कभी आंधी कभी बारिश जा रही गर्मी आ गया मॉनसून क्‍या बोले मौसम विज्ञानी

देश के कुछ उत्‍तरी हिस्‍सों में बारिश के साथ आंधी की संभावना जताई गई है. मौसम विभाग का कहना है कि इससे तापमान में कुछ गिरावट होगी लेकिन इसका मतलब ये नहीं है कि उत्‍तर भारत में मॉनसून आ चुका है.

कभी आंधी कभी बारिश जा रही गर्मी आ गया मॉनसून क्‍या बोले मौसम विज्ञानी
पिछले कुछ दिनों से मौसम लगातार करवटें बदल रहा है. कभी भीषण गर्मी और गर्म हवाएं आग बरसा रही हैं तो कभी आंधी और तूफान दस्‍तक दे रहे हैं. मौसम विभाग भी बदलते मौसम को लेकर बार-बार अपडेट कर रहा है. हाल ही में देश के कुछ इलाकों में ऑरेंज अलर्ट भी जारी किया गया है और बारिश के साथ तेज हवाओं के चलने का अनुमान लगाया गया है. ऐसे में एक सवाल जायज है कि क्‍या बार-बार बदलते इस मौसम के मिजाज से क्‍या अब गर्मी कम होने वाली है. कई इलाकों में हो रही बारिश क्‍या मॉनसून के जल्‍दी आने का इशारा है? आइए जानते हैं मौसम विभाग से.. भारतीय मौसम विभाग के पूर्व डीजीएम डॉ. के जे रमेश कहते हैं कि मई के बाद जून में भी तापमान काफी ज्‍यादा है. वैसे तो ये महीने गर्मी के होते ही हैं लेकिन इस बार अधिकतम तापमान देश के कई हिस्‍सों में 50 डिग्री सेल्‍स‍ियस या उससे ज्‍यादा पहुंच गया है. ऐसी गर्मी से राहत के लिए मॉनसून का इंतजार किया जा रहा है जो कि अभी दक्षिण भारत में पहुंचा है. ये भी पढ़ें  झुलसाती गर्मी से मिलने जा रही राहत, IMD वैज्ञानिक ने बताया, किस दिन से गिरने लगेगा तापमान? मॉनसून को अभी उत्‍तर भारत के इलाकों यानि यूपी, उत्‍तराखंड, दिल्‍ली, पंजाब, हरियाणा आदि राज्‍यों में पहुंचने में कम से कम 20 दिन का समय और लगना है. वैसे तो 30 जून तक मॉनसून के आने की संभावना है लेकिन चूंकि इस बार मॉनसून दक्षिण भारत में भी कुछ दिन पहले आ चुका है, ऐसे में 25 जून के बाद यहां कभी भी मॉनसून की बारिश हो सकती है. जहां तक बार-बार आने वाली आंधी और हल्‍की बूंदाबांदी का सवाल है तो यह मॉनसून या प्री मॉनसून नहीं है, यह वैस्‍टर्न डिस्‍टर्बेंसेज यानि पश्चिमी विक्षोभ होते हैं, जिनकी वजह से मौसम अचानक बदलता है. धूल भरी तेज हवाएं चलती हैं, हल्‍की बारिश भी होती है. कभी-कभी तूफान सा भी लगता है. इससे मौसम में बदलाव आता है और तापमान भी कम हो जाता है. चूंकि भारत में तापमान में बढ़ोत्‍तरी प्रदूषण की वजह से भी होती है, ऐसे में जब आंधी आती है तो यह प्रदूषण वातावरण में इकठ्ठा नहीं होता बल्कि इधर-उधर हो जाता है. इसलिए हल्‍की ठंडक मालूम पड़ती है. हालांकि वैस्‍टर्न डिस्‍टर्बेंस का असर दो-तीन दिन तक ही रह सकता है और गर्मी में बस इतनी ही राहत मिल पाती है. उसके बाद फिर एक बार लू और गर्म हवाएं चलेंगी. तापमान फिर से बढ़ेगा. मॉनसून आने तक मौसम ऐसा ही रहेगा. ये भी पढ़ें  सुबह-शाम में तापमान पहुंच रहा 30 के पार, मौसम विज्ञानी बोले, बेहद खराब है असर Tags: Delhi weather, IMD alert, IMD forecast, Latest weather news, Weather newsFIRST PUBLISHED : June 7, 2024, 18:36 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed