UP के इस जिले में जानलेवा बीमारी ने दी दस्तक एक महीने में मिले 100 मरीज
UP के इस जिले में जानलेवा बीमारी ने दी दस्तक एक महीने में मिले 100 मरीज
फिजिशियन डॉ. सुनील सिंह ने लोकल 18 से बातचीत में बताया कि डेंगू से बचाव के लिए साफ-सफाई पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है. छत पर पानी जमा न होने दें, क्योंकि डेंगू का मच्छर साफ पानी में पनपता है. लोगों को जागरूक करने के साथ ही किसी भी प्रकार की घबराहट से बचें.
मुकेश पांडेय/मिर्जापुर : उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर जिले में डेंगू ने अपने पांव पसारने शुरू कर दिए हैं. बीते एक महीने में 100 से अधिक मरीजों को अस्पताल में भर्ती कराया जा चुका है. बारिश के बाद ग्रामीण क्षेत्रों में डेंगू के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. साथ ही, ओपीडी में भी मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ है. स्वास्थ्य विभाग ने स्थिति को संभालने के लिए विशेष इंतजाम किए हैं, जिसमें अलग से वार्ड और अतिरिक्त स्टाफ की तैनाती शामिल है.
मिर्जापुर जिले में प्रतिदिन करीब 1800 लोग ओपीडी में पहुंच रहे हैं, जिनमें ज्यादातर मरीज बुखार और बदन दर्द से पीड़ित हैं. जिले में अब तक 100 डेंगू के मरीजों की पुष्टि हो चुकी है. मंडलीय अस्पताल में डेंगू मरीजों के लिए 24 बिस्तरों का अलग वार्ड तैयार किया गया है, जिसमें फिलहाल नौ मरीजों का उपचार चल रहा है. अस्पताल में डेंगू की मुफ्त जांच की सुविधा भी उपलब्ध है.
साफ-सफाई से डेंगू की रोकथाम संभव
मंडलीय अस्पताल के फिजिशियन डॉ. सुनील सिंह ने लोकल 18 से बातचीत में बताया कि डेंगू से बचाव के लिए साफ-सफाई पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है. छत पर पानी जमा न होने दें, क्योंकि डेंगू का मच्छर साफ पानी में पनपता है. लोगों को जागरूक करने के साथ ही किसी भी प्रकार की घबराहट से बचें. शुरुआती बुखार के लक्षणों में पैरासिटामोल लिया जा सकता है, और तबियत बिगड़ने पर नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर जांच कराएं. डेंगू का मच्छर दिन के समय काटता है.
पानी का सेवन बढ़ाएं
डॉ. सुनील सिंह ने बताया कि डेंगू से संक्रमित मरीजों को पानी का भरपूर सेवन करना चाहिए. नारियल पानी, जूस और ओआरएस जैसी चीजें शरीर में पानी की कमी को पूरा करने में मददगार हैं. प्लेटलेट्स कम होने पर मरीजों को अस्पताल में भर्ती किया जाता है, जहां उन्हें ड्रिप चढ़ाई जाती है. डेंगू से घबराने की जरूरत नहीं है, इसके लक्षण एक हफ्ते तक रहते हैं.
डेंगू के प्रमुख लक्षण
डेंगू के लक्षणों में तेज बुखार, सिरदर्द, पेट में मरोड़, उल्टी, कमजोरी और चक्कर आना शामिल हैं. यदि दो दिन के भीतर आराम न मिले तो नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में जाकर जांच अवश्य कराएं, क्योंकि डेंगू में लापरवाही खतरनाक हो सकती है.स्वास्थ्य विभाग के सक्रिय प्रयासों के बावजूद लोगों को खुद भी सतर्क रहने की जरूरत है. साफ-सफाई और जागरूकता से ही डेंगू के प्रकोप को कम किया जा सकता है.
Tags: Health, Local18FIRST PUBLISHED : September 23, 2024, 17:26 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed