लखीमपुर खीरी/अतीश त्रिवेदी: जंगली जानवरों ने इन दिनों यूपी के लोगों को परेशान किया हुआ है. लगातार खतरनाक मामले सामने आ रहे हैं. कई वीडियोज भी देखने को मिले, जिसमे जंगली जानवरों को खेत-सड़कों पर देखा गया. आदमखोर बाघ को पकड़ने के लिए वन विभाग द्वारा लगातार प्रयास किया जा रहा है. परंतु अभी तक सफलता नहीं मिल पाई है. जब तक बाघ वन विभाग द्वारा लगाए गए पिंजरे में कैद नहीं होता, तब तक ग्रामीणों को राहत नहीं मिलेगी.
बाघ के डर से घबराए हुए हैं लोग
इस समय बाघ की लोकेशन मुड़ा जवाहर गांव के समीप मिली है. जिस कारण वन विभाग द्वारा बाघ को पकड़ने के लिए व बाघ को बेहोश करने के लिए एक अस्थायी मचान बनाया गया है. साथ ही दोनों गांवों के बीच पिंजरे भी लगाए गए हैं. बाघ की लोकेशन काजर कोरी गांव के पास मिली थी. बाघ अब मूड़ा अस्सी और मुड़ा जवाहर गांव के बीच आ गया है.
वन विभाग लगातार कर रहा है प्रयास
कैमरों की फुटेज का निरीक्षण डब्लूडब्लूएफ की विशेषज्ञ टीम कर रही है. गन्ने के खेतों में हलचल कर रहा बाघ सतर्क होकर बार-बार स्थान बदल रहा है. इस वजह से बाघ को मचान से बेहोश करने का प्रयास वन विभाग द्वारा किया जा रहा है. पशु चिकित्सक डॉ. दया और डॉ नितेश कुमार कटियार वन कर्मियों के साथ क्षेत्र को आइसोलेट कर बाघ को बेहोश कर पकड़ने का प्रयास कर रहे हैं.
कब पकड़ा जाएगा खूंखार बाघ
बाघ ने खेत पर काम करने गए किसान अमरीश व किसान जाकिर अली को मौत के घाट उतारने वाला बाघ अब तक वन विभाग की पकड़ में नहीं आया है. वन विभाग द्वारा जागरूकता अभियान में बाघ मित्र, ग्रामीणों को वन्य जीव एवं जनमानस सुरक्षा के उपाय बता रहे हैं. इन दोनों महेशपुर वन रेंज में बाघ का इतना खौफ है. ग्रामीण अपने खेतों की ओर नहीं जा पा रहे हैं. वन विभाग द्वारा लगातार प्रयास किया जा रहा है.
Tags: Lakhimpur Kheri, Local18FIRST PUBLISHED : September 17, 2024, 10:15 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed