ही बंद रहीं.

दिख रहा था मौत का मंजर बड़ी मुश्किल से जान बचाकर बांग्लादेश से भागी
मुरादाबाद: बांग्लादेश में आरक्षण के मुद्दे को लेकर हुई हिंसा के बीच यूपी के कई छात्र फंस गए थे, जिनमें मुरादाबाद की जिगर कॉलोनी की रहने वाली एमबीबीएस की छात्रा सना खान भी शामिल थीं. अब वह सुरक्षित अपने घर वापस लौट आई हैं. सना ने बताया कि बांग्लादेश में आरक्षण प्रोटेस्ट और हिंसा के बीच इंडियन एम्बेसी ने काफी मदद की. सना खान बांग्लादेश के ईस्ट वेस्ट मेडिकल कॉलेज की एमबीबीएस की थर्ड ईयर की छात्रा हैं. उन्होंने बताया कि वहां आरक्षण का मुद्दा लगातार गरमाता जा रहा था और हिंसा हो रही थी. प्रदर्शन और हिंसा के दौरान बांग्लादेश की इंटरनेट और मोबाइल सेवाएं पूरी तरह से बंद कर दी गई थीं, जिसकी वजह से उनका घरवालों से संपर्क नहीं हो पाया था. अब वह भारत सरकार की मदद से सुरक्षित बांग्लादेश से अपने वतन वापस आ गई हैं. आरक्षण को लेकर हो रहे थे प्रदर्शन सना ने बताया कि उनके हॉस्टल से कुछ ही कदम की दूरी पर आरक्षण को लेकर प्रदर्शन हो रहे थे. ऐसी स्थिति में वह कई दिन तक हॉस्टल के रूम में ही बंद रहीं. बिगड़ते हालात को नियंत्रित करने के लिए बांग्लादेश की सरकार ने वहां मिलिट्री और पुलिस बल तैनात कर दिया था. बांग्लादेश के मौजूदा खौफनाक हालात ने उन्हें काफी डरा दिया था. साथी स्टूडेंट्स भी काफी परेशान थे. लेकिन सना ने हिम्मत नहीं हारी. वतन की मुहब्बत और घर आने की चाह ने उनके टूटे हुए मनोबल को बढ़ाया और लौटने का फैसला किया. सना ने अपने दोस्तों संग टिकट बुक कराए, ऐसे में कंपनी ने भी इसका फायदा उठाया और तीन गुना दाम पर टिकट खरीदने पड़े. अब सना अपने घर अपने परिवार के साथ हैं. इंडियन एंबेसी ने दिया साथ एमबीबीएस की छात्रा सना ने बताया कि आंदोलन काफी भयानक था. बसों को जलाया जा रहा था. इसके साथ ही हम लोग तब परेशान हुए जब वहां का इंटरनेट भी बंद कर दिया गया था. पूरे बांग्लादेश में हमारा किसी से कोई संपर्क नहीं हो पा रहा था. फिर हमने हिम्मत बांध कर टिकट कराए और इंडियन एंबेसी ने हमारा बहुत साथ दिया, जिसकी मदद से हम अपने घर सकुशल वापस लौट आए हैं. Tags: Bangladesh news, Local18FIRST PUBLISHED : July 28, 2024, 21:14 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed