यहां हुआ था राधा-कृष्ण का गुप्त विवाह पहुंचे थे हजारों देवी-देवता
यहां हुआ था राधा-कृष्ण का गुप्त विवाह पहुंचे थे हजारों देवी-देवता
Radha Krishnas Marriage Place: कृष्ण और राधा के विवाह को देखने के लिए हजारों की संख्या में देवी देवता यहांं पहुंचे थे. भांडीर वन में प्रतिदिन हजारों श्रद्धालु भगवान की इस विवाह स्थली के दर्शन करने के लिए आते हैं.
रिपोर्ट- निर्मल कुमार राजपूत
मथुरा: भगवान कृष्ण की नगरी मथुरा उनकी अनेक लीलाओं की साक्षी है. मथुरा नगरी में कदम-कदम पर भगवान श्री कृष्ण की लीलाओं से जुड़े किस्से आपको देखने और सुनने को मिल जाएंगे. आज हम आपको जो दिखाने जा रहे हैं उसे शायद आपने कभी सुना हो. क्या आपने सुना है कि राधा कृष्ण का गुप्त विवाह किसने कराया था. राधा कृष्ण का विवाह कहां हुआ और कैसे हुआ. आज भी इसके साक्ष्य देखने को मिल जाते हैं.
बाल्य अवस्था में हुआ था विवाह
मथुरा से करीब 40 किलोमीटर दूर तहसील मांट में स्थित है भांडीर वन. यह वही स्थान है जहां भगवान श्री कृष्ण और राधा का विवाह हुआ था. कृष्ण और राधा के विवाह के साक्ष्य वहां आज भी मौजूद हैं. भांडीर वन मंदिर के पुजारी गोपाल बाबा ने भगवान श्री कृष्ण राधा के विवाह के बारे में बात करते हुए बताया की जब राधा और कृष्ण बाल्यावस्था में थे तो उनका विवाह हुआ.
कृष्ण और राधा के विवाह को देखने के लिए हजारों की संख्या में देवी देवता यहांं पहुंचे. भांडीर वन में प्रतिदिन हजारों श्रद्धालु भगवान की इस विवाह स्थली के दर्शन करने के लिए आते हैं. मंदिर में मंडप बना हुआ है. मंडप में भगवान श्रीकृष्ण और राधा के साथ ब्रह्मा जी, नारद मुनी भी मौजूद हैं. द्वापर कालीन युग की झलक यहां मंदिर में देखने को मिलती है. कहा जाता है की जिस व्यक्ति की शादी नहीं हो रही हो और शादी में कोई व्यवधान बना हुआ हो तो यहाँ पूजन करने के बाद शादी की रस्म पूरी की जा सकती है.
नारद जी ने किया था कन्यादान
मंदिर के पुजारी गोपाल बाबा का यह भी कहना है की जब राधा और कृष्ण का विवाह हुआ था तो केवल 4 लोग इस विवाह में मौजूद थे और नारद जी ने राधा का कन्यादान किया था. कन्यादान करने के बाद राधा रानी को आशीर्वाद दिया था.
ब्रह्मा ने पढ़े थे मंत्र
भांडीरवन के पुजारी ने जानकारी देते हुए बताया कि जिस दिन राधा और कृष्ण की शादी हुई, उस दिन घनघोर बादल छाए हुए थे. ब्रह्मा जी ने पंडित बनकर इन दोनों की शादी कराई थी. ब्रह्मा जी ने ही शादी के मंत्र पढ़े थे. इस शादी का जो लेख है वह आपको श्री गर्ग संहिता में पढ़ने को मिल जाएगा.
राधा से छोटे थे कृष्ण
गोपाल बाबा ने कहानी को आगे बढ़ाते हुए बताया कि जब राधा और कृष्ण की शादी हुई थी, तो भगवान श्री कृष्ण राधा से छोटे थे. उन्होंने जब उनकी मांग भरी थी तो अपने दोनों पैरों के पंजों पर खड़े होकर उनकी मांग भरी थी.
मुरली नहीं सिंदूर है हाथ में
भगवान श्री कृष्ण और राधा के विवाह के समय राधा कृष्ण सहित नारद मुनि और ब्रह्मा मौजूद थे. इस मंदिर की खास बात यह है, की यहां भगवान श्री कृष्ण के हाथ में बंसी की जगह सिंदूर लगा हुआ है. वह राधा की मांग भरते दिखाई दे रहे हैं.
आज भी मौजूद है राधा कृष्ण के विवाह का मंडप
भगवान श्री कृष्ण की कहानी सुनाते हुए गोपाल बाबा ने यह भी बताया कि जिस मंडप में भगवान श्री कृष्ण और राधा के फेरे हुए थे. वह मंडप आज भी मौजूद है. यह मंडप वटवृक्ष के पेड़ों से बना हुआ है. एक तरफ राधा दिखाई देती हैं. दूसरी तरफ भगवान श्री कृष्ण दिखाई देते हैं.
Tags: Local18FIRST PUBLISHED : August 24, 2024, 13:37 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed