फिर पिटी BJP रेखा पात्रा को PM ने किया कॉल उनके गुरु ने थामा दीदी का हाथ!
फिर पिटी BJP रेखा पात्रा को PM ने किया कॉल उनके गुरु ने थामा दीदी का हाथ!
Mamata Banerjee Politics: पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी अपनी तरह की राजनीति करती हैं और बीते लंबे समय से वह राज्य में भाजपा पर भारी पड़ रही हैं. उन्होंने एक बार फिर राज्य में भाजपा को मात दी है. संदेशखाली में उन्होंने भाजपा की नेता रेखा पात्रा के मेंटोर को ही अपनी पार्टी में मिला लिया है.
पश्चिम बंगाल की राजनीति में भाजपा लगातार तृणमूल कांग्रेस से मात खा रही है. 2021 से विधानसभा चुनाव में तमाम सर्वे रिपोर्ट में दावे किए जा रहे थे कि वहां भाजपा शानदार प्रदर्शन करने वाली है. लेकिन, चुनावी रिजल्ट में ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस ने सबको चौंका दिया. फिर 2024 के लोकसभा चुनाव के रिजल्ट भी कुछ ऐसे ही दिखे. उसके बाद से भाजपा के कई नेता पार्टी छोड़कर टीएमसी का दामन थाम लिए हैं. इस बीच ममता बनर्जी ने भाजपा को एक और झटका किया है.
बीजेपी की बसीरहाट लोकसभा सीट से उम्मीदवार रेखा पात्रा के पूर्व मेंटर सुजय मंडल ने तृणमूल कांग्रेस का दामन थाम लिया है. मंडल संदेशखाली में हुई अशांति के दौरान एक प्रमुख चेहरा थे. वह रेखा पात्रा की मेंटर थे, जिसे टिकट देने के बाद पीएम नरेंद्र मोदी ने कॉल तक किया था. उनको ममता की सरकार में अन्याय के खिलाफ जंग का चेहरा बताया था. तृणमूल के वरिष्ठ नेताओं का कहना है कि मंडल ने अपनी गलतियां मान ली. उसके बाद ही उनको टीएमसी में शामिल किया गया है.
अशांति के दौरान मंडल को लोगों को भड़काने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था, लेकिन बाद में उन्हें जमानत मिल गई. जमानत के बाद वह कुछ समय तक सार्वजनिक जीवन से दूर रहे. इससे पहले, मंडल तृणमूल के मंत्रियों सुजीत बोस और पार्थ भौमिक के साथ दिखे थे. इस घटनाक्रम पर टिप्पणी करते हुए संदेशखाली के तृणमूल विधायक सुकुमार महतो ने कहा कि वह एक शिक्षक हैं. अपनी गलती को समझकर उन्होंने फिर से हमारे साथ जुड़ने का फैसला किया है. उन्हें ममता बनर्जी के विकास कार्यों से प्रेरणा मिली. मैं उन्हें बधाई देता हूं.
संदेशखाली की घटना ने लोकसभा चुनावों से पहले काफी ध्यान आकर्षित किया था, हालांकि बीजेपी की लोकसभा उम्मीदवार रेखा पात्रा को हार का सामना करना पड़ा. सोमवार को ममता बनर्जी की संदेशखाली रैली में मंडल ने कहा कि मैं संधेशखाली आंदोलन से तब जुड़ा था, जब यह राजनीतिक नहीं था. मेरा उद्देश्य शेख शाहजहान और उनके साथियों द्वारा किए गए अत्याचारों के खिलाफ विरोध करना था. हालांकि बाद में यह आंदोलन राजनीतिक हो गया, जब बीजेपी के नेताओं ने इसमें अपनी राजनीतिक घुसा दी. तब मैंने आंदोलन से खुद को अलग कर लिया. मैं तृणमूल का सदस्य था, और आज भी तृणमूल कार्यकर्ता हूं.
सुवेंदु अधिकारी का संदेशखाली दौरा
राज्य में विपक्षी नेता सुवेंदु अधिकारी मंगलवार को संदेशखाली का दौरा करने जा रहे हैं. ठीक एक दिन पहले मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने यहां रैली की थी. बीजेपी के सूत्रों के अनुसार अधिकारी मंगलवार सुबह जन संजोग यात्रा में भाग लेंगे.
Tags: CM Mamata Banerjee, Suvendu AdhikariFIRST PUBLISHED : December 31, 2024, 10:53 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed