गोरखपुर/रजत भट्ट: गोरखपुर से टूरिस्ट अक्सर घूमने नेपाल जाया करते हैं. पहाड़ की शानदार वादियां और वॉटरफॉल में नहा कर लोग खूब मजे करते हैं. लेकिन आज हम आपको बताएंगे कि अगर नेपाल जाने का प्लान कर रहे हैं तो मुसीबत बढ़ सकती है. नेपाल में भारी बारिश के वजह से कई जगह जलमग्न हो गए हैं. तो पहाड़ों पर लैंडस्लाइड हो सकता है. खासकर जब आप नेपाल के काठमांडू, ललितपुर और भक्तपुर जैसे शहर में जाना चाहते हैं तो वह इन दिनों बरसात से काफी प्रभावित है.
बॉर्डर पर रुक रहे टूरिस्ट
अगर आप भी गोरखपुर से नेपाल घूमने जा रहे हैं तो बॉर्डर पर ही रोके जा सकते हैं. पिछले कई दिनों से नेपाल में भारी बारिश और लैंडस्लाइड के वजह से रास्ता को ब्लॉक कर दिया गया है. खास करके काठमांडू जाने वाले लोगों को रोका जा रहा है. लेकिन वहीं शनिवार की रात से ही पूरी तरीके से गाड़ियां रोक दी जा रही है. लगातार नेपाल के कई इलाकों में लैंडस्लाइड और नदियां उफान पर है. वहीं, नेपाल के कास्की जिले में बृहस्पतिवार की रात भूस्खलन हुआ. इसमें 11 लोगों की मौत हो गई. साथ ही बीते दिनों नेपाल के चितवन जिले में भी भूस्खलन की वजह से दो बसें खाई में गिरी, जिसमें 7 भारतीय नागरिकों की मौत हो गई.
अभी नहीं जा सकते इन जगहों पर टूरिस्ट
गोरखपुर से नेपाल की दूरी 196 किलोमीटर है. शायद यही कारण है किलो ग अपनी गाड़ी से या सवारी से छुट्टी मनाने नेपाल के चले जाते हैं. लेकिन इन दिनों नेपाल जाने के लिए टूरिस्ट को इंतजार करना पड़ रहा है. नेपाल में भारी बारिश और लैंडस्लाइड के वजह से नेपाल के लगभग टूरिस्ट स्पॉट पर जाना मुमकिन नहीं है. बॉर्डर पर ही गाड़ियों को रोक दिया जा रहा है. नेपाल के वह जगह पोखरा, काठमांडू, बुटवल जो टूरिस्ट से भरे रहते थे वो पानी और पहाड़ के टूटे हुए हिस्सों से थर्रा रहे हैं. वही लुंबिनी प्रांत के पर्यटन अधिकृत परशुराम राय ने बताया कि नेपाल के लुंबिनी और तमाम घूमने वाले जगह पर टूरिस्ट को रोका जा रहा है.
लगातार हो रहा लैंडस्लाइड
लगातार लैंडस्लाइड और म की वजह से मुसीबत बढ़ रही है. वहीं भारत नेपाल मैत्री संघ रूपंदेही जिला के श्री चंद गुप्ता ने भी बताया कि जब तक बारिश और लैंडस्लाइड है तब तक सारी गाड़ियां बॉर्डर पर रोक दी जा रही है. बस खाने पीने के सामान ले जाने वाले ट्रक को एक-एक कर भेजा जा रहा है. बाकी सारी गाड़ियां रोक दी जा रही है.
Tags: Gorakhpur news, Local18, NepalFIRST PUBLISHED : July 13, 2024, 13:32 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed