जैवलिन थ्रो में कैसे बनाएं करियर नीरज चोपड़ा जैसा बनने के लिए एक्सपर्ट की

How to Become a Javelin Thrower: नीरज चोपड़ा ने जैवलिन थ्रो का अभ्यास छोटी उम्र से ही शुरू कर दिया था. खेल में करियर बनाने के लिए शुरुआती उम्र से ही सही कोच और प्रशिक्षण लेना बहुत महत्वपूर्ण होता है. जैवलिन कोच विशाल चौधरी ने लोकल 18 से खास बातचीत करते हुए बताया कि इस खेल में सफल होने के लिए केवल शारीरिक रूप से ही नहीं, बल्कि मानसिक रूप से भी मजबूत होना चाहिए.

जैवलिन थ्रो में कैसे बनाएं करियर नीरज चोपड़ा जैसा बनने के लिए एक्सपर्ट की
विशाल भटनागर /मेरठ: पेरिस में चल रहे ओलंपिक में एक बार फिर भारत के नीरज चोपड़ा ने सिल्वर मेडल जीत लिया है. जबकि इससे पहले हुए टोक्यो ओलंपिक में उन्होंने गोल्ड मेडल जीता था. ऐसे में युवाओं के अंदर इस खेल को के प्रति दिलचस्पी देखने को मिल रही है. इतना ही नहीं, वह नीरज चोपड़ा जैसे खिलाड़ी बनने का सपना भी देख रहे हैं. ऐसे में उनके जैसा खिलाड़ी बनने के लिए कई बातों का ध्यान रखना जरूरी है. जैवलिन कोच विशाल चौधरी ने लोकल 18 से खास बातचीत करते हुए बताया कि इस खेल में सफल होने के लिए केवल शारीरिक रूप से ही नहीं, बल्कि मानसिक रूप से भी मजबूत होना चाहिए. वह बताते हैं कि नीरज चोपड़ा ने जैवलिन थ्रो का अभ्यास छोटी उम्र से ही शुरू कर दिया था. खेल में करियर बनाने के लिए शुरुआती उम्र से ही सही कोच और प्रशिक्षण लेना बहुत महत्वपूर्ण होता है. उन्होंने बताया कि इसलिए 12-15 साल की उम्र से ही इस खेल में रुचि रखने वाले बच्चों को सही मार्गदर्शन मिलना चाहिए. ताकि, उनकी तकनीक और शरीर का विकास सही दिशा में हो. फिटनेस और डाइट का महत्व जैवलिन थ्रो के लिए शारीरिक फिटनेस बेहद जरूरी है. खिलाड़ी को मांसपेशियों की ताकत, सहनशक्ति और लचीलेपन पर काम करना होता है. इसके अलावा, सही डाइट भी जरूरी है. खिलाड़ी को प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट्स, और विटामिन से भरपूर आहार लेना चाहिए. क्योंकि, नीरज चोपड़ा खुद अपनी डाइट और फिटनेस पर बहुत ध्यान देते हैं, जो उनकी सफलता का एक बड़ा कारण है. सही तकनीक और निरंतर अभ्यास विशाल चौधरी कहते हैं कि जैवलिन थ्रो में तकनीक का बहुत बड़ा महत्व है. सही तरीके से जैवलिन पकड़ना, दौड़ना और थ्रो करना सीखना जरूरी है. इस खेल में शरीर की मुद्रा और थ्रो की तकनीक सही होने से ही अच्छा प्रदर्शन किया जा सकता है. इसके लिए निरंतर अभ्यास और सही कोच की देखरेख जरूरी है. मानसिक तैयारी और धैर्य खेल में सफलता केवल शारीरिक शक्ति पर निर्भर नहीं होती, बल्कि मानसिक शक्ति भी जरूरी होती है. नीरज चोपड़ा जैसे खिलाड़ी अपने आत्मविश्वास और धैर्य के बल पर बड़े मंच पर प्रदर्शन करते हैं. मैच की तैयारी के दौरान ध्यान, योग और मानसिक रूप से मजबूत रहने के उपायों पर भी ध्यान देना चाहिए. प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेना खिलाड़ियों को विभिन्न राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भाग लेना चाहिए. इससे न केवल अनुभव मिलता है, बल्कि खेल के उच्च स्तर की प्रतिस्पर्धा का भी सामना करना पड़ता है. धीरे-धीरे अपनी तकनीक और प्रदर्शन में सुधार करके ही आप नीरज चोपड़ा जैसा खिलाड़ी बन सकते हैं. इसी के साथ-साथ जैवलिन थ्रो में करियर बनाने के लिए समर्पण, अनुशासन और सही मार्गदर्शन की आवश्यकता होती है. नीरज चोपड़ा की तरह सफल होने के लिए इन सभी बातों का ध्यान रखना जरूरी है. यह भी पढ़ें- Success Story: पिता किसान और बेटा वर्ल्ड चैंपियन! चुनौतियों के सामने नहीं मानी दीपेंद्र ने हार, ऐसे बदली तकदीर कौन से खिताब जीतना जरूरी? बताते चलें कि ओलंपिक में पहुंचने के लिए खिलाड़ी को पहले राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन करना जरूरी है. इसके बाद अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं जैसे एशियन गेम्स, वर्ल्ड चैंपियनशिप और डायमंड लीग में सफलतापूर्वक पदक जीतना होता है. इन उपलब्धियों के आधार पर ही खिलाड़ी को ओलंपिक में भाग लेने का मौका मिलता है. Tags: Local18, Meerut news, Neeraj Chopra, Sports newsFIRST PUBLISHED : August 12, 2024, 13:40 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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