इस खेती से महिला किसान की बदल गई तकदीर! बंपर हो रही पैदावार

सरीश सिंह ने बताया कि महज डेढ़ लाख की लागत से ड्रैगन फ्रुट की खेती शुरु की. 14 महीने में दो कुंतल का पैदावार हो चुका है. ड्रैगन फ्रुट के साथ उन्होंने लहसुन और प्याज की खेती भी करके दोगुना मुनाफा कमा रहे हैं.

इस खेती से महिला किसान की बदल गई तकदीर! बंपर हो रही पैदावार
मुकेश पांडेय/मिर्जापुर : कहते हैं कि जहां चाह होती है, वहां राह भी होती है. उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर जिले की एक महिला किसान इस पंक्ति को साकार कर रही है. परंपरागत खेती से हटकर उन्होंने ड्रैगन फ्रूट की खेती शुरू की और महज 14 महीने में लगभग एक लाख रुपये का मुनाफा कमा चुकी है. कम खर्च और मेहनत में उन्हें शानदार लाभ मिल रहा है. उन्होंने सिर्फ एक बीघा खेत में इस खेती की शुरुआत की थी और कुछ ही महीनों में फल मिलना शुरू हो गया. मिर्जापुर जिला मुख्यालय से 45 किलोमीटर दूर बघौड़ा गांव में महिला किसान सरीश सिंह ने एक बीघा में ड्रैगन फ्रूट की खेती की है. वियतनाम से उन्होंने मदर प्लांट मंगाए थे और उद्यान विभाग की ओर से निशुल्क पौधे मिलने के बाद डेढ़ लाख रुपये की लागत से पिलर खरीदकर खेती शुरू की. 14 महीने पहले शुरू की गई इस खेती से अब तक दो कुंतल से अधिक पैदावार हो चुकी है. हाल ही में लखनऊ में आयोजित फल प्रदर्शनी में भी उनके ड्रैगन फ्रूट शामिल किए गए थे. डीएचओ ने खेती के लिए किया प्रोत्साहित किसान सरीश सिंह ने बताया कि उन्होंने एक बीघा में ड्रैगन फ्रूट की खेती की है. डीएचओ मेवाराम ने उन्हें परंपरागत खेती जैसे धान और गेहूं से हटकर ड्रैगन फ्रूट की खेती करने के लिए प्रेरित किया. इसके बाद उन्होंने एक लाख रुपये की लागत से पिलर मंगवाया और उद्यान विभाग की ओर से पौधे प्राप्त किए. 13 महीनों में ड्रैगन फ्रूट का अच्छा उत्पादन हो रहा है और इसमें ज्यादा मेहनत की भी आवश्यकता नहीं है. प्याज और लहसुन की भी की जा सकती है खेती सरीश सिंह ने बताया कि ड्रैगन फ्रूट की खेती में शेष बचे स्थानों पर प्याज और लहसुन की खेती की जा सकती है. इससे न केवल पौधे रोग रहित रहेंगे, बल्कि दोगुना मुनाफा भी होगा. यह फल सेहत के लिए भी अत्यंत लाभकारी है. क्योंकि इसमें कई प्रकार के विटामिन्स होते हैं, जो इम्यूनिटी को मजबूत करते हैं. कीटनाशक और खाद की नहीं पड़ेगी जरूरत सरीश सिंह ने कहा कि ड्रैगन फ्रूट की खेती में खाद और कीटनाशक के बजाय उन्होंने गोबर की खाद का प्रयोग किया है, जिसके अच्छे परिणाम मिले हैं. पौधे पर किसी भी रोग का प्रभाव नहीं हुआ है और उत्पादन भी अच्छा हुआ है. ड्रैगन फ्रूट के साथ लहसुन की खेती भी लाभदायक साबित हो रही है. Tags: Hindi news, Local18FIRST PUBLISHED : August 23, 2024, 09:08 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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