तुरंत बंद कर दें मॉर्निंग वॉक! डॉक्‍टर ने दी वॉर्निंग टहलने का है मन तो

Morning Walk Side effects in Air pollution: प्रदूषण के चलते जहरीली हुई हवा में मॉर्निंग वॉक आपको अस्‍पताल पहुंचा सकती है. डॉक्‍टरों की मानें तो इस मौसम में सुबह की सैर करना तुरंत बंद कर दें.

तुरंत बंद कर दें मॉर्निंग वॉक! डॉक्‍टर ने दी वॉर्निंग टहलने का है मन तो
हाइलाइट्स दिल्‍ली-एनसीआर में प्रदूषण स्‍तर लगातार बढ़ता जा रहा है. प्रदूषण में मॉर्निंग वॉक करने से कई बीमारियां हो रही हैं. Morning Walk harmful effect during air pollution: प्रदूषण के चलते दिल्‍ली-एनसीआर की हवा में जहर घुल चुका है. इसमें सांस लेने भर से दम घुट रहा है. प्रदूषण के चलते खांसी और कई बीमारियों की चपेट में आए लोगों की संख्‍या भी अस्‍पतालों में तेजी से बढ़ रही है, ऐसे में डॉक्‍टर सभी लोगों को इस समय सावधान होने की सलाह दे रहे हैं. डॉक्‍टरों का कहना है कि अगर प्रदूषण से बचना है तो मॉर्निंग वॉक को प्रदूषण के इन दो महीनों के लिए पूरी तरह बंद कर दें. जैसे ही प्रदूषण स्‍तर में कमी होने लगे और हवा साफ होने लगे, उसके बाद ही सुबह टहलने के बारे में सोचें तो सेहत ठीक रहेगी. पीएसआरआई अस्‍पताल नई दिल्‍ली के पल्‍मोनरी, क्रिटिकल केयर एंड स्‍लीप मेडिसिन के चेयरमैन डॉ. जीसी खिलनानी ने लोगों को चेतावनी देते हुए कहा कि दिल्‍ली-एनसीआर में रहने वाले लोग अगर इस पॉल्‍यूटेड हवा से बचना चाहते हैं तो मॉर्निंग वॉक और नाइट वॉक पर जाना पूरी तरह बंद कर दें. ये भी पढ़ें  क्या एयर प्यूरीफायर सच में प्रदूषण से बचाता है, कितने घंटे चलाना है जरूरी? WHO से जुड़े डॉ. ने दिया जवाब मॉर्निंग वॉक क्‍यों कर दें बंद? डॉ. खिलनानी ने बताया कि सुबह के समय प्रदूषण यानि पार्ट‍िकुलेट मेटर्स जमीन पर या जमीन के बेहद नजदीक होते हैं. उस समय हवा भी नहीं चल रही होती, लिहाजा जो लोग मॉर्निंग वॉक पर जाते हैं और इस हवा में सांस लेते हैं, वे शुद्ध या ताजी हवा के बजाय इन प्रदूषित तत्‍वों को इनहेल कर रहे होते हैं. वहीं एक हकीकत यह भी है कि जब आप सुबह उठकर एक्‍सरसाइज करते हैं तो आपको ज्‍यादा ऑक्‍सीजन की जरूरत होती है और आप ज्‍यादा इनहेल करते हैं, ऐसे में यह प्रदूषण और कार्बन सीधे-सीधे आपके फेफड़ों और फिर उससे ब्‍लड में जाकर आपको नुकसान पहुंचाता है. नाइट वॉक भी खतरनाक डॉ. खिलनानी कहते हैं कि जैसे-जैसे अंधेरा होने लगता है और मौसम ठंडा होने लगता है, फिर से प्रदूषण की परत वातावरण में जमने और जमीन की ओर आने लगती है. यही वजह है कि शाम के 6-7 बजे के बाद एकदम से स्‍मॉग आने लगता है, जिसमें फिर वही प्रदूषण, धूल मिली होती है. लिहाजा अगर आप रात में खाना खाकर टहलने जाते हैं तो यह भी आपको बीमारियां दे सकता है. फिर कब करें वॉक? डॉ. कहते हैं कि इस मौसम में कोशिश करें कि ज्‍यादा से ज्‍यादा समय घर में रहें. सुबह और रात में दरवाजे व खिड़कियां न खोलें लेकिन अगर आपको वॉक करनी ही है तो सुबह सूरज निकलने के बाद कर सकते हैं. धूप खिलते ही प्रदूषण भी ऊपर उठने लगता है या छंट जाता है. उस समय अगर आप टहलते हैं तो आपको सांस लेने में भी दिक्‍कत नहीं होगी. हवा भी इस समय साफ होगी. इसलिए कोशिश करें कि सुबह 8-9 बजे के बाद आप कोई भी एक्‍सरसाइज या वॉक करें. ये भी पढ़ें  नोएडा मेट्रो का दिवाली धमाका, जो दिल्‍ली मेट्रो नहीं देती, यात्रियों को वो सुविधा देने जा रही NMRC Tags: Air pollution, Air Pollution AQI Level, Health News, Trending newsFIRST PUBLISHED : October 23, 2024, 19:07 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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