रियासी हमले के पीछे किसका हाथ किस मकसद से TRF को दिया काम हो गया खुलासा

Reasi Terror Attack: जम्मू-कश्मीर के रियासी में रविवार को माता के भक्तों से भरी बस पर आतंकियों ने हमला किया था. आतंकवादियों ने बस पर उस वक्त गोलीबारी की, जब यह शिव खोड़ी मंदिर से कटरा स्थित माता वैष्णो देवी मंदिर जा रही थी.

रियासी हमले के पीछे किसका हाथ किस मकसद से TRF को दिया काम हो गया खुलासा
नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर के रियासी में हुए आतंकी हमले को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है. सूत्रों का दावा है कि रियासी टेरर अटैक के पीछे लश्कर कमांडर साजिद जट्ट का ही हाथ है. उसी ने आतंकी संगठन द रेजिस्टेंस फ्रंट को हमला करने का आदेश दिया था. सूत्रों ने न्यूज18 को बताया कि साजिद सैफुल्लाह जट्ट कश्मीर में लश्कर-ए-तैयबा की कमान संभालता है. द रेजिस्टेंस फ्रंट स्थानीय आतंकी संगठन है. इसे लश्कर का पूरा समर्थन प्राप्त है. जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले में यात्री बस पर हमला करने का काम सौंपने वाला साजिद सैफुल्लाह जट्ट ही हो सकता है. उसने ही इस हमले को अंजाम देने को कहा होगा. इस हमले में नौ भक्तों की मौत हो गई थी और 41 घायल हो गए थे. जम्मू-कश्मीर पुलिस के सूत्रों के अनुसार, हाल के दिनों में हुई बातचीत और इंटरसेप्ट से पता चलता है कि इस तरह के आतंकी हमले को अंजाम देने का आदेश हाल ही में दिया गया था. एक सूत्र ने कहा, ‘यह कहना जल्दबाजी होगी कि वे तीर्थयात्रियों के इस विशेष समूह को निशाना बनाना चाहते थे या सामान्य रूप से तीर्थयात्रियों पर हमला करना चाहते थे.’ न्यूज18 ने कुछ सप्ताह पहले बताया था कि शिव खोरी मंदिर आतंकी समूहों के रडार पर था, जिसके बाद इलाके में सुरक्षा बढ़ा दी गई थी. सुरक्षा और जांच एजेंसियां ​​अब यह पता लगाने की कोशिश कर रही हैं कि क्या आतंकवादियों को मंदिर में तीर्थयात्रियों के आने की पहले से जानकारी थी. क्या हुआ था रियासी में दरअसल, जम्मू-कश्मीर के रियासी में रविवार को माता के भक्तों से भरी बस पर आतंकियों ने हमला किया था. आतंकवादियों ने बस पर उस वक्त गोलीबारी की, जब यह शिव खोड़ी मंदिर से कटरा स्थित माता वैष्णो देवी मंदिर जा रही थी. हमले के चलते बस रियासी के पोनी इलाके में तेरयाथ गांव के निकट सड़क से फिसल कर गहरी खाई में गिर गई. बस में उत्तर प्रदेश, राजस्थान और दिल्ली के तीर्थयात्री सवार थे. इस हमले में दो वर्षीय एक बच्चे सहित नौ लोगों की मौत हो गई और 41 अन्य घायल हैं. टीआरएफ को काम सौंपने का क्या मकसद सूत्रों के मुताबिक, आतंकी साजिद जट्ट ने टीआरएफ यानी द रेजिस्टेंस फोर्स को इस हमले की जिम्मेदारी इसलिए सौंपी थी ताकि सबको लगे कि यह भारत का होम ग्रोन टेरर यानी घरेलू आतंक है. फिलहाल, एनआईए यानी राष्ट्रीय जांच एजेंसी, राज्य जांच एजेंसी और फोरेंसिक विभाग की टीमों ने आतंकी हमले वाली जगह का दौरा किया और जांच शुरू कर दी है. सेना, पुलिस और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) समेत सुरक्षा बलों ने राजौरी जिले की सीमा से लगे तेरयाथ-पोनी-शिव खोरी इलाके की चारों ओर से घेराबंदी कर दी है. ड्रोन और खोजी कुत्तों समेत निगरानी उपकरणों से लैस होकर आसपास के इलाकों में बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान चलाया गया. कहां छिपे हैं आतंकी? माना जा रहा है कि हमले को अंजाम देने वाले ये आतंकवादी राजौरी और रियासी के ऊपरी इलाकों में छिपे हुए हैं. रविवार को रियासी में हुए इस आतंकी हमले के तुरंत बाद टीआरएफ से जुड़े झेलम मीडिया ग्रुप ने इसकी जिम्मेदारी ली. हालांकि, इसने तुरंत अपनी वेबसाइट से पोस्ट हटा दी. बाद में जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े पीएएफएफ ने हमले की निंदा करते हुए अपनी वेबसाइट पर एक नोट पोस्ट किया. अधिकारियों ने कहा कि हमले में 41 लोग घायल हुए हैं और उनमें से 10 को गोली लगी है. Tags: Jammu kashmir, Terrorist attackFIRST PUBLISHED : June 11, 2024, 12:08 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed