पुलिस ने पकड़ा युवक बोला - डॉक्टर हूं घर लेकर पहुंची नजारा देख उड़े होश

Kushinagar Latest News : उत्तर प्रदेश के कुशीनगर जिले के पड़रौना कोतवाली पुलिस रविंद्रनगर स्थित सीएमओ ऑफिस पहुंची. यहां एक युवक को अपनी गिरफ्त में लिया. युवक ने कहा कि वह डॉक्टर है. उसने अपनी आईडी दिखाई. पुलिस टीम ने उसकी बातों पर भरोसा नहीं किया और उसे लेकर जब घर पहुंची, तो अंदर का नजारा देखकर हैरान रह गई. आइये जानते हैं पूरा मामला...

पुलिस ने पकड़ा युवक बोला - डॉक्टर हूं घर लेकर पहुंची नजारा देख उड़े होश
कुशीनगर. स्वास्थ्य योजनाओं में सेंधमारी, आयुष्मान योजना में बड़ी धांधली, अवैध वसूली और फ्रॉड गैंग का कुशीनगर पुलिस ने पर्दाफाश किया है. पुलिस ने चार शातिर ठगों को गिरफ्तार किया है. कुशीनगर जिले के पड़रौना कोतवाली पुलिस और साइबर सेल व स्वाट टीम की मदद से बड़े फर्जीवाड़े का खुलासा किया हैं जो बेहद हैरान कर देने वाला है. कुशीनगर जिले के रविंद्रनगर स्थित सीएमओ ऑफिस से स्वास्थ्य विभाग से जुड़े कर्मचारी ही बड़ा फर्जीवाड़े कर रहे थे. आयुष्मान योजना से जुड़े डॉ दीपक कुशवाहा, अखिलेश शर्मा, मंदीप गौड़ फर्जीवाड़े को अंजाम देते आ रहे थे. फर्जीवाड़े का खुलासा तब हुआ जब कुशीनगर के आराध्या सर्जिकल हॉस्पिटल और बीएन हॉस्पिटल के आयुष्मान योजना पोर्टल पर अश्लील फोटो अपलोड कर इन दोनों हॉस्पिटल का लाइसेंस निरस्त करवा दिया गया. जब इन हॉस्पिटल के संचालकों ने पुलिस से शिकायत की तो पुलिस मामले की तफ्तीश में जुट गई और साइबर सेल की मदद से असली गुनाहगारों तक पहुंच गई. कुशीनगर पुलिस की गिरफ्त में चढ़े शातिर साइबर ठग गैंग का मास्टरमाइंड अनीश अहमद और डॉ. दीपक कुशवाहा है. दोनों स्वास्थ्य योजनाओं के जरिये साइबर फ्रॉड करके पैसों की हेराफेरी और अवैध वसूली करते थे. आयुष्मान योजना और अन्य स्वास्थ्य योजनाओं में जो बिल जेनरेट होते थे, उन बिल को ऑडिट करने के नाम पर आपत्ति लगाकर हॉस्पिटल को ब्लैकमेल करते थे. उसके बदले में उनसे अवैध रूप से वसूली करते थे. जो हॉस्पिटल नहीं मानते थे, उनके आयुष्मान पोर्टल के यूजर व पासवर्ड को हैककर उस पर अश्लील फोटो लगाकर उसके लाइसेंस को सस्पेंड करवा देते थे. साइबर ठग गिरोह ने अबतक 50 लाख रुपये से अधिक का फ्रॉड किया है. पुलिस ने जांच में पाया कि डॉ दीपक कुशवाहा आयुष्मान योजना अंतर्गत रजिस्टर्ड हॉस्पिटल में आयुष्मान योजना अंर्तगत होने वाले मरीज के इलाज की निगरानी करते थे. दीपक कुशवाहा डिस्ट्रिक्ट प्रोग्राम कोडिनेटर के पद पर कार्यरत थे. अपने सहयोगी अखिलेश शर्मा से मरीज का वेरिफिकेशन करने के नाम पर डाटा लेते थे और उस डाटा में हेरफेर करने के लिए मंदीप गौड़ की मदद लेते थे. तीनों मिलकर इस फर्जीवाड़े को अंजाम देने के लिए अनाधिकृत व्यक्ति अनीश अहमद की मदद से फर्जी दस्तावेज उपलब्ध करवाकर फर्जीवाड़े को अंजाम देते थे. आरोपी इतने शातिर थे कि इनके पास आयुष्मान योजना से जुड़े 33 हॉस्पिटल के TMC पोर्टल का आईडी और पासवर्ड भी था. जो हॉस्पिटल कमीशन नही देता था, उन संचालकों को ब्लैकमेल करने के लिए लखनऊ से प्रमाणित करने वाले क्लस्टर हेड सुहासीश मैटी से मिलकर TMC पोर्टल पर अपलोड दस्तावेज पर आपत्ति लगवाते थे. हॉस्पिटल की TMC पोर्टल आईडी बन्द कराने की धमकी देते थे. पुलिस ने बताया कि डॉ. दीपक स्वास्थ्य योजनाओं से संबंधित सभी दस्तावेज अनीश अहमद को उपलब्ध करवा कर सरकारी योजनाओं की रकम में हेरफेर कर मोटी रकम कमाते थे. कुशीनगर एसपी धवल जायसवाल ने बताया कि ‘आरोपियों के पास से पुलिस को दो लाख नगद, तीन लैपटॉप, कम्प्यूटर, 7 मोबाइल, एक डायरी, 17 फर्जी आयुष्मान कार्ड, 28 फर्जी सिम,14 ATM कार्ड, एक कार सहित कई फर्जी दस्तावेज पाए हैं. शातिर साइबर ठग गैंग का पर्दाफाश करने वाली टीम को 25 हजार का इनाम दिया जाएगा.’ Tags: Bizarre news, Kushinagar news, Shocking news, UP newsFIRST PUBLISHED : June 12, 2024, 23:26 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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