IGI एयरपोर्ट पर लंदन से आया शख्‍स छानबीन शुरू की तो खुला 22 साल पुराना राज

IGI Airport News: इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट देश के व्‍यस्‍ततम हवाई अड्डा है. यहां रोजाना दर्जनों फ्लाइट्स लैंड के साथ टेकऑफ करती हैं. ऐसे में यहां की सुरक्षा भी काफी चाक चौबंद रहती है. इसके बावजूद कुछ ऐसी घटनाएं सामने आती हैं, जिससे सिक्‍योरिटी को लेकर सवाल उठने लगते हैं.

IGI एयरपोर्ट पर लंदन से आया शख्‍स छानबीन शुरू की तो खुला 22 साल पुराना राज
नई दिल्‍ली. इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट को साउथ एशिया के बेहतरीन हवाई अड्डों में से एक है. लाखों की संख्‍या में यात्री यहां से फ्लाइट में सवार होते हैं और लैंड करते हैं. एयरपोर्ट की संवेदनशीलता को देखते हुए यहां की सुरक्षा व्‍यवस्‍था पर खास ध्‍यान दिया जाता है. IGI एयरपोर्ट पर सिक्‍योरिटी के कई लेयर होते हैं, ताकि अपराधी चाहकर भी किसी भी तरह की अवैध घटना को अंजाम न दे सके. हाल के दिनों में एयरपोर्ट की सुरक्षा में तैनात जवानों ने कई घटनाओं का पर्दाफाश कर अपनी सतर्कता का परिचय भी दिया है. अब एयरपोर्ट पुलिस ने एक ऐसे ही मामले का खुलासा किया है. लंदन से IGI एयरपोर्ट पहुंचे शख्‍स पर शक हुआ तो छानबीन शुरू की गई. इसके बाद 22 साल पुराना राज खुल गया. रिपोर्ट के अनुसार, IGI एयरपोर्ट पुलिस ने फर्जी पासपोर्ट रैकेट में शामिल एक एजेंट को दबोचा है. वह हरियाणा का रहने वाला बताया गया है. आरोप है कि साल 2002 में उसने एक पैसेंजर के लिए गैरकानूनी तरीके से फर्जी पासपोर्ट की व्‍यवस्‍था की थी. शख्‍स को लंदन जाना था. आरोपी की पहचान सुखदेव सिंह उर्फ सुक्‍खा (48) के तौर पर की गई है. वह हरियाणा के कैथल जिले के प्रेमपुरा का रहने वाला है. उसके पिता का नाम फौजा सिंह है. पुलिस ने इस मामले में चौंकाने वाला खुलासा किया है. IGI एयरपोर्ट पर घूमता रहता था शख्‍स, CISF जवानों की पड़ी नजर, पूछा तो रह गए सन्‍न, फिर पहुंची दिल्‍ली पुलिस 22 साल पुराना मामला पुलिस ने बताया कि फर्जी पासपोर्ट का मामला 23 अगस्‍त को सामने आया. कुरुक्षेत्र (हरियाणा) का रहने वाला फतेह सिंह लंदन से IGI एयरपोर्ट पर लैंड किया था. एयरपोर्ट पर तैनात अधिकारियों ने रूटीन छानबीन के तहत ट्रैवल डॉक्‍यूमेंट की जांच करनी शुरू की तो उनकी आंखें फटी की फटी रह गईं. दरअसल, जांच के दौरान इमिग्रेशन डिपार्टमेंट के अफसरों को पता चला कि फतेह सिंह का IGI एयरपोर्ट से डिपार्चर का कोई रिकॉर्ड ही नहीं है. इमिग्रेशन कंट्रोल रिकॉर्ड में उनका नाम कहीं भी मेंशन नहीं था. इसके बाद अधिकारियों के कान खड़े हो गए. खुला सालों पुराना राज IGI एयरपोर्ट के अधिकारियों ने जब छानबीन शुरू की तो तकरीबन 22 साल पुराना राज खुलकर सामने आया. जांच में पता चला कि फतेह सिंह ने किसी और के पासपोर्ट पर या फिर अवैध तरीके से लंदन की यात्रा की थी. इसके बाद एयरपोर्ट अथॉरिटी ने IGI एयरपोर्ट पुलिस स्‍टेशन में मामले को लेकर केस दर्ज कराया. मामले के अनुसार, फतेह सिंह ने साल 2002 में लंदन जाने के लिए सुखदेव सिंह की मदद मांगी थी. इसके लिए फतेह सिंह ने 5.5 लाख रुपये सुखदेव को दिए थे. इसके बाद फर्जी पासपोर्ट की व्‍यवस्‍था की गई और फतेह सिंह लंदन गए. वापस इंडिया आने पर 22 साल पुराने फर्जी पासपोर्ट रैकेट का भंडाफोड़ हुआ. Tags: Delhi airport, IGI airport, National NewsFIRST PUBLISHED : August 29, 2024, 19:40 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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