यूपी के इस जिले में बड़े स्तर पर होगी मखाने की खेतीसरकार किसानों को करेगी मदद
यूपी के इस जिले में बड़े स्तर पर होगी मखाने की खेतीसरकार किसानों को करेगी मदद
वाराणसी: बिहार मखाने की खेती के लिए जाना जाता है. लेकिन अब बिहार ही नहीं बल्कि यूपी के किसान भी मखाने की खेती करेंगे. इसके लिए उद्यान विभाग ने पहल की है. यूपी में सबसे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी से इसकी शुरुआत होगी. इसके लिए अलग-अलग ब्लॉक से किसानों को ट्रेनिंग के लिए बिहार भेजा जाएगा. इसके अलावा यूपी में मखाने की खेती को बढ़ावा देने के लिए सरकार अनुदान भी देगी.
सुलतानपुर: अगर आपके अंदर हौसला और जुनून हो तो आपकी सफलता में उम्र कोई बाधा नहीं बनती है. कुछ ऐसा ही उदाहरण पेश किया है सुल्तानपुर के रहने वाले दूधनाथ पाल ने. दूधनाथ पाल की उम्र लगभग 60 वर्ष से अधिक है, लेकिन उन्होंने इस उम्र में भी अपने पारिवारिक और पारंपरिक व्यवसाय भेड़ पालन को नहीं छोड़ा और वो आज अच्छा मुनाफा कमा रहे हैं. बातचीत के दौरान दूधनाथ ने बताया कि उनके पास लगभग 150 से अधिक भेड़ हैं. जिनका पालन कर वो तगड़ी कमाई कर रहे हैं.
6 माह में हो जाती हैं तैयार
किसान दूधनाथ पाल ने बताया कि एक भेड़ को तैयार होने में औसतन 6 से 7 महीने लगता है. हालांकि यह आंकड़ा भेड़ों को खाने पिलाने पर भी निर्भर करता है. अगर इनको दाना ठीक मात्रा में दिया जाए, तो भेड़ 5 महीने में ही तैयार हो सकती है.
भेड़ पालन में होती है मोटी कमाई
वैसे तो किसान दूधनाथ पाल ने भेड़ का पालन ऊन के लिए नहीं किया, लेकिन भेड़ों को बेचकर वह प्रतिवर्ष लाखों रुपए की कमाई कर रहे हैं, जिसमें 6 माह में एक भेड़ की कीमत लगभग 6 से 7 हजार रुपए होती है. इस हिसाब से प्रत्येक साल लगभग 100 भेड़ दूधनाथ पाल द्वारा बेचा जाता है और 4 से 5 लाख रुपए की कमाई की जाती है.
देसी प्रजनन को बढ़ावा
वैसे तो आज के इस वैज्ञानिक युग में जानवरों के वंश को बढ़ाने के लिए डॉक्टरों द्वारा क्रॉस करने की व्यवस्था की जाती है, लेकिन किसान दूधनाथ पाल ने नर भेड़ को भी पाल रखा है, जिससे वह देशी प्रजनन को बढ़ावा दे रहे हैं और क्रॉस करने की व्यवस्था का वह विरोध करते हैं.
Tags: Agriculture, Animal Farming, Local18, Sultanpur newsFIRST PUBLISHED : September 6, 2024, 10:55 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed