कठुआ अटैक: सेना के ट्रक पर फेंका ग्रेनेड फिर M4 कार्बाइन से बरसा दी गोलियां
कठुआ अटैक: सेना के ट्रक पर फेंका ग्रेनेड फिर M4 कार्बाइन से बरसा दी गोलियां
Kathua Terror Attack: पाकिस्तान स्थित प्रतिबंधित जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) से जुड़े संगठन ‘कश्मीर टाइगर्स’ ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है. पता चला है कि सीमा पार से घुसपैठ करके आए आतंकियों ने सेना के ट्रक पर घात लगाकर पहले ग्रेनेड फेंका और फिर हाईटेक एम4 कार्बाइन राइफल से ताबड़तोड़ गोलीबारी कर दी.
जम्मू. जम्मू-कश्मीर के कठुआ में आतंकियों ने सोमवार को बड़ा हमला किया, जिसमें भारतीय सेना के एक जूनियर कमीशन अधिकारी (जेसीओ) समेत 5 जवान शहीद हो गए और पांच अन्य घायल हुए हैं. हाल के दिनों में सेना पर हुआ यह सबसे बड़ा आतंकी हमला है, जिसे लेकर बड़े चौंकाने वाले डिटेल सामने आ रहे हैं.
अधिकारियों ने बताया कि यह घटना शाम करीब साढ़े तीन बजे हुई, जब कठुआ शहर से 150 किलोमीटर दूर लोहई मल्हार में बदनोता गांव के पास माचेडी-किंडली-मल्हार मार्ग पर सेना का यह वाहन नियमित गश्त पर था. इस गाड़ी में 10 जवान सवार थे, जो हमले की जद में आ गए. आतंकी हमले में पांच जवान शहीद हो गए, जबकि बाकी पांच घायल जवानों को इलाज के लिए पठानकोट आर्मी हॉस्पिटल ले जाया गया है.
पहले फेंका ग्रेनेड, फिर हाईटेक हथियारों से कर दी गोलीबारी
पता चला है कि आतंकियों ने सेना के ट्रक पर घात लगाकर धावा बोला था. इस दौरान आतंकियों ने ट्रंप पर पहले एक ग्रेनेड फेंका और जब वह ट्रक रुक गई तो दोनों तरफ से उस पर ताबड़तोड़ गोलीबारी शुरू कर दी. पाकिस्तान स्थित प्रतिबंधित जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) से जुड़े संगठन ‘कश्मीर टाइगर्स’ ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है.
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माना जाता है कि आतंकियों की संख्या तीन है. वे सभी हाल ही में सीमा पार से घुसपैठ करके भारत में आए थे और हथियारों से लैस हैं. सूत्रों के मुताबिक, कठुआ में इन आतंकियों ने हाईटेक एम4 कार्बाइन हाईटेक राइफल से ट्रंप पर जोरदार फायरिंग की. जिससे उन जवानों को जवाबी कार्रवाई को कोई मौका ही नहीं मिल पाया.
हमले के जंगल में भाग गए आतंकी
सेना से जुड़े सूत्रों का अनुमान है कि इन आतंकियों ने लोकल सपोर्टर्स की मदद से पूरे इलाके की पहले रेकी कर रखी थी. तभी इतने सटीक तरीके से ट्रक पर हमला किया और फिर सभी पास के जंगल में भाग गए.
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वहीं इन हमलावरों को मार गिराने के लिए इलाके में तुरंत अतिरिक्त सुरक्षा बल भेजे गए और इन्हें पकड़ने के लिए वहां सघन तलाशी अभियान चलाया जा रहा है. हालांकि उधमपुर जिले के बसंतगढ़ से सटा हुआ यह इलाका जंगल से भरा हैं और इस वजह से इन्हें पकड़ने में दिक्कत आ रही है.
कठुआ जिले में एक महीने के अंदर यह दूसरा बड़ा हमला है. इससे हमले से पहले 12 और 13 जून को इसी तरह की एक मुठभेड़ में दो आतंकवादी मारे गये थे और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के एक जवान की जान चली गई थी. अधिकारियों ने कहा कि भारी बारिश के बावजूद व्यापक स्तर पर तलाशी अभियान चलाया जा रहा है.
जम्मू इलाके अपने शांतिपूर्ण माहौल के लिए जाना जाता है, लेकिन हाल के महीनों में यह इलाका कई आतंकी हमलों से दहल गया. ये हमले पाकिस्तान की सीमा से सटे जिले पुंछ, राजौरी, डोडा और रियासी में हुए हैं. अधिकारियों ने कहा कि ऐसी आशंका है कि सीमा पार से घुसपैठ करने के बाद आतंकवादियों ने भीतरी इलाकों तक पहुंचने के लिए इस रूट का इस्तेमाल किया था.
Tags: Jammu kashmir, Terror AttackFIRST PUBLISHED : July 9, 2024, 10:37 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed