यूपी में शारदा नदी का कहर इस गांव का मिट गया नामोनिशान

शारदा नदी के तेज कटाव के चलते गोला तहसील क्षेत्र के नया पुरवा गांव का अस्तित्व समाप्त हो चुका है. इस गांव में करीब 75 घर बने हुए थे, अधिकांश घर नदी में समा गया है. यहां के किसानों की हजारों एकड़ जमीन नदी में विलीन हो गया है. शारदा नदी के किनारे बसे गांव के लोग अब खुले आसमान के नीचे सड़क किनारे रहने के लिए मजबूर हो गए हैं.

यूपी में शारदा नदी का कहर इस गांव का मिट गया नामोनिशान
लखीमपुर खीरी. यूपी के लखीमपुर खीरी जनपद के तराई क्षेत्र में शारदा नदी का कटाव तेज हो जाने से ग्रामीणों में दहशत का माहौल है. शारदा नदी के तेज कटाव के चलते दुर्गा मंदिर, गोला तहसील क्षेत्र के नया पुरवा गांव का अस्तित्व समाप्त हो चुका है. इस गांव में करीब 75 घर बने हुए थे, अधिकांश घर नदी में समा गया है. नया पुरवा गांव अब सिर्फ नक्शे पर ही दिखाई देगा. हजारों एकड़ जमीन शारदा नदी में हुआ विलीन यहां के किसानों की हजारों एकड़ जमीन नदी में विलीन हो गया है. जनपद खीरी का पांच तहसील बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में आता है. वहीं दूसरी ओर बेचेपुरवा गांव के समीप शारदा नदी का कटाव तेज हो गया है और तराई क्षेत्र में लगातार तबाही जारी है. पिछले साल भी बाढ़ के कारण चकपुरवा व कोरियाना गांव शारदा नदी के आगोश में समा गया. दोनों का अस्तित्व हीं समाप्त हो गया था. लगाताी हो रहे कटाव के चलते लोग परेशान हैं और उनकी धड़कनें बढ़ गई है और रतजगा करने को मजदूर हो गए हैं. नदी में पानी कम होते हीं कटाव तेज हो गया है. शारदा नदी के किनारे बसे गांव के लोगों की बढ़ी मुश्किलें शारदा नदी के किनारे बसे गांव के लोग अब खुले आसमान के नीचे सड़क किनारे रहने के लिए मजबूर हो गए हैं. वहीं दूसरी ओर निघासन तहसील क्षेत्र में भी लगातार शारदा नदी का कटाव जारी है. जिसके चलते यहां के भी रहने वाले ग्रामीणों की मुश्किलें बढ़ गई है. निघासन तहसील क्षेत्र के ग्रंट नंबर 12 गांव के समीप तेजी से शारदा नदी का कटाव हो रहा है, जिसके चलते ग्रामीणों में दहशत का माहौल व्याप्त है. प्रशासन द्वारा लगातार बाढ़ पीड़ितों की मदद की जा रही है. वहीं कटाव को रोकने के लिए प्रशासन लगातार प्रयास कर रहा है, परंतु शारदा नदी का जल स्तर जैसे-जैसे काम हो रहा है, कटाव का दायरा भी लगातार बढ़ते जा रहा है. Tags: Lakhimpur Kheri News, Local18, UP floods, Uttarpradesh newsFIRST PUBLISHED : August 17, 2024, 17:36 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed