शारदा नदी ने लखीमपुर में मचाई तबाही पीड़ितों ने प्रशासन पर लगाए ये आरोप
शारदा नदी ने लखीमपुर में मचाई तबाही पीड़ितों ने प्रशासन पर लगाए ये आरोप
sharda river lakhimpur kheri news: पहाड़ों पर हो रही लगातार भारी बारिश के बीच तराईक्षेत्र के रहने वाले किसानों व ग्रामीणों की मुश्किलें कम नहीं हो रही. शारदा नदी तेजी से कटान कर रही है जिसके चलते ग्रामीणों में दहशत का माहौल व्याप्त है और ग्रामीण पलायन करने को मजबूर हो गए हैं.
रिपोर्ट- अतीश त्रिवेदी
लखीमपुर खीरी: उत्तर प्रदेश के लखीमपुर जिले के तराई इलाके में शारदा नदी की तबाही लगातार जारी है. फसलों से लहलहाती किसानों की जमीनें और मकान नदी में समा रहे हैं. ग्रामीणों में दहशत का माहौल है. निघासन तहसील क्षेत्र के अंतर्गत ग्रंट नंबर 12 गांव में शारदा नदी की तबाही लगातार जारी है. यहां एक विशाल पेड़ देखते ही देखते नदी में समा गया. इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. इससे पहले कई मकान भी नदी में समा चुके हैं. जिन ग्रामीणों के घर नदी में समा गए हैं वह खुले आसमान के नीचे रात गुजारने को मजबूर हो गए हैं. प्रशासन की अनदेखी से इस पर कोई ध्यान भी नहीं दे रहा है.
निघासन तहसील के ग्रंट नंबर 12 में शारदा नदी के कटान से अब तक सैकड़ों एकड़ फसलें नदी में समा चुकी हैं. बीते पांच दिनों में रामरतन, राम गुनी, रामआसरे, मनोहर,रामकिशोर के घर नदी में समा चुके हैं. जबकि भगवानी और मोल्हे के घर कटने की कगार पर है. गांव के पश्चिम बने मंदिर से नदी की दूरी लगभग दस मीटर ही बची है.
नदी की तबाही का एक वीडियो भी सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है. दरअसल, नदी के बहाव और कटान से एक विशाल पेड़ लोगों के देखते देखते नदी में समा गया. डर के मारे लोग गृहस्थी समेट कर सुरक्षित ठिकानों की तलाश में पलायन कर रहे हैं. ग्रामीणों का कहना है कि अगर यूं ही कटान होता रहा तो गांव का अस्तित्व मिट जाएगा. गांव में अफरातफरी मची है.
प्रशासन नहीं कर रहा कोई इंतजाम
कटान रोकने के लिए प्रशासन द्वारा अभी तक कोई इंतजाम नहीं किया गया है जिस कारण लगातार शारदा नदी अपना कहर बरप राही पा रही है. गांव में कच्चे व पक्के करीब 200 मकान हैं और नदी तेजी से गांव की तरफ पहुंच रही है. इससे बाकी के बचे घरों के भी टूटने और बहने का डर बना हुआ है.
Tags: Local18FIRST PUBLISHED : September 5, 2024, 15:44 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed