स्वाद का सफ़रनामा: गुणों की खान ककोरा करेले जैसी कड़वी नहीं कई रोगों से बचाए ये छोटी-सी सब्जी

Swad Ka Safarnama: ककोरा के भारत में और भी नाम हैं. कहीं इसे कंटोला, कहीं खेखसा तो कई जगहों पर ककरोल भी कहा जाता है. खास बात यह है कि राजस्थान में इसे करेला भी बोला जाता है. ककोरा सब्जी मानसून के अलावा सर्दियों में भी सब्जी मार्केट में खूब दिखाई देती है.

स्वाद का सफ़रनामा: गुणों की खान ककोरा करेले जैसी कड़वी नहीं कई रोगों से बचाए ये छोटी-सी सब्जी
हाइलाइट्सककोरा को कंटोला, खेखसा तो कई जगहों पर ककरोल भी कहा जाता है. भारत के अलावा, बर्मा, इंडोनेशिया, मलेशिया, चीन सहित ऑस्ट्रेलिया में भी उगाई और खाई जाती है. Spiny Gourd or Kantola Benefits & History: करेले की जानकारी तो हम सबको है. उसके स्वाद और गुणों के बारे में भी सभी जानते हैं. एक और सब्जी है, जो गुणों में करेले जैसी ही है, लेकिन उसकी बनावट व कड़वापन करेले जैसी नहीं है. यह ककोरा (Kakora) है. इसे कंटोला भी कहा जाता है. यह सब्जी देखने में सुंदर तो है ही, शरीर को भी कई रोगों से बचाए रखती है. हजारों वर्षों से ककोरा का सेवन किया जा रहा है. बाहर से सुंदर, लेकिन अंदर से बनावट करेले के समान ककोरा (Spiny Gourd) के भारत में और भी नाम हैं. कहीं इसे कंटोला, कहीं खेखसा तो कई जगहों पर इसे ककरोल भी कहा जाता है. खास बात यह है कि राजस्थान में इसे करेला भी बोला जाता है. अगर आप इसे पहली बार देखेंगे तो मान ही नहीं पाएंगे कि यह सब्जी है. जब सब्जी बेचने वाला इसका नाम और गुण बताएगा, तभी आपको यकीन होगा कि यह वाकई स्वाद और गुणों से भरी सब्जी है. ककोरा सब्जी छोटी हरे गेंद के आकार जैसी होती है और इसके चारों ओर मुलायम कांटे जैसे दिखाई देंगे, लेकिन वे चुभन पैदा नहीं करते हैं. जैसे कदंब के वृक्ष का फल होता है, ककोरा भी कुछ ऐसा ही दिखाई देता है. यह बेल पर पैदा होता है. काटने पर इसकी अंदरूनी बनावट करेले के समान होती है, लेकिन यह करेले जितना कड़वा नहीं होता है. खाने में हल्का सा कसैला होता है, लेकिन गुणों में करेले, तोरई, घिया, टिंडा की माफिक है. यह लौकी परिवार की प्रजाति से जुड़ी एक सब्जी है. इसे भी पढ़ें: स्वाद का सफ़रनामा: पीलिया, कब्ज में लाभकारी है परवल, औषधीय गुणों से भरपूर इस सब्जी का है रोचक इतिहास आपके शहर से (दिल्ली-एनसीआर) राज्य चुनें उत्तर प्रदेश बिहार मध्य प्रदेश राजस्थान उत्तराखंड हरियाणा झारखंड छत्तीसगढ़ हिमाचल प्रदेश महाराष्ट्र पंजाब दिल्ली-एनसीआर तलाक की अटकलों के बीच, सानिया मिर्जा-शोएब मलिक आए साथ, कपल को रियलिटी शो ने मिलवाया? 'अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेले' को लेकर दिल्ली पुलिस ने जारी की ट्रैफिक एडवाइजरी, जानें कौन सा रूट खुला रहेगा और कौऩ बंद दिल्ली में लोगों को बड़ी राहत, आज से चलेंगी BS-4 डीजल और BS-3 पेट्रोल गाड़ियां रेलवे मंत्रालय का बड़ा फैसला, ऐप से अनरिजर्व्ड टिकट बुक करने वालों को मिलेगी ज्यादा सुविधा श्रद्धा मर्डर केस: लाश के सड़ने की बदबू न आए, इसके लिए घर में अगरबत्ती जलाता था आफताब दिल्ली: लिव-इन पार्टनर की हत्या कर लाश के टुकड़े किये फिर अलग-अलग जगहों पर फेंका दिल्ली MCD चुनावः भाजपा ने जारी की 18 उम्मीदवारों की दूसरी लिस्ट, जानें किस वार्ड से किसे मिला टिकट Air Pollution से बढ़ रहा Heart Attack का खतरा, डॉक्टर से जानें दिल को जहरीली हवा से कैसे बचाएं दिल्‍ली: गर्लफ्रेंड की बॉडी के 35 टुकड़े किए, 18 दिन तक फ्रिज में रखे, रोज एक टुकड़ा फेंकता तिहाड़ में बंद आप नेता सत्येंद्र जैन ले रहे थे VIP सुविधाएं, आरोपित जेल अधीक्षक हुआ निलंबित Sraddha Murder Case: क्‍या हुआ था कि लिव-इन पार्टनर ने कर दी श्रद्धा की हत्‍या, पुलिस ने बताई कहानी राज्य चुनें उत्तर प्रदेश बिहार मध्य प्रदेश राजस्थान उत्तराखंड हरियाणा झारखंड छत्तीसगढ़ हिमाचल प्रदेश महाराष्ट्र पंजाब दिल्ली-एनसीआर ककोरा को कहीं कंटोला, कहीं खेखसा तो कई जगहों पर ककरोल भी कहा जाता है. भारत समेत कई देशों में उगाई और खाई जाती है यह सब्जी पूरे भारत के अलावा, बर्मा क्षेत्र, इंडोनेशिया, मलेशिया, चीन और उष्णकटिबंधीय अफ्रीका सहित ऑस्ट्रेलिया में भी उगाई और खाई जाती है. लेकिन, इसकी उत्पत्ति काल का कोई प्रमाण नहीं है. ऐसा कहा जाता है कि मानसून के दौरान इसकी बेल खेतों की मेड़ पर अपने-आप उग जाती थी. जब बाद में इसने रसोई में प्रवेश किया तो इसकी खेती की जाने लगी. ककोरा सब्जी मानसून के अलावा सर्दियों में भी सब्जी मार्केट में दिखाई देती है. अब तो कंटोला या ककोरा व्यावसायिक सब्जी का रूप ले चुकी है. इसका कारण यह है कि इसमें उच्च पोषक तत्व और औषधीय गुण भी पाए जाते हैं. विशेष बात यह है कि फाइबर से भरपूर इस सब्जी में कैलोरी काफी कम होती है. यह सब्जी पूरे भारत के अलावा, बर्मा क्षेत्र, इंडोनेशिया, मलेशिया, चीन, ऑस्ट्रेलिया में भी उगाई और खाई जाती है. आयुर्वेद विशेषज्ञ इसे विशेष सब्जी का दर्जा देते हैं लेखक व भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. बिश्वजीत चौधरी ने अपनी पुस्तक ‘VEGETABLES’ में खनिज व विटामिन्स के कारण ककोरा को विशेष सब्जी कहा है. उन्होंने जानकारी दी है कि 100 ग्राम ककोरा में कैलोरी 17, फाइबर 3.0 ग्राम, प्रोटीन 3.1 ग्राम, वसा 3.1 ग्राम, कैल्शियम 2600 मिलीग्राम, मैग्नीशियम 1400 मिलीग्राम, पोटैशियम 370 मिलीग्राम, सोडियम 58 मिलग्राम, कॉपर, जिंक के अलावा, विटामिन बी 5 भी पाया जाता है. भारतीय जड़ी-बूटियों, फलों व सब्जियों पर व्यापक रिसर्च करने वाले जाने-माने आयुर्वेद विशेषज्ञ आचार्य बालकिशन इस सब्जी को शरीर के लिए खास मानते हैं, जो सिर्फ स्वादिष्ट ही नहीं लगती, स्वास्थ्य के दृष्टि से भी उत्तम है. उनका कहना है कि ककोरा सिर दर्द, कान दर्द, खांसी, पेट संबंधी बीमारियां, पाइल्स, खुजली जैसे आम बीमारियों के उपचार में फायदेमंद होता है. यह प्रकृति से थोड़ा कड़वा, मधुर, गर्म तासीर का होता है. यह वात, पित्त और कफ तीनों दोषों को हरने वाला, अग्निदीपन (पाचन शक्ति बढ़ाने वाला) के अलावा हृदय के लिए भी लाभकारी है. इसे भी पढ़ें: स्वाद का सफ़रनामा: बैड कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल कर मेमोरी पावर बढ़ाती है मूंगफली, हजारों साल पुराना है इसका इतिहास ककोरा सिर दर्द, कान दर्द, खांसी, पेट संबंधी बीमारियां, पाइल्स आदि के उपचार में फायदेमंद होता है. बुढ़ापे की गति को धीमी करती है ककोरा सब्जी फूड एक्सपर्ट और होमशेफ सिम्मी बब्बर के अनुसार, ककोरा को खूब पसंद किया जाने लगा है. इसे सही तरह से मसालों में भूनकर पकाया जाए तो इसका स्वाद लाजवाब होकर उभरता है. इसमें पाए जाने वाले गुणों के कारण भी अब यह रसोई में आमतौर पर पाया जाता है. इसमें पाए जाने वाले पोषक तत्व बुढ़ापे की गति को कम कर देते हैं. यह अच्छा पाचक भी है. इसके गूदे और बीज घुलनशील फाइबर से भरपूर होते हैं, जो पाचन तंत्र को दुरुस्त करते हैं. इसमें एंटीऑक्सीडेंट और फ्लेवोनॉएड (रक्त कोशिकाओं को स्वस्थ रखने वाला तत्व) भरपूर होते हैं, जो लिवर की रक्षा करने में मदद करते हैं. चूंकि, ककोरा मानसून में अधिक पैदा होता है, इसलिए इसमें कुदरती तौर पर संक्रमण का बचाव करने की क्षमता है. यह सब्जी बुखार, सर्दी और खांसी से शरीर की रक्षा करती है. यह डायबिटीज में भी लाभकारी है, क्योंकि इसमें शुगर कम होता है. इसमें कैलोरी भी कम होती है, इसलिए यह वजन को भी बढ़ने से रोकती है. हालांकि, ककोरा अधिक खाने से पेट का सिस्टम खराब हो सकता है. कुछ लोगों को इससे एलर्जी की शिकायत भी हो जाती है. अगर इसे सामान्य रूप से आहार में शामिल किया जाए तो यह शरीर के लिए बेहद लाभकारी सब्जी है. ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें up24x7news.com हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट up24x7news.com हिंदी| Tags: Food, LifestyleFIRST PUBLISHED : November 15, 2022, 07:00 IST