संजय यादव/बाराबंकी: बाराबंकी जिले में बड़े पैमाने पर खेती-किसानी की जाती है. यहां के किसानो की फसलों की ज्यादा पैदावार बढ़ाने और उनकी आय में बढ़ोतरी के लिए सरकार कई योजनाएं चला रही हैं. ताकि वो खेती-किसानी कर समृद्ध हो सकें. साथ ही फसलों के सिंचाई में किसानों को काफी सुविधा व सहूलियत हो. स्प्रिंकलर सिंचाई अपनाकर कम पानी में अच्छी उपज लाई जा सकती है. इसके लिए सरकार किसानों की आर्थिक मदद कर रही है.
सरकार कर रही है किसानों की मदद
स्प्रिंकलर सिंचाई को बौछारी सिंचाई के नाम से भी जाना जाता है. यह सिंचाई करने का एक अच्छा तरीका है. इसमें कम पानी के इस्तेमाल से भी किसान एक बड़ी जमीन पर खड़ी फसल की सिंचाई कर सकते हैं. वहीं, सरकार द्वारा इस पद्धति को अपनाने वाले किसानों को 80 से 90 फीसदी तक अनुदान दिया जा रहा है. इसके लिए आवेदन की प्रक्रिया भी शुरू हो गई है. योजना का लाभ लेने के लिए किसानों को उद्यान विभाग के पोर्टल पर जरुरी दस्तावेजों के साथ आवेदन करेंगे. पहले आओ, पहले पाओ के आधार पर चयनित किसानों को योजना का लाभ मिलेगा.
आर्थिक मदद से कमा पाएंगे लाभ
जिला उधान अधिकारी महेश कुमार श्रीवास्तव ने बताया किसानों को सरकार हर स्थिति में प्रोत्साहित करने के लिए कर्मठ है. इसके लिए जिले में माइक्रोटेक योजना संचालित है, जिससे राज्य सरकार द्वारा विशेष रूप से 80% सामान्य किसानों को और अदर किसानों को 90% अनुदान मुहैया कराया जाता है. ड्रिप सिंचाई पद्धति स्प्रिंकलर सिंचाई पद्धति फसलों पर निश्चित है. सब की इकाई अलग-अलग होती है.
फायदेमंद है स्प्रिंकलर सिंचाई
स्प्रिंकलर सिंचाई स्ट्रॉबेरी आलू गाजर में काफी उपयोगी होती है. कारण क्या होता है कि पानी की बचत के साथ-साथ उसमें उर्वरक घुलनशील रसायन जो भी उनके माइक्रोनेट आवश्यकता होती है. सीधे जड़ों में पहुचाने का काम यह सिस्टम करता है. इससे पौधे का उत्पादक और गुणवत्ता पूर्ण होती है. वहीं, ड्रिप वह स्प्रिंकलर दोनों पद्धति पर 80 से 90% सब्सिडी दी जा रही है. इकाई लागत सभी फसलों की दूरी पर निर्भर करता है. जैसे की एक मिनी स्प्रिंकलर 10 बाई 10 मीटर पर लगाया जाता है, तो लगभग 97 हजार रुपए किसान को अनुदान मिल जाता है. ड्रिप सिंचाई पर करीब 130000 आसपास अनुदान आता है, जो की फसलों और दूरी पर निर्भर करता है.
Tags: Agriculture, Local18FIRST PUBLISHED : June 22, 2024, 11:43 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed