अल जवाहिरी के खात्मे से भारत में कमजोर होंगे अलकायदा समर्थक सुरक्षा एजेंसियों ने कही ये बड़ी बात
अल जवाहिरी के खात्मे से भारत में कमजोर होंगे अलकायदा समर्थक सुरक्षा एजेंसियों ने कही ये बड़ी बात
Alqaeda Ayman al Zawahiri Killed: अमेरिकी ड्रोन हमले में मारे गए अलकायदा चीफ अयमान अल जवाहिरी के मारे जाने से इसका सीधा असर भारत में अलकायदा समर्थकों और कैडर के मनोबल पर होगा. सुरक्षा एजेंसियों के सूत्रों ने न्यूज18 को बताया कि अलकायदा के मुखिया के खात्मे से अलकायदा के क्षेत्रीय सहयोगी AQIS, AQBD, AAI की गतिविधियों पर भी असर होगा.
हाइलाइट्सअलकायदा के क्षेत्रीय सहयोगी AQIS, AQBD, AAI की गतिविधियों पर भी होगा असरअलकायदा समर्थक इस्लामिक स्टेट की ओर कर सकते हैं रूखअमेरिका में 9/11 हमले का साज़िशकर्ता था अल-ज़वाहिरी
काबुल: अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में रविवार सुबह अमेरिकी ड्रोन हमले में अलकायदा का मुखिया अयमान अल ज़वाहरी मार दिया गया. सूत्रों ने न्यूज़18 को बताया कि अलकायदा के मुखिया के खात्मे की जानकारी भारत को रविवार को दे दी गई थी. 9/11 हमले के साज़िशकर्ता अल-ज़वाहिरी के मारे जाने से इसका असर भारत पर क्या होगा, आइए जानते हैं.
भारतीय एजेंसियों के असेसमेंट के अनुसार ज़वाहरी के मारे जाने का सीधा असर भारत में अलकायदा समर्थकों और कैडर के मनोबल पर होगा. सूत्रों ने न्यूज़18 से कहा कि हाल ही में वे प्रोपेगेंडा कैंपेन करके भारत में अल कायदा की संगठनात्मक मशीनरी को दोबारा जिंदा करने की कोशिश कर रहे थे. अलकायदा के मुखिया के खात्मे से अलकायदा के क्षेत्रीय सहयोगी AQIS, AQBD, AAI की गतिविधियों पर भी असर होगा.
लेकिन इसका बुरा प्रभाव भारत के लिए भी हो सकता है. सूत्रों ने कहा कि भारत के लिए सबसे बड़ी चिंता का विषय यह है कि अब भारत में अलकायदा कैडर आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट और उसके क्षेत्रीय सहयोगी ISKP के प्रति झुकाव दिखा सकते हैं. इस्लामिक स्टेट के हमला करने की काबिलियत की क्षमताओं को ध्यान में रखते हुए अल कायदा का कैडर का इस्लामिक स्टेट की ओर झुकाव देखे जाने की संभावना है.
काबुल में ज़वाहिरी की मौजूदगी से अल कायदा-तालिबान के रिश्ते जाहिर
सूत्रों ने न्यूज़18 को बताया कि तालिबान और अलकायदा के बीच बेहद करीबी संबंध इस बात से साफ हो जाते हैं कि ज़वाहरी को काबुल के एक पॉश इलाके में एक सेफ हाउस में पनाह दी गई थी. 2011 में भी अल कायदा प्रमुख ओसामा बिन लादेन को पाकिस्तान के एबटाबाद में ढेर कर दिया गया था. बिन लादेन के खात्मे के बाद पता चला कि पाकिस्तान में उसे पनाह दी गई थी. ऐसे में तालिबान और अलकायदा के करीबी संबंध भारत के हितों के खिलाफ है, क्योंकि अलकायदा के इरादे भारत को निशाना बनाने के हैं. अफगानिस्तान में अलकायदा को पनाह देने से साफ है कि भारत विरोधी आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर को भी तालिबान अफगानिस्तान में पनाह दे सकता है.
अल कायदा का नया मुखिया दुनिया के लिए खतरा
अल ज़वाहरी के खात्मे के बाद आप सवाल उठ रहे हैं कि अलकायदा का अगला मुखिया कौन होगा. माना जा रहा है कि सैफ अल अदेल को अलकायदा का मुखिया बनाया जाता है. अदेल एक खूंखार आतंकी है जिसने 1998 में केन्या में अमेरिकी दूतावास पर हमले को अंजाम दिया था. माना जा रहा है कि ज़वाहरी के उलट अदेल बड़े आतंकी हमलों को अंजाम दे सकता है.
ताकि अलकायदा का अस्तित्व बना रह सके और इस्लामिक स्टेट के लिए अपने कैडर के आकर्षण पर रोक लगाई जा सके. वही अलकायदा प्रमुख के खात्मे से तालिबान और हक्कानी नेटवर्क के बीच फूट पड़ सकती है क्योंकि सवाल यह है कि आखिर अमेरिकी एजेंसियों को अल ज़वाहरी के ठिकाने के बारे में जानकारी किसने दी थी.
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Tags: Afghanistan, Pakistan, Taliban afghanistanFIRST PUBLISHED : August 02, 2022, 19:11 IST