यहां स्वयं जमीन से प्रकट हुईं जुगल जोड़ी सरकार संत कृष्णा मां को आया था सपना
यहां स्वयं जमीन से प्रकट हुईं जुगल जोड़ी सरकार संत कृष्णा मां को आया था सपना
राधा रानी की अनन्य भक्त कही जाने वाली कृष्णा मां को राधा रानी ने स्वप्न दिया. और स्वप्न में उन्हें अपने जमीन में दबे होने की बात कही. मंदिर के सेवायत पुजारी गौरांग शर्मा ने बताया कि यह मंदिर लगभग 100 साल पुराना है. कृष्णा मां ने इस मंदिर की स्थापना की गई थी. कृष्णा मां जो की राधा रानी की अनन्य भक्त थीं. उन्होंने बताया कि कृष्णा मां को ब्रज मीरा की उपाधि से भी जाना जाता है.
निर्मल राजपूत /मथुरा: धर्मनगरी मथुरा भगवान श्री कृष्णा और राधा की लीलाओं से उत्प्रोत हैं. यहां के कण- कण में राधा कृष्ण की लीलाओं के साक्ष्य आपको मिल जाएंगे. राधा रानी की अनन्य भक्त को लाडली जून ने स्वप्न दिया. स्वप्न में उन्हें पृथ्वी से बाहर निकालने की बात कही गई. करीब 100 साल पहले पृथ्वी से जुगल जोड़ी सरकार को निकाला गया. गोविंद नगर में आज अलबेली सरकार के नाम से इस मंदिर को जाना जाता है. मंदिर की मान्यता क्या है और मंदिर के पीछे रहस्य क्या है, आइए जानते हैं.
राधा रानी की अनन्य भक्त कही जाने वाली कृष्णा मां को राधा रानी ने स्वप्न दिया. और स्वप्न में उन्हें अपने जमीन में दबे होने की बात कही. मंदिर के सेवायत पुजारी गौरांग शर्मा ने बताया कि यह मंदिर लगभग 100 साल पुराना है. कृष्णा मां ने इस मंदिर की स्थापना की गई थी. कृष्णा मां जो की राधा रानी की अनन्य भक्त थीं. उन्होंने बताया कि कृष्णा मां को ब्रज मीरा की उपाधि से भी जाना जाता है. पुजारी ने बताया कि कृष्णा मां को सपना आया था कि नरसिंह बगीची में जुगल जोड़ी सरकार यानी भगवान श्री कृष्णा और मैं पृथ्वी में समाए हुए हैं. आप बगीची में जाकर हमें निकाल लीजिए. कृष्णा मां ने सपना देखने के बाद वहां जाकर जब खुदाई कराई, तो जुगल जोड़ी सरकार की वह अद्भुत प्रतिमा वहां से प्राप्त हुई. राधा रानी की कृपा कृष्ण मां पर हमेशा से रही है. बाल्यावस्था में ही राधा रानी की अनन्य भक्त कृष्ण मां उनकी भक्ति में लीन हो गई थी.
राधा रूप में कृष्ण हैं मंदिर में विराजमान
गौरांग बताते हैं कि यह अलबेली सरकार के नाम से मंदिर को जाना जाता है. दिव्य और अलौकिक मंदिर राधा रानी का है. कृष्णा मां का संपूर्ण जीवन राधा रानी की सेवा और उपासना में गुजरा. नरसिंह महाराज ने बगीचे की ख़ुदाई कराई थी. उस बगीचे में से जुगल जोड़ी सरकार का विग्रह स्वयं प्राप्त हुआ. उन्होंने बताया कि भगवान श्रीकृष्ण यहां राधा रानी के स्वरूप में विराजमान हैं. कृष्ण जी राधा के स्वरूप में विराजमान होने के कारण इन्हें अलबेली सरकार के नाम से भी जाना जाता है.
ब्रजमीरा की उपाधि से जाना जाता है कृष्णा मां को
गौरांग शर्मा ने आगे बताते हुए यह भी कहा कि कृष्णा मां को बज मीरा की उपाधि से जाना जाता है. उन्होंने कहा कि भारत सरकार के द्वारा और राष्ट्रपति के द्वारा उन्हें यह उपाधि दी गई है. मंदिर में आते ही मन शांत हो जाता है सारी समस्याओं को भूलकर राधा की भक्ति में यहां भक्त शराब और हो जाते हैं.
Tags: Local18, Mathura news, UP newsFIRST PUBLISHED : July 3, 2024, 16:44 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ेंDisclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी, राशि-धर्म और शास्त्रों के आधार पर ज्योतिषाचार्य और आचार्यों से बात करके लिखी गई है. किसी भी घटना-दुर्घटना या लाभ-हानि महज संयोग है. ज्योतिषाचार्यों की जानकारी सर्वहित में है. बताई गई किसी भी बात का Local-18 व्यक्तिगत समर्थन नहीं करता है. Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed