भारत में मुफ्त होती है मोतियाबिंद की सर्जरी ये हैं टॉप 5 आंखों के अस्पताल
भारत में मुफ्त होती है मोतियाबिंद की सर्जरी ये हैं टॉप 5 आंखों के अस्पताल
भारत में आंखों की समस्याओं में 62 फीसदी लोगों को सिर्फ मोतियाबिंद की शिकायत है, जिससे उनकी नजर धुंधली होती जाती है. हालांकि देश में मोतियाबिंद की फ्री सर्जरी होती है और देश के टॉप 5 आई केयर सेंटर्स में भी मोतियाबिंद के ऑपरेशन में आपको पैसा नहीं खर्च करना पड़ता. आइए जानते हैं इनके बारे में..
Free Cataract Surgery: मोतियाबिंद आंखों की ऐसी बीमारी है जो धीरे-धीरे नजर को धुंधला कर देती है और आखिर में अंधा बना देती है. भारत में आंखों की बीमारियों से जूझ रहे मरीजों में से 62 फीसदी इसी बीमारी से पीड़ित हैं. इनमें भी खासतौर पर 45 साल से ऊपर के लोगों में यह बीमारी आम है. हालांकि एक अच्छी बात ये है कि मोतियाबिंद का ऑपरेशन कराने के बाद नजर वापस आ जाती है वहीं इससे भी अच्छी बात है कि भारत में मोतियाबिंद का सफल इलाज मौजूद है और इसकी सर्जरी भी फ्री की जा रही है.
भारत सरकार के राष्ट्रीय अंधता निवारण कार्यक्रम के तहत देशभर के जिला अस्पतालों में मोतियाबिंद की फ्री सर्जरी की जा रही है. इतना ही नहीं देश के टॉप आई केयर सेंटर्स या आंखों बड़े अस्पताल भी मोतियाबिंद की निशुल्क सर्जरी कर रहे हैं. जबकि प्राइवेट अस्पतालों में ये सर्जरी कराने पर 20 हजार से सवा लाख रुपये तक का खर्च आता है.
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आपको बता दें कि भारत में आंखों की बीमारियों से जूझ रहे लोगों में से 62.6 फीसदी सिर्फ मोतियाबिंद के हैं. अगर आप भी आंखों में मोतियाबिंद का फ्री इलाज कराना चाहते हैं तो अपने आसपास किसी भी जिला अस्पताल में ये फ्री सर्जरी करा सकते हैं. वहीं अगर बड़े अस्पतालों में कराना चाहते हैं, तो आज हम आपको देश के टॉप 5 आंखों के अस्पतालों के बारे में जानकारी दे रहे हैं, जहां ये सर्जरी फ्री होती है या बहुत ही कम चार्ज लगता है.
शंकर आई अस्पताल
देश के अलग-अलग हिस्सों में 14 शाखाओं में फैले शंकर आई हॉस्पिटल में मोतियाबिंद की फ्री सर्जरी की जाती है. अस्पताल के प्रेसिडेंट ऑपरेशन भरत बाला सुब्रमन्यम बताते हैं कि बीपीएल कार्ड धारकों के अलावा अस्पताल के हर हफ्ते लगने वाले 100 आउटरीच कैंपों से आने वाले मरीजों को 100 फीसदी निशुल्क इलाज दिया जाता है. वहीं जो थोड़ा बहुत खर्च कर सकते हैं उन्हें इलाज में सब्सिडी दी जाती है. अस्पताल अभी तक मोतियाबिंद के अलावा पीडियाट्रिक कैटरेक्ट, रेटिना सर्जरी, रेटिनोब्लास्टोमा, आई कैंसर के लिए 25 लाख फ्री सर्जरी कर चुका है. इस अस्पताल की कुल 13 ब्रांच आणंद, न्यू बॉम्बे, तमिलनाडू, गुंटूर, हैराबाद, कानपुर, इंदौर, जयपुर, लुधियाना, कर्नाटक और वाराणसी में है.
एचवी देसाई चेरिटेबल अस्पताल
एचवी देसाई आई चेरिटेबल अस्पताल पुणे में रोजाना 50 हजार सर्जरी होती हैं, इनमें 50 फीसदी पूरी तरह फ्री होती हैं. अस्पताल के चीफ मेडिकल डायरेक्टर राहुल देशपांडे बताते हैं कि आउटरीच कैंपों से आने वाले मरीजों को जिनके पास बीपीएल कार्ड हैं, उन्हें रहना, खाना, आना, जाना, ऑपरेशन और मेडिसिन सभी फ्री दिया जाता है. इसके 35 विजन सेंटर्स भी हैं, जहां अस्पताल से ही विशेषज्ञ डॉक्टर और लेटेस्ट टेक्नोलॉजी वाले उपकरणों से इलाज करते हैं. यहां सर्जरी मुफ्त होती हैं लेकिन अगर कोई विदेशी लेंस लगाना चाहता है तो उसको मार्केट रेट से 60-70 फीसदी सब्सिडी पर इलाज दिया जाता है. यहां सिर्फ 7200 रुपये में मोतियाबिंद की सर्जरी हो जाती है.
अरविंद आई अस्पताल
अरविंद आई अस्पताल, मदुरै में मोतियाबिंद की 50 फीसदी सर्जरी पूरी तरह मुफ्त और बाकी सभी सब्सिडी पर होती हैं. सीनियर फैकल्टी आर सुरेश कुमार ने बताया कि अस्पताल के नाम एक साल के भीतर 24 लाख आंख के मरीजों का इलाज करने का रिकॉर्ड है. इस अस्पताल के सात टर्शियरी सेंटर हैं जहां सभी बीमारियों का इलाज होता है. अरविंद अस्पताल की खुद के द्वारा बनाई गई चार आई बैंक भी हैं, जहां कॉर्निया, रेटिना आदि दान किया जा सकता है. यह अस्पताल अभी तक 7 करोड़ 80 लाख लोगों की आंखों का इलाज कर चुका है और 94 लाख सर्जरी कर चुका है.
आरपी सेंटर, एम्स नई दिल्ली
दिल्ली के ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज परिसर में बना डॉ. राजेंद्र प्रसाद सेंटर फॉर ऑप्थेल्मिक साइंसेज नई दिल्ली देश का सबसे प्रतिष्ठित आंखों का अस्पताल है यहां मोतियाबिंद की सर्जरी पूरी तरह मुफ्त होती है. आरपी सेंटर में कम्यूनिटी नेत्र विज्ञान विभाग के प्रोफेसर प्रवीण वशिष्ठ बताते हैं कि आरपी सेंटर की कम्यूनिटी सुविधाएं पूरी तरह मुफ्त हैं. 17 विजन सेंटर्स से रैफर होकर आने वाले मरीजों को आरपी सेंटर में पूरी तरह मुफ्त इलाज और खाना-पीना दिया जाता है. सबसे लेटेस्ट और आधुनिक आई केयर फेशिलिटीज वाले एम्स में आंखों की बीमारियों के इलाज के लिए ऑनलाइन अपॉइंटमेंट के अलावा ऑफलाइन अस्पताल में आकर भी इलाज लिया जा सकता है.
एलवी प्रसाद आई इंस्टीट्यूट
हैदराबाद का एलवी प्रसाद आई इंस्टीट्यूट आई केयर सुविधाओं के साथ ही ऑक्यूलर टिश्यू इंजीनियरिंग रिसर्च सेंटर के रूप में काम करता है. इसके तीन अन्य केंद्र भुवनेश्वर, विशाखापत्तनम और विजयवाड़ा में हैं. वहीं 275 से ज्यादा प्राइमरी आई केयर सेंटर्स के साथ यह सबसे बड़ा नेटवर्क वाला अस्पताल है. इस अस्पताल में ऑप्थेल्मिक प्लास्टिक सर्जरी, मोतियाबिंद सर्जरी, ऑक्यूलर ऑन्कोलॉजी, कई प्रकार की सर्जरी, स्क्विंट आदि का बेहतरीन इलाज मुफ्त या बेहद कम कीमत पर किया जाता है.
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Tags: Aiims delhi, Eye Donation, Health NewsFIRST PUBLISHED : July 31, 2024, 19:14 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed