कब है जन्माष्टमी मथुरा के विद्वान ने दूर किया सारा कंफ्यूजन

भगवान श्रीकृष्ण का 5251वां जन्मोत्सव इस बार मनाया जायेगा. मथुरा के श्रीकृष्ण जन्मस्थान पर 26 अगस्त को इस पर्व को भव्यता और दिव्यता के साथ मनाया जायेगा. श्री कृष्ण जन्म स्थान पर तैयारी चल रही है.

कब है जन्माष्टमी मथुरा के विद्वान ने दूर किया सारा कंफ्यूजन
मथुरा: देश भर में जन्माष्टमी का पर्व बड़ी धूमधाम और उल्लास के साथ मनाया जाएगा. हालांकि, इस बार मथुरा में जन्माष्टमी की तारीख को लेकर लोगों में कुछ असमंजस की स्थिति बनी हुई थी. इस कन्फ्यूजन को दूर करते हुए मथुरा के पंडितों ने अब स्पष्ट कर दिया है कि श्री कृष्ण जन्म स्थान पर यह पर्व कब और कैसे मनाया जाएगा. मथुरा को भगवान श्री कृष्ण की जन्मस्थली के रूप में जानी जाती है, एक धार्मिक नगरी भी है. श्री कृष्ण की जन्मस्थली होने के कारण यहां कृष्ण जन्मोत्सव को हर साल बड़े धूमधाम से मनाया जाता है. ब्रजवासियों के साथ-साथ देश और विदेश से लाखों श्रद्धालु श्री कृष्ण के जन्म के साक्षी बनने के लिए मथुरा आते हैं. याद रखें ये तारीख इस साल जन्माष्टमी की तिथि को लेकर लोगों में शंका है. बहुत से लोग यह नहीं समझ पा रहे हैं कि जन्माष्टमी किस दिन मनाई जाए और उपवास कब रखा जाए. इस असमंजस को दूर करते हुए मथुरा के ज्योतिषी और पंडितों ने स्पष्ट किया है कि इस वर्ष जन्माष्टमी का पर्व 26 अगस्त, सोमवार को मनाया जाएगा. पंडित गौरांग शर्मा के अनुसार, भगवान श्री कृष्ण का जन्म श्री कृष्ण जन्म स्थान पर 26 अगस्त को होगा, और इस अवसर पर लाखों श्रद्धालु मंदिर में उनके जन्म के साक्षी बनेंगे. उन्होंने यह भी बताया कि 26 अगस्त को जन्माष्टमी और 27 अगस्त को नंद उत्सव मनाया जाएगा, जिसमें भगवान श्री कृष्ण का रोहिणी नक्षत्र में जन्म होगा. भगवान श्री कृष्ण होंगे 5251 वर्ष पंडित गौरांग शर्मा ने यह भी जानकारी दी कि इस बार भगवान श्री कृष्ण का जन्मोत्सव बड़े ही धूमधाम से मनाया जाएगा, क्योंकि इस वर्ष भगवान श्री कृष्ण 5251 वर्ष के हो जाएंगे. श्रद्धालुओं के बीच उनके जन्मोत्सव को लेकर विशेष उत्साह है. लाखों की संख्या में भक्त यहां उपवास रखते हैं और श्री कृष्ण के जन्म के बाद ही अपना व्रत तोड़ते हैं. Tags: Local18, Sri Krishna JanmashtamiFIRST PUBLISHED : August 10, 2024, 09:27 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ेंDisclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी, राशि-धर्म और शास्त्रों के आधार पर ज्योतिषाचार्य और आचार्यों से बात करके लिखी गई है. किसी भी घटना-दुर्घटना या लाभ-हानि महज संयोग है. ज्योतिषाचार्यों की जानकारी सर्वहित में है. बताई गई किसी भी बात का Local-18 व्यक्तिगत समर्थन नहीं करता है.
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